ध्वजारोहण के बाद अल्लाहू अकबर के लगे नारे

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ध्वजारोहण के बाद अल्लाहू अकबर के लगे नारे
ध्वजारोहण के बाद अल्लाहू अकबर के लगे नारे

ध्वजारोहण के बाद अल्लाहू अकबर के लगे नारे

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में ध्वजारोहण के बाद ही अल्लाहू अकबर के नारे लगे। प्रतिबंध के बाद भी जेएनयू से लेकर कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी तक बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री खुलेआम देखी जा रही है। देश में धार्मिक आतंकवाद का जोर-बाबा रामदेव। लेकिन राहुल गांधी और कुछ फिल्म स्टारों को भारत में डर और भय का माहौल नजर आता है।

एस0 पी0 मित्तल

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर यूपी की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में ध्वजा रोहण का समारोह हो रहा था, तब कुछ विद्यार्थी अल्लाहू अकबर के धार्मिक नारे लगा रहे थे। गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है, लेकिन फिर भी यह विवादित फिल्म दिल्ली के जेएनयू कैम्पस से लेकर कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी तक में खुले आम देखी जा रही है। जो लोग कानून तोड़ कर प्रतिबंधित फिल्म देख रहे है, उन पर कार्यवाही करने की हिम्मत किसी में भी नहीं है। जो लोग भारत की सनातन संस्कृति पर भरोसा कर सभी धर्मों को सम्मान देने के पक्ष में हैं उन्हें इन ताजा घटनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए।

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योग के माध्यम से करोड़ों लोगों को स्वस्थ रखने वाले बाबा रामदेव ने गणतंत्र दिवस पर ही कहा है कि देश में धार्मिक आतंकवाद का जोर है। हालांकि बाबा ने कहा कि सनातन धर्म पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, लेकिन देशवासियों को देखना होगा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से लेकर कोलकाता तक का जो माहौल है, उससे कैसे निपटा जाए। एक और यूनिवर्सिटी के कैम्पस में लोग कानून तोड़ रहे हैं, वहीं कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और कुछ फिल्म स्टारों को भारत में डर और भय का माहौल नजर आता है। डर और भय के माहौल को समाप्त करने के लिए राहुल गांधी तो दक्षिण से उत्तर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। राहुल गांधी बताएं कि यदि भारत में डर का माहौल होता तो क्या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में तिरंगा फहराने के समय अल्ला हू अकबर के नारे अौर जेएनयू से लेकर कोलकाता तक में प्रतिबंधित फिल्म देखने की घटनाएं होती…?

राहुल गांधी भी भारत के एक जिम्मेदार नागरिक हैं और सनातन धर्म में भरोसा कर रही मंदिरों में पूजा अर्चना करते हैं। ऐसे सनातन धर्म प्रेमी राहुल गांधी को भी देश के मौजूदा हालातों को समझना चाहिए। लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका निभाते हुए राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा की आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन यह विरोध देश का नहीं होना चाहिए। किस मंशा से घटनाएं हो रही है, उन्हें समझने की जरूरत है। जो लोक भारत में डर का माहौल देखते हैं उन्हें पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति देखनी और समझनी चाहिए। आज पूरा पाकिस्तान आतंकवाद की जकड़ में है।

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