भाजपा राज में किसान के साथ अन्याय-अखिलेश

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राजेन्द्र चौधरी

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में किसान के साथ सर्वाधिक अन्याय हो रहा है। महंगाई और कर्ज से किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। गेहूं की फसल लिए किसान क्रय केन्द्रों का पता ढूंढ़ता मारा-मारा फिर रहा है। सरकारी विज्ञापनों में खुले कथित क्रय केन्द्रों में ही खरीद फरोख्त और भुगतान का नकली नाटक चल रहा है। किसान की फसल एमएसपी पर तो नहीं बिक रही, बिचौलियों के झोलों में भरी जा रही है।किसान पर आफत की मार यही नहीं रुक रही है। कई जनपदों में खेतों में खड़ी फसल आग में जलकर राख हो गई। मैनपुरी के करहल में भीषण आग लगने से खेत में तैयार खड़ी गेहूं की फसल नष्ट हो गई। देवरिया में 10 बीघा, अमेठी में 300 बीघा, चंदौली में 10 बीघा और गाजियाबाद के मंसूरी इलाके में 28 बीघे गेहूं की फसल राख हो गई।

चित्रकूट में 80 बीघा, कानपुर देहात में 30 से 40 बीघा, और हरदोई में 2 बीघा फसल जल गई। जौनपुर के जफराबाद के जनैघा गांव में भी गेहूं की फसल राख हो गई।कुशीनगर में सैकड़ों एकड़ फसल में आग लग गई। हर दिन हजारों बीघा फसल जल रही है तबाही मची हुई है। भाजपा सरकार ने पीड़ित किसानों की सुध नहीं ली। मुआवजा देना तो दूर मुख्यमंत्री जी ने खेतों की लगी आग और किसानों के पेट की आग बुझाने को कोई कदम नहीं उठाया। भाजपा सरकार की संवेदनशून्यता की यह पराकाष्ठा है।