कोई अनदेखा करता है कोई बच कर निकलता है…

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आज 10 जनवरी को जनेश्वर मिश्र पार्क में रोड सेफ्टी अवेयरनेस प्रोग्राम का संचालन योग गुरु केडी मिश्रा के नेतृत्व में हो रहा है, जिसमें चीफ गेस्ट लेफ्टिनेंट जनरल डॉo विपिनपुरी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे| योग गुरु केडी मिश्रा ने इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को योग के साथ- साथ रोड सेफ्टी के बारे में भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं|

सुरक्षा के नियमों का करो सम्मान ना होगी दुर्घटना ना होंगे परेशान |के0 डी0 मिश्रा विगत कई वर्षों से लोगों को योग की शिक्षा योग के बारे में जागरूक करते चले आ रहे हैं लखनऊ के विभिन्न पार्कों में उनकी शाखाएं निरंतर प्रगतिशील हैं लखनऊ के कस्तूरबा पार्क कैंट, जनेश्वर मिश्र पार्क गोमती नगर कई जगहों पर उनका योग शिविर सुबह 6:00 बजे से प्रारंभ हो जाता है|

कोई अनदेखा करता है कोई बच कर निकलता है |पकड़ लो जो तिराहे पर बहाने लाख करता है|
करो लाखो बहाने अपनी नादानी का तुम प्यारे|जो ट्रैफिक के नियम तोड़े तो अब जुर्माना लगता है|

सिग्नल तोड़ देना जुर्म की पहली निशानी है |बिना हेलमेट के खतरे में दोनों जिंदगानी है |
हवा से बात करना शौक बेहद कातिलाना है|हुई टक्कर तो सड़कों पर बिखर जाती जवानी है|

चलाना था अगर गाड़ी तो मय खाने में क्यों झूले|बैठकर सीट पर प्यारे लगाना बेल्ट क्यों भूले|
खड़े हो लाल बत्ती पर तो इंजन क्यों चलाते हो|जहर भरकर हवा में, सांस लेना भी है क्यों भूले |

पुलिस ने रोककर टोका तो बॏराया क्यों है|हंगामा मिला चालान का मैसेज तो बौराया क्यों है|
हंगामा नियम कानून बनते हैं तुम्हारे ही लिए सुन लो| हुई दुर्घटना सड़कों पर तो बौराया क्यों है हंगामा |

यही रिकॉर्ड होती है सड़क की हरकतें सारी नियम को तोड़ कर चलना|
पड़ेगा अब बहुत भारी हुई न देर अभी है बताता हूं|
जरा सुन लो नियम पालन जरूरी है जरूरी है समझदारी|


आज रफ्तार के युग में गाड़ी चालक सड़क नियमों की लगातार अनदेखी करते रहते हैं डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक लगभग तेरा लाख एक्सीडेंट रोज विश्व में होती है जिसमें से दो लाख लगभग भारत के लोग है|


आईपीएस सुचिता चौधरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि समय से पूर्व निकल कर हमें गंतव्य के लिए प्रस्थान करना चाहिए अर्थात समय का काम समय से ही करना चाहिए ज्यादातर एक्सीडेंट रात 2:00 बजे के बाद ही होते हैं यदि हम गंतव्य को पहुंचने के लिए निर्धारित समय से थोड़ा पहले निकलेंगे तो हमें गंतव्य तक पहुंचने में भी काफी सुगम रहेगा और हम आकाश में घटना दुर्घटना से खुद को अपने परिवार तथा समाज को बचाने में काफी सहयोग कर पाएंगे|


प्रोफेसर डॉक्टर संदीप तिवारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब हम विदेश में होते हैं तो नियमों का शत-प्रतिशत अक्षर से पालन करने का पूर्ण प्रयास करते हैं और करते भी हैं क्योंकि वहां पर हमें प्रशासन का भय रहता है आज ज्यादातर लोग प्रशासन और कानून से नियम का पालन करते हैं |
जबकि नियम का पालन करना हमारी मानसिकता होना चाहिए जैसे हम एक उदाहरण आपके सामने बताना चाहते हैं कि जब कोई भारतीय व्यक्ति विदेश में होता है तो सड़क सुरक्षा नियमों का पूर्णतया से पालन करता है |


वही व्यक्ति जैसे ही अपने देश में आता है चाहे फिर एयरपोर्ट पर या रेलवे स्टेशन पर वहां चाय पीने के बाद वह उस कुल्हड़ को ऐसा फेकता है जैसे लगता है कूड़े में फेंक रहा है |जबकि यही व्यक्ति विदेश में ऐसा नहीं करता है आज हमारे समाज में ज्यादातर लोग अपनी मानसिकता की वजह से ही अपना जीवन दाव पर लगा देते हैं आज हमें गाड़ियों को खरीदते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि कम से कम प्रत्येक सीट पर एक एयर बैग जरूर हो बिना एयर बैग गाड़ी हमें नहीं लेनी चाहिए हम थोड़े से धन के चक्कर में अपने पूरे परिवार का जीवन दाव पर लगा देते हैं|


डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया शरीर में किसी भी अंग से रक्त स्राव हो रहा हो तो उसे कम से कम 5 मिनट तक तेज दबाकर रखें रक्त ऑटोमेटिक ही बंद हो जाएगा यदि वह रक्त का स्राव ही बंद नहीं होता है तब वहां पर साफ कपड़े से उसको कस कर बांधने का प्रयास करना चाहिए जब कभी अब आप रोड से गुजर रहे हैं और किसी व्यक्ति की दुर्घटना हो जाती है तो उस वक्त आपको उस व्यक्ति के जीवन से ज्यादा जरूरी आपके लिए कोई काम नहीं होना चाहिए आज के दौर में रोड पर घटना कभी भी किसी के साथ हो सकती है इसलिए रोड पर बिना परिचय के हर व्यक्ति की मदद अवश्य करनी चाहिए|

एआरएम उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने अपने वक्तव्य में आमजन को अवगत कराते हुए कहा कि हमारे डिपो के लगभग 13000 बसे लगातार सड़कों पर ही रहती हैं आज हमें इस बात पर गर्व करना चाहिए कि कम से कम रोड सेफ्टी का एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है हमने अपने डिपो में ड्राइवरों के लिए जागरूकता कार्यक्रम बनाया हुआ हमारे यहां ड्राइवर भर्ती प्रक्रिया भी काफी कठिन है भर्ती ड्राइवरों का निश्चित अंतराल के बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण लगातार कराया जाता है|


आज रोड एक्सीडेंट का अत्याधिक कार्य अत्याधिक गाड़ी को तेज चलाने से होता है हमारे यहां डिपो में सभी परिचालकों के लिए गाड़ी की स्पीड 80 किलोमीटर प्रतिघंटा सेट कर दी गई है जिससे चालक चाह कर भी उस गति से आगे नहीं जा सकता है उस पर हमारा या सिस्टम का पूरा कंट्रोल है आज हमारी सभ्यता ही हमारी सावधानी की पूंजी है रोड पर हमेशा संयम के साथ गाड़ी का संचालन करना चाहिए आज के दौर में ज्यादातर एक्सीडेंट पीछे से ही हो रहे होते हैं सुरक्षा के नियमों का करो सम्मान ना होगी दुर्घटना ना होंगे परेशान आज के दौर में हमें अपनी आदत में शुमार कर लेना चाहिए कि घर से निकलते ही गाड़ी को पूर्णता चेक करके ही उस पर सवार हो|


अपने संबोधन में एसपी ट्रैफिक पुणेंद सिंह ने अपने संबोधन ज्ञापित करते हुए कहा कि बिना अनुभव के कुछ सत्य सामने नहीं आते हैं नियम कानून से बेहतर होता है कि हम उसे कितना मानते हैं माने यह रखता है पुलिस लाइन में आज भी एक शीशा लगा होता है उसमें नीचे बड़े तुम लिखा हो तो क्या मेरी वर्दी ठीक है आज के दौर में ट्रैफिक नियम काफी सख्त किए जा रहे हैं रेड लाइट क्रॉस करने पर 3 माह की सजा भी हो सकती है 18 साल से कम उम्र के बच्चे यदि गाड़ी चलातॆ पाए जाते हैं तो उनका लाइसेंस 18 साल के बाद 8 साल के लिए और बंद कर दिया जाता है जिस के दौरान उनका लाइसेंस नहीं बनेगा|


आज टेक्निक का ऐसा दौर चला है अगर नियम का पालन जनता सही ढंग से नहीं करती है तो उसे टेक्निक के द्वारा कंट्रोल किया जाएगा आने वाले समय आपकी गाड़ी की गति रोड के हिसाब से निर्धारित कर दी जाएगी जिससे आप उस रोड पर उस गति से तेज गाड़ी नहीं चला पाएंगे जिसकी व्यवस्था कंट्रोल रूम से की जाएगी|

दुर्घटना के समय आपकी जिम्मेदारियां —
1 चाहे आप पैदल जा रहे हो वाहन चालक या कोई सवारी हो आपकी जिम्मेदारियां का आपको एहसास होना चाहिए।
2 आप दुर्घटना प्रस्तुत व्यक्ति को मेडिकल सहायता प्रदान करने की सुविधा प्रदान करें।
3 आप लड़ाई झगड़े आदि की नौबत ना आने दे।
4 आप पुलिस को 24 घंटे तक सूचना दें।
5 आप दुर्घटना के कारण वाले वाहन का पंजीकरण नंबर नोट कर लें।
6 दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों के निकट संबंधियों को सूचना दें ।
7 दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को जो भी उस आवश्यक हो सहायता प्रदान करें
8 बिना समय गवाएं हर संभव आवश्यक सहायता प्रदान करें ।
9 सदा याद रखें कोई भी डॉक्टर किसी भी दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को पुलिस के आने से कानूनी रूप से सहायता देने के लिए मना नहीं कर सकता ।
10 यदि आपने किसी भी दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की सहायता की है तो पुलिस किसी भी प्रकार से आपको परेशान नहीं करेगी।