आखिर यूं ही नहीं दहशत में माफिया डॉन मुख्तार..!

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कमाई का रिकार्ड बना रहे जेल अफसर..!
कमाई का रिकार्ड बना रहे जेल अफसर..!
आर.के.यादव
आर.के. यादव

आखिर यूं ही नहीं दहशत में माफिया डॉन मुख्तार..! अब तक प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद आधा दर्जन अपराधियों की हो चुकी हत्या।

लखनऊ। जिस मुख्तार का नाम सुनकर लोग दहशत में आ जाया करते थे। आज वहीं माफिया डॉन मुख्तार हत्या की आशंका से भयभीत है। यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगे लेकिन प्रदेश की जेलों में बंद खुंखार अपराधियों की लगातार हो रही हत्याओं से माफिया डॉन का भयभीत होना स्वाभाविक है। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी ने जेल के एक सिपाही से खतरे की आशंका जताई है। पिछले सप्ताह पेशी के दौरान आरोप लगाया कि उसने सोनभद्र जेल से एक सिपाही को उसकी हत्या के लिए बांदा जेल पर तैनात किया गया है। उधर जेल अफसरों का कहना हैै कि बांदा जेल में माफिया डॉन की प्रत्येक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।


जेल में गतिविधियों पर रखी जा रही पैनी नजर– जेल में बंद बाहुबली माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की सुरक्षा और हत्या की आशंका के संबंध में जब जेल मुख्यालय डीआईजी अरविंद कुमार सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बांदा जेल में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए है। जेल में प्रत्येक व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रखने की सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जा रही है। सिपाही की तैनाती के सवाल पर उनका कहना है कि बांदा जेल में रोटेशन पर ड्युटी लगाई जाती है। इसके अलावा उन्होंने इसे सुरक्षा का मामला बताते हुए और कोई भी टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया। इससे पूर्व प्रमुख सचिव/महानिदेशक कारागार राजेश कुमार सिंह से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन ही नहीं उठा।


मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष-2005 में केंद्रीय कारागार वाराणसी में बंद अपराधी अनुराग त्रिपाठी उर्फ अन्नू की हत्या कर दी गई थी। अन्नू को मुख्तार को करीबी बताया जाता रहा है। इसी प्रकार वर्ष-2015 में मुरादाबाद जेल में बंद शातिर अपराधी योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यही नहीं 9 जुलाई 2018 को मुख्तार अंसारी के शार्प शूटर मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या का मामला काफी सुर्खियों में रहा है। मुन्ना बजरंगी को हत्या के एक दिन पूर्व ही प्रदेश की झांसी मंडलीय कारागार से बागपत जेल स्थानांतरित किया गया था। जेल में दाखिल होने के अगले की दिन सुबह तडक़े जेल के अंदर ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।


14 मई 2021 को प्रदेश की चित्रकूट जेल में मुख्तार के करीबी कहे जाने वाले मेराजुद्दीन और मुकीम काला की जेल में ही बंद शातिर अपराधी अंशु दीक्षित ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद दो खुंखार अपराधियों की हत्या के बाद पुलिस ने अशु दीक्षित को भी जेल में ढेर कर दिया। इसी प्रकार 15 अप्रैल 2023 को केंद्रीय कारागार नैनी (प्रयागराज )में बंद माफिया अतीक अहमद और बरेली जिला जेल में बंद अशरफ अहमद की पुलिस रिमांड के दौरान बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह मामला भी सुर्खिया में रहा। इसी प्रकार जुलाई 2023 में ही राजधानी की लखनऊ जेल में बंद मुख्तार के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की पेशी के दौरान अदालत परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।


जेल मं बंद इन खुंखार अपराधियों की हत्याओं से माफिया डॉन मुख्तार अंसारी भी दहशत में है। बांदा की मंडलीय कारागार में बंद मुख्तार अंसारी ने वीडियो कॉन्फसिंग से पेशी में शामिल होने पर न्यायालय हत्या होने की आशंका व्यक्त करते हुए सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। माफिया डॉन ने शंका जताई है कि सोनभद्र जेल से एक सुरक्षाकर्मी को बांदा जेल में पर तैनात गया है। जोकि उसकी हत्या कर सकता है। मुख्तार के इस आरोप से जेल महकमें के अधिकारियों में खलबली मची हुई है। आखिर यूं ही नहीं दहशत में माफिया डॉन मुख्तार..!