चित्रकूट में रसिन बांध परियोजना तथा चिल्लीमल आधुनिकीकरण पम्प नहर परियोजना का लोकार्पण

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मुख्यमंत्री ने जनपद चित्रकूट में रसिन बांध परियोजना तथा चिल्लीमल आधुनिकीकरण पम्प नहर परियोजना का लोकार्पण किया।प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकारबुन्देलखण्ड क्षेत्र को धरती का स्वर्ग बनाने का कार्य कर रही।चित्रकूट की धरती अध्यात्म और वीरों कीधरती, यह प्रभु श्रीराम के तप व साधना की भूमि पिछले 04 वर्षाें में चित्रकूट में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य किया गया।चित्रकूट को देश की राजधानी दिल्ली सेजोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा।वर्तमान सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री जी द्वारा किसानों को खुशहाल और समृद्ध करने के उद्देश्य से बुन्देलखण्ड क्षेत्र की अधूरी पड़ी परियोजनाओं को धनराशि उपलब्ध कराकर पूरा करने का विशेष अभियान चलाया गया।रसिन व चिल्लीमल परियोजनाओं से लगभग05 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि सोना उगलने का कार्य करेगी।


लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद चित्रकूट में 161.64 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित रसिन बांध परियोजना का लोकार्पण किया। इसके अलावा, उन्होंने 50.46 करोड़ रुपये लागत की चिल्लीमल आधुनिकीकरण पम्प नहर परियोजना का भी लोकार्पण किया।इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चित्रकूट की धरती अध्यात्म और वीरों की धरती रही है। यह प्रभु श्रीराम के तप व साधना की भी भूमि है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड क्षेत्र को धरती का स्वर्ग बनाने का कार्य कर रही है। पिछले 04 वर्षाें में चित्रकूट में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। इसका 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इस वर्ष के अन्त तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का कार्य पूर्ण हो जाने पर चित्रकूट से दिल्ली की दूरी मात्र 05 से 06 घण्टे में तय की जा सकेगी। ये ऐसे कार्य हैं जिनसे बुन्देलखण्ड क्षेत्र निवेश का एक प्रमुख गंतव्य बन जाएगा।

     मुख्यमंत्री ने कहा कि रसिन व चिल्लीमल परियोजनाओं से लगभग 05 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि सोना उगलने का कार्य करेगी। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे ड्रिप इरिगेशन तकनीक को अपनाएं, जिससे यही जल 5,000 हेक्टेयर भूमि के बजाय 15,000 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करेगा। इस तकनीक के माध्यम से किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार कार्ययोजना बनाकर युवाओं को रोजगार देने का कार्य कर रही है, जिससे पलायन रुका है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से बुन्देलखण्ड में डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इस कॉरिडोर में रक्षा से जुड़े उपकरण तैयार किये जाएंगे। अब बुन्देलखण्ड का शौर्य और पराक्रम देश व दुनिया देखेगी।


     मुख्यमंत्री ने कहा कि देश सन् 1947 में आजाद हुआ, किन्तु बुन्देलखण्ड सूखा, पलायन, अन्ना प्रथा, पेयजल समस्या, बेरोजगारी, अनधिकृत कब्जे, वन सम्पदा के दोहन जैसी अनेक समस्याओं से ग्रसित रहा। पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में परियोजनाएं अधूरी रहीं, जिससे उनका लाभ किसानों को नहीं मिल पाया। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री जी द्वारा किसानों को खुशहाल और समृद्ध करने के उद्देश्य से बुन्देलखण्ड क्षेत्र की अधूरी पड़ी परियोजनाओं को धनराशि उपलब्ध कराकर पूरा करने का विशेष अभियान चलाया गया।


    रसिन बांध परियोजना से तहसील कर्वी, जनपद चित्रकूट के अन्तर्गत बागेन एवं मंदाकिनी नदी के मध्य असिंचित क्षेत्र को सिंचित किए जाने की सुविधा मिलेगी। इनसे 17 ग्रामांे में-रसिन, सुदिनपुर, दुबरिया, तरसुमा, फाटापुरवा, भडिहाई, महादेवन, मखलुपुरवा, श्यामाडांड, तमरार, नागरपुरवा, जोगियापुरवा, बरछा, भुसासी, बदौसा, माधवताला तथा शहजादपुर के कुल 3,635 किसान लाभान्वित होंगे। परियोजना से 2,290 हेक्टेयर भूमि पर नवीन सिंचन क्षेत्र सृजित होगा। रसिन बांध परियोजना में सिंचाई के अलावा, 0.22 एम0सी0एम0 पानी पेयजल के लिए आरक्षित किया गया है। इससे 5,000 व्यक्तियों को वर्ष भर पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा।


परियोजना के पूर्ण होने से पहले मात्र प्राकृतिक वर्षा पर सिंचाई के लिए निर्भर फसलों का ही उत्पादन हो पाता था। रसिन जलाशय के पूर्ण हो जाने के उपरान्त अब यहां रबी और खरीफ, दोनों फसलों का उत्पादन हो सकेगा। इससे क्षेत्र के खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आमदनी को दोगुना करने में मदद मिलेगी। रसिन जलाशय में सिंचाई और पेयजल के लिए वर्ष भर पानी उपलब्ध रहेगा, जिससे इस क्षेत्र के भूजल स्तर में भी वृद्धि होगी।


  जल जीवन मिशन के माध्यम से ‘हर घर नल, हर घर जल’ देने की व्यवस्था की गयी है। इसके साथ ही हर खेत को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। उन्होंने कहा कि यह विडम्बना है कि आजादी के इतने वर्षाें के बाद भी यहां के 11 से 12 गांवों में सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं थी। उन्हांेने कहा कि वर्तमान सरकार ने दशकों से लम्बित पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को तेजी से पूर्ण कराने का कार्य किया है। 2600 करोड़ रुपये लागत की अर्जुन सहायक परियोजना को अगले 01 से 02 माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। इससे बांदा, महोबा व हमीरपुर जनपद लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को सिंचाई का जल मिलेगा। इसके साथ ही 04 से 05 लाख लोगों को शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध होगा।


    मुख्यमंत्री ने कहा कि जालौन, ललितपुर, महोबा में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया है। चित्रकूट में एयरपोर्ट तैयार हो रहा है, जिससे इस जनपद का तेजी से विकास होगा। चित्रकूट में पर्यटन के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। किसानों से एम0एस0पी0 के आधार पर कृषि उत्पादों की खरीद की जा रही है। इससे किसानों को लाभ हुआ है। उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा है। कृषि मण्डियों के माध्यम से भी किसानों को लाभ मिल रहा है। जिन लोगों के पास आवास नहीं हैं, उन्हें प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराये जा रहे हैं।

कोल जनजाति को भी आवास योजना से जोड़ा जाएगा। जो भी प्रवासी मजदूर हैं, उन्हें 02 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा तथा 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जाएगा। हर न्याय पंचायत पर वृहद गौशालाओं का निर्माण होगा, जिससे अन्ना प्रथा का समाधान होगा। निराश्रित गौवंश को रखने पर कृषकों को 900 रुपये प्रतिमाह के आधार पर 04 गौवंश रखने पर 3600 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा। उचित दर की दुकानों, पुष्टाहार वितरण, विद्युत बिल जमा करने आदि के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार मिलेगा, जिससे नारी सुरक्षा, सम्मान, स्वावलम्बन व सशक्तिकरण का कार्य होगा। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत छात्र-छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है।


    मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य प्रगति पर है। इस कार्य को भारत सरकार की गाइडलाइंस एवं क्रम के अनुरूप ही सम्पादित कराया जाए। कोविड संक्रमण पर नियंत्रण पाने में उल्लेखनीय सफलता मिली है, किन्तु अभी कोविड-19 का खतरा टला नहीं है। इसलिए हर स्तर पर सतर्कता व सावधानी बरतना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि 60 वर्ष की आयु से अधिक तथा कोमॉर्बिडिटी से ग्रसित लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण की निःशुल्क व्यवस्था सरकारी अस्पतालों व संस्थाओं में की गई है। टीके की दूसरी डोज़ लगवानी आवश्यक है। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने रसिन बांध में निर्मित पार्क पर स्थापित शिव मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की।


     कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जल शक्ति मंत्री डॉ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने जनपद जालौन, ललितपुर, झांसी, महोबा, चित्रकूट में विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। बुन्देलखण्ड क्षेत्र प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में है। आज बुन्देलखण्ड क्षेत्र सहित सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश का चतुर्दिक विकास हो रहा है।कार्यक्रम में लोक निर्माण राज्य मंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय तथा विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।इस अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव ओलख सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।