मुवावजे में लेखपाल पर लगा क्षतिपूर्ति हड़पने का आरोप

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भू स्वामी ने एसडीएम से की लेखपाल की शिकायत लगाया न्याय की गुहार। रामपथ चौड़ीकरण मुवावजे में लेखपाल पर लगा क्षतिपूर्ति हड़पने का आरोप। लेखपाल ने भू स्वामी से कहा 5 लाख में एक लाख मैं लूंगा तब दूंगा 2 लाख नकद।

योगेन्द्र कुमार के साथ पंकज यादव

अयोध्या। रामनगरी में राम पथ के चौड़ीकरण की जद में आने वाले दुकानों व मकानों के मालिकों के साथ राजस्व विभाग के लेखपाल और तहसीलदार उन्हें मिलने वाले मुआबजे में बड़ा खेल करने में जुटे है। जिसका खुलासा शुक्रवार को एक भूस्वामी द्वारा एसडीएम सदर को दी गयी शिकायत के बाद हुआ है। जिसमे शिकायत कर्ताओं ने संबंधित लेखपाल पर क्षतिपूर्ति का कागजात तो 17 लाख का बनाया गया लेकिन मुआबजा 2 लाख रुपए देने की बात की जा रही है। जिसको लेकर जमीन के मालिकों ने वरिष्ठ अधिकारियों का दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया है।


शिकायतकर्ता का आरोप है कि लेखपाल सर्वा सिंह ने उनसे मात्र 5 लाख मुआवजा बनने की बात कहते हुए 1 लाख स्वयं लेने और 2 लाख मकान वालो को और 2 लाख भू स्वामी को नकद देने की बात कहते हुए हुए उनसे सरकारी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने का दबाब बनाया है। ऐसा न करने पर किसी और से हस्ताक्षर करवाने कर कागजी कोरम पूरा करने की भी धमकी दी है। जबकि भू स्वामी द्वारा पता करने पर जो जानकारी हुई वह काफी चौकने वाली है। जिसमे उस भूमि पर 17-17 लाख दो जगह मुआवजा तय किया गया है।

शिकायत कर्ताओं का कहना है कि लेखपाल सर्वा सिंह मकान स्वामियों ताहिरा बेगम समरा बनो, मो0 इस्तियाक,मो0 मुस्ताक,रियाज अहमद,मो इरशाद, के साथ सांठगांठ करके उसके स्वामित्व वाली भूमि गाटा संख्या 111 मि0 क्षेत्रफल 1 बीघा 5 विस्वानसी में अधिग्रहित भूमि की क्षतिपूर्ति 35 लाख रुपये हड़प लेने के फिराक में है जोकि एक अपराध है। शिकायत कर्ता रामजी शुक्ला ने एसडीएम से उक्त प्रकरण में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। जब इस बारे में आरोपी लेखपाल से बात करने के लिए उनके मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो वह एनेबल कांटेक्ट रहे।

शिकायत कर्ता रामजी शुक्ला ने एसडीएम से उक्त प्रकरण में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। जब इस बारे में आरोपी लेखपाल से बात करने के लिए उनके मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो वह एनेबल कांटेक्ट रहे।इस तरह दुकानों – मकानों के मालिकों के साथ राजस्व विभाग के लेखपाल और तहसीलदार उन्हें मिलने वाले मुआवजे में बड़ा खेल करने में जुटे है।