पुलिस लापरवाह:दहेज लोभी परिवार से तंग महिला नर्स ने की आत्महत्या

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पुलिस से मदद नहीं मिलने पर नर्स ने लगा ली थी फांसी -नर्स के परिजनों ने ‘[नौ लोगों के खिलाफ प्रताड़ित करने की तहरीर दी थी -पुलिस ने पति को गिरफ्तार किया, अन्य की तलाश जारी।परिजनों के साथ करीब 200 लोग थाने पहुंचे थे। पूरे मामले में पुलिस बैकफुट पर नजर आई। थाने का घेराव, हंगामे के दौरान पिता की बिगड़ी तबीयत।

लखनऊ में शुक्रवार को नर्स सपना यादव ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। नर्स सपना अपने पति व ससुराल की प्रताड़ना से बहुत दुःखी थी। ससुराल वाले उसे दहेज को लेकर आये दिन प्रताड़ित करते रहते थे। सपना का परिवार जहाँ रहता है वहां के लोगों का कहना है कि बहुत मिलनसार सभ्य व मददगार थी।नर्सिंग का कोर्स करने के बाद वह शहर के प्रतिष्ठित हॉस्पिटल में जॉब कर रही थी। अभी हाल ही में जब पति का एक्सीडेंट हुआ था तो उसने पिता के घर रहकर पति की सेवा की एवं इलाज भी कराया था। पति एवं पति परिवार के उत्पीड़न की शिकायत पर कार्यवाही न होते देख दुःखी रहने लगी थी। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने घटना के 3 दिन पहले गौतमपल्ली थाने में ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत की थी। लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। बल्कि परिवार वालों को धमकाते हुए कहा कि अभी मरी तो नहीं है मर जाये तो आना। पुलिस कर्मी यहीं नहीं रुकता है लड़की के भाई का कालर पकड़ कर अंदर बैठा देता है कहता ज्यादा नेतागिरी करोगे तो जेल भेज दूँगा जिसे देख लड़की के पिता थाने में ही गिर जाते हैं जिसकी दशा देख सपना अन्दर-अन्दर टूट जाती है। जिसका नतीजा यह होता है कि लड़की आत्महत्या करने को मजबूर होती है। पुलिस लापरवाह:दहेज लोभी परिवार से तंग महिला नर्स ने की आत्महत्या

सपना का भाई बोला-5 लाख दहेज मांग रहे थे। थाने का घेराव, हंगामा,थाने में परिजन रोते-बिलखते देखे गए। पुलिस पर उन्होंने आरोपों की झड़ी लगा दी। थाने में परिजन रोते-बिलखते देखे गए। पुलिस पर उन्होंने आरोपों की झड़ी लगा दी।परिजनों ने देर रात गौतम पल्ली थाने का घेराव करके हंगामा किया।परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस अपनी ड्यूटी ठीक से करती, तो शायद हमारी बेटी जिंदा होती। दरअसल, सपना के ससुराल की तरफ से 5 लाख रुपए दहेज मांगे जा रहे थे। शिकायत थाने में की गई। लेकिन FIR नहीं दर्ज हुई। इस मामले को मीडिएशन सेंटर भेजा गया। इसके बाद सपना ने सुसाइड कर लिया। हंगामा कर रहे परिजनों को गौतमपल्ली पुलिस ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। इसके PGI थाने में पति समेत 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी पति को देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है।

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दो साल पहले शादी…अब कर रहे थे प्रताड़ित

पिपरा घाट दिलकुशा कालोनी में रहने वाले विनोद कुमार यादव की बेटी सपना की शादी 29 जनवरी 2022 को चरण भट्टा रोड पर रहने वाले आशीष यादव से हुई थी। विनोद का आरोप है कि शादी के बाद से ही सपना के ससुराल वाले 5 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। इसके लिए सपना को प्रताड़ित करते थे। ये बात सपना ने कई बार फोनपर घर आकर भी बताती थी। जिसके चलते बेटी और दामाद को पीजीआई के बरौली खलीलाबाद मेंएक जानने वाले के घर किराए पर कमरा दिलवा दिया। मगर घरेलू झगड़े होते रहे। शुक्रवार सुबह सपना अस्पताल जाने की बात कहकर निकली, लेकिन ड्यूटी पर नहीं गई। भाई आकाश ने सपना को फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला।अस्पताल फोन करने पर पता चला कि सपना ड्यूटी पर नहीं आयी है। इसके बाद आकाश ने अपने दोस्त तेलीबाग में रहने वाले को फोन किया और बरौली खलीलाबाद जाकर देखने को कहा। करीब पौने तीन बजे पहुंचा। थोड़ी देर में आकाश भी पहुंच गया। दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। आकाश ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तब सपना के सुसाइड के बारे में पता चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगा गौतमपल्ली थाने का घेराव किया। जहां पिता विनोद की डीसीपी मध्य अपर्णा रजत और एसीपी हजरतगंज अरविंद कुमार से बहस हो गई। जिसके बाद उन्होंने आत्मदाह तक की धमकी दे डाली। दोनों अधिकारियों ने उन्हें पति की गिरफ्तारी होने की बात कह कर समझा-बुझाकर शांत कराया। इस बीच पिता विनोद की तबीयत बिगड़ गई।

भाई ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप

आकाश का आरोप है कि बहन सपना ने पति आशीष समेत ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर 23 सितंबर को गौतमपल्ली थाने और बंदरियाबाग चौकी में शिकायत की थी। जहां चौकी इंचार्ज ने कार्रवाई की बात कह कर लौटा दिया था। वहीं, थाने पर भी ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते बहन ने यह कदम उठाया। इसको लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामला मीडिएशन सेंटर भेजा गया था। कार्रवाई से पहले सपना ने यह कदम उठा लिया। इंस्पेक्टर पीजीआई राणा राजेश कुमार सिंह ने बताया, “मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।”

पुलिस के मुताबिक विनोद यादव, पत्नी अनीता यादव, बेटी सपना यादव, खुशी यादव और बेटे आकाश यादव के साथ पिपराघाट, थाना गौतम पल्ली लखनऊ में रहते हैं। विनोद यादव ने अपनी बेटी सपना का विवाह 18 महीने पहले पीजीआई लखनऊ के रहने वाले आशीष यादव से बड़ी धूमधाम से किया था। परिजनों का आरोप है कि विवाह के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दियापरिजनों के मुताबिक, आशीष यादव लुलु मॉल में काम करता है। पिछले कुछ दिनों से किराए पर सेक्टर 12, बरौली खलीलाबाद में पत्नी के साथ रह रहा था। लड़ाई झगड़े के बाद सपना मायके में थी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार करीब एक बजे वह अस्पताल ड्यूटी जाने के लिए अपनी स्कूटी से निकली थी। जब काफी देर तक फोन नहीं आया तो भाई आकाश ने सपना को फोन किया तो जवाब नहीं मिला। अस्पताल फोन किया तो जवाब मिला कि वह ड्यूटी पर नहीं है। आकाश ने अपने दोस्त तेलीबाग निवासी को फोन किया और बरौली खलीलाबाद जाकर देखने को कहा। थोड़ी देर में आकाश भी पहुंच गया। दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जबाव नहीं मिला। आकाश ने पुलिस को सूचना दी, सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो सपना ने सोसाइड कर लिया था। जिसके चलते गौतमपल्ली कोतवाली पुलिस और पीजीआई पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

ससुराल वालों की गिरफ्तारी व दोषी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक नर्स के परिवार वालों ने शनिवार को दिलकुशा गार्डन के पास शव रखकर प्रदर्शन किया। हंगामे की सूचना पर एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह,एसीपी हजरतगंज अरविंद कुमार वर्मा व दो कोतवाली के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। तहरीर पर कार्रवाई न किए जाने के आरोप पर गौतमपल्ली कोतवाली में तैनात दरोगा तेज कुमार शुक्ला को निलंबित किए जाने व आरोपित ससुराल वालों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। वहीं, एसीपी हजरतगंज अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि शिकायत पर कार्रवाई न करने के आरोप में दरोगा तेज कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है। आरोपित पति आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, फरार आठ अन्य आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया गया है।

चौकी इंचार्ज बंदरियाबाग तेज कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया। इसके अलावा उन्होंने नामजद आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत कराया। एडीसीपी मध्य ने बंदरियाबाग चौकी इंचार्ज तेज कुमार शुक्ला को निलंबित करने का आदेश दिया और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत कराया। मामले की जांच एसीपी हजरतगंज करेंगी। मालूम हो कि मामले में मृतका के भाई आकाश यादव की तहरीर पर पीजीआई थाने में उसके पति आशीष- सास मालती देवी, ससुर रविदेव सिंह, ननद किरण यादव, ननदोई विवेक, ननद अल्का, देवर विपुल शर्मा, देवरानी • राधिका और जेठ अभिषेक यादव के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने शुक्रवार रात को ही आशीष को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस लापरवाह:दहेज लोभी परिवार से तंग महिला नर्स ने की आत्महत्या