लखनऊ नगर निगम की सीटों के आरक्षण की घोषणा

98

लखनऊ- उत्तर प्रदेश में एक लोकसभा व दो विधानसभा सीट पर होने वाले उनचुनाव के बीच नगर निकाय चुनाव होना है. इसको लेकर नगर विकास विभाग ने नगर निकाय चुनाव की अपनी प्रक्रिया चालू कर दी है मतदाता लिस्ट में नए नामों को जोड़ने के साथ ही वार्डों के आरक्षण की लिस्ट जारी कर दी गई है. इसी क्रम में राजधानी लखनऊ के कुल 110 नगर निगम वार्डों की आरक्षण सूची जारी कर दी गई है. फिलहाल यह लिस्ट अभी फाइनल नहीं है. इसको लेकर एक सप्ताह का समय दिया गया है इस दौरान अगर कोई आपत्ति या सुझाव देना चाहेगा, तो जिलाधिकारी लखनऊ के माध्यम से अपनी आपत्ति दर्ज करा सकेंगे.

लखनऊ नगर निगम चुनाव में आरक्षण को लेकर तस्वीर साफ हो गई है. अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों की संख्या का ऐलान उत्तर प्रदेश शासन की ओर से किया गया. लखनऊ नगर निगम के कुल 110 वार्डों में से 50 सामान्य सीटें हैं, जबकि एक तिहाई वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं. शासन की ओर से जारी गए आरक्षण पर आपत्तियां दर्ज कराने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है. शासन की ओर कहा गया है कि केवल उन्हीं आपत्तियों पर विचार किया जाएगा, जो इस निर्धारित अवधि में जिलाधिकारी कार्यालय को प्राप्त होंगी.नगर विकास विभाग में प्रमुख सचिव अमृत अभिजात की ओर से यह प्रपत्र जारी किया गया है. लखनऊ नगर निगम में अटल बिहारी बाजपेई, कल्याण सिंह, लालजी टंडन जैसे बड़े बीजेपी नेताओं के नाम से भी वार्ड बनाए गए हैं. हिन्द नगर, केसरी खेड़ा, गोमती नगर जैसे वार्ड अनारक्षित रखे गए हैं. लाला लाजपत राय, बाबू जगजीवन राम जैसे वार्ड अनारक्षित रके गए हैं. जानकीपुरम,बाबू बनारसी दास जैसे कई वार्ड पिछड़ा वर्ग कोटे में रखे गए हैं.

इसी तरह कानपुर नगर निगम, झांसी नगर निगम, प्रयागराज नगर निगम, गोरखपुर नगर निगम जैसे कई नगर निकायों के आरक्षण का भी जल्द ऐलान हो सकता है. नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना दिसंबर के दूसरे हफ्ते में की जा सकती है. माना जा रहा है कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव, रामपुर औऱ खतौली विधानसभा उपचुनाव के बाद इसका ऐलान हो सकता है.नगर निकाय चुनाव की प्रक्रिया 8 जनवरी तक पूरी कर ली जानी है, क्योंकि तब तक ही नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के प्रतिनिधियों का कार्यकाल है. अगर यह समयसीमा पार कर जाती है, तो प्रशासकों को जिम्मेदारी देनी पड़ेगी.