नदियां जल संरक्षण का बड़ा साधन-जिलाधिकारी

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अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्टेªट सभागार में “जिला गंगा संरक्षण समिति” की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों की उपस्थिति में कहा कि नदियां जल संरक्षण का बड़ा साधन है। अतः नदियों का संरक्षण एवं उनके पुनरोद्वार का दायित्व प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। जनपद में गंगा की सहायक नदी घाघरा (सरयू) का प्रवाह है। इसके संरक्षण के दृष्टिगत इसमें गिरने वाले सभी नालों ट्रीटमेंट के उपरांत जल प्रवाह किया जाने का कार्य विभिन्न योजनाओं के तहत तेजी से प्रगति पर है।

मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव ने सरयू जागृति अभियान की कार्ययोजना के बारे में बताया कि सरयू नदी के किनारे अवस्थित गांवों में गठित ग्राम गंगा सेवा समितियों द्वारा ग्राम स्तर पर स्थानीय लोग सरयू नदी को स्वच्छ रखने हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर जागरूक किया जायेगा तथा जिन घाटों पर सरयू आरती नही हो रही है वहां आरती हेतु लोगों को जागरूक किया जायेगा। ताकि यह एक सांस्कृतिक परम्परा बन जाये तथा लोगों का गंगा (सरयू) नदी के प्रति आस्था में वृद्वि हो और लोग इसे साफ सुथरा रखें। सरयू जागृति अभियान के तहत सरयू नदी तट/घाट की सफाई, उपयुक्त स्थलों पर नवीनीकरण/सौन्दर्यीकरण किया जायेगा तथा नदी की साफ सफाई हेतु वृहद स्तर पर एन0जी0ओ0 व आम जनता के सहयोग से श्रमदान/स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा।

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि 21 मई योग दिवस से 1 दिन पूर्व 20 मई को सरजू के किनारे एनजीओ रेड क्रॉस सोसाइटी सहित विभिन्न विभागों एवं जन सामान्य के संयुक्त सहयोग से विशेष श्रमदान स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।इस अवसर पर समिति के सदस्यों द्वारा नदियों को साफ सुथरा रखने के सम्बंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। समिति के सदस्यों द्वारा नदी में कूड़ा व मृत पशुओं को प्रवाहित न करने हेतु लोगों को जागरूक करने व लोगों को नदियों को स्वच्छ रखने हेतु सहयोग की अपील की गयी।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता सिंचाई खण्ड, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जिला पंचायत सदस्य अशोक मिश्र, अध्यक्ष ग्लोबल वार्निंग ट्रस्ट मनीष सिंह, अध्यक्ष अर्थ संर्वत फाउण्डेशन अभिशेष सिंह, अध्यक्ष भारतीय उद्योग संगठन अयोध्या एस0पी0 सिंह व उप प्रभागीय वनाधिकारी ए0के0 कश्यप सहित अन्य समितियों के सदस्य उपस्थित रहे।