पेयजल योजना के लिए भूमि का चयन कर शीघ्र कार्यवाही करें

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अयोध्या। मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल की अध्यक्षता में आज आयुक्त सभागार में ग्रामीण पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जल जीवन मिशन के तहत किये जा रहे ग्रामीण पेयजल योजना की समीक्षा की गयी। इस बैठक में सम्बंधित कार्यदायी संस्थाओं, जलनिगम आदि से जुड़े अधिकारियों, अभियंत्राओं ने भाग लिया। मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल के पांचों जनपदों के कुल 966 इस योजना में ग्राम चयन किये गये है इसके लिए जनपदों के जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के साथ आवश्यक बैठक कर विभागीय अधिकारी डी0पी0आर0 तैयार करें तथा पेयजल योजना के लिए भूमि के चयन की कार्यवाही भी शीघ्र करें और स्थानीय प्रशासन से समन्वय बनाकर बेहतर ढंग से इस योजना को लागू किया जाय। इसमें ग्राम पेयजल में सभी को पानी उपलब्ध कराना साथ ही जुड़े हुये प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्रों आदि पर स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए। गर्मी को देखते हुये जलनिगम एवं नलकूप आदि विभाग के अधिकारी ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि आम व्यक्ति तथा पशुओं को भी पानी की कोई समस्या न हों।


मण्डलायुक्त द्वारा बैठक के अगले चरण में अटल भूजल योजना की समीक्षा की गयी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्राउण्ड वाटर के लिए आम सहभागिता से जल सुरक्षा योजना बनाना, तालाबों, जलाशयों का जीर्णोद्वार करना, आम लोगों को बेहतर जलापूर्ति के साथ-साथ जल के दुरूपयोग को रोकने के लिए जागरूक करना इसके लिए जिला व ब्लाक स्तर पर कार्ययोजना की आवश्यकता है। इसके लिए मण्डल, जिला, ब्लाक एवं ग्राम स्तर पर किये जा रहे मनरेगा, लघु सिंचाई, जलनिगम, ग्राम्य विकास आदि के कार्यो की जो जल संरक्षण के लिए कार्य किये जा रहे है उसकी समयिक विवरण बनाया जाय तथा विशेषकर इस कार्य को देख रहे लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इस योजना के लिए और संवेदनशील होने की आवश्यकता है इसमें मण्डल के सभी जनपदों के चिन्हांकित स्थानों के लिए कार्य योजना बनाते हुये शीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाय। इस बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त श्री वेदप्रकाश मौर्या सहित सम्बंधित विभाग के अधिकारी, अभियन्ता उपस्थित रहे।

मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल द्वारा मण्डल में एक अप्रैल 2021 से शुरू किये गये गेहूं क्रय केन्द्रों की समीक्षा की गयी, जिसमें बताया गया कि विगत वर्ष की तुलना में 277 के विपरीत 295 गेहंू क्रय केन्द्र खोले जा रहे है। जिसमें गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य रू0 1975 प्रति कुन्तल है। मण्डलायुक्त ने कहा गेहूं क्रय का कार्य आगामी 2 जून 2021 तक किया जायेगा। जिसमें प्रत्येक केन्द्र पर जिम्मेदार अधिकारियों की डियुटी लगायी गयी है। प्रत्येक केन्द्रों पर किसानों को बैठने की, स्वच्छ पानी पीने की, कोविड हेल्प डेस्क की, पल्स आक्सीमीटर की, टोकन की सभी प्रकार के यंत्र की, आवश्यक बोरो/बैग्स की, भण्डारण क्षमता की तथा समय से भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये तथा ऐसा व्यवस्था किया जाय कि विगत वर्ष की तुलना में किसानों को बेहतर व्यवस्था उपलब्ध हो तथा उनको किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो तथा जो किसान क्रय केन्द्र पर आ जाये उसका गेहूं नियमानुसार क्रय कर लिए जाय किसी भी दशा में वापस न किया जाय। इसमें खाद्य विभाग, सहकारिता विभाग, मार्केटिंग विभाग, कृषि विभाग, एफसीआई विभाग आदि विभागों के अधिकारी बेहतर ढंग से समन्वय करें तथा सम्भागीय खाद्य नियंत्रक, सहायक खाद्य आयुक्त इसकी नियमित समीक्षा करें तथा नियमानुसार शासन को तथा मण्डलायुक्त कार्यालय को रिपोर्ट प्रेषित करें। किसी केन्द्र पर कोई समस्या आये तो स्थानीय स्तर पर उपजिलाधिकारी आदि के माध्यम से हल किया जाये एवं जिलाधिकारी को तथा मण्डलायुक्त कार्यालय को जानकारी दें, जिससे कोई समस्या उत्पन्न न हो और मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार विचैलिये मुक्त किसानों का गेहूं क्रय हो तथा समय से भुगतान हो। इस बैठक में सम्बंधित विभाग के अधिकारी एवं मण्डल के खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी एवं मार्केटिंग अधिकारी उपस्थित थे।