चेतना और समान की अनुभूति से जन्मी एकता का नाम है PDA-काज़ल निषाद

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चेतना और समान की अनुभूति से जन्मी एकता का नाम है PDA-काज़ल निषाद
चेतना और समान की अनुभूति से जन्मी एकता का नाम है PDA-काज़ल निषाद

चेतना और समान की अनुभूति से जन्मी एकता का नाम है PDA। सपा प्रत्याशी काजल निषाद का जानता ने किया भव्य स्वागत। सपा कार्यकर्ता PDA के सदभावना दूत बनकर हर गांव, गली और मोहल्लों में कूदे। चेतना और समान की अनुभूति से जन्मी एकता का नाम है PDA-काज़ल निषाद

अजय सिंह


गोरखपुर लोकसभा के 323 ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र के महावीर छपरा में भव्य PDA जनपंचायात कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी पहली सूची में घोषित गोरखपुर सदर से लोकसभा से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काज़ल निषाद तथा समाजवादी पार्टी के नवनियुक्त महानगर अध्यक्ष शब्बीर क़ुरैशी का भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।PDA जनपंचायात कार्यक्रम में दूर दूर से आये भारी तादात में लोगों का आभार व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काज़ल निषाद ने कहा कि मूल रूप से पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यकों के शोषण, उत्पीड़न व उपेक्षा के खिलाफ उठती हुई आवाज, चेतना और समान की अनुभूति से जन्मी एकता का नाम PDA है, जिसमें हर वर्ग के वे सभी लोग भी शामिल हैं जो मानवता के आधार पर इस तरह की नाइंसाफी के खिलाफ हैं, और यही इसकी सबसे बड़ी बात है।

समाजवादी पार्टी के हर वर्ग के कार्यकर्ता PDA के सद्भावना दूत हैं जो हर गांव, मोहल्ले, गली, नुक्कड़, चौराहों, पुरवा,बस्ती व शहर में ज़मीनी स्तर पर जनता के बीच राजनीतिक चेतना और एकता का यह संदेश लेकर जा रहे हैं। सदियों से शोषण और उत्पीड़न से बचने के लिए यदि इस बार हम एक हो गए तो सरकार हमारी होगी और भविष्य भी हमारा होगा। PDA एक ऐसा जन आंदोलन है जिसमें पिछड़े दलित व अल्पसंख्यक जैसे मुस्लिम, सिख, बौद्ध, ईसाई, जैन व अन्य सभी शामिल है। गोरखपुर सदर लोकसभा से प्रत्याशी काज़ल निषाद ने कहा कि इस सरकार में महंगाई चरम पर है। महंगाई का आलम यह है कि मध्यम वर्गीय परिवार गरीबी रेखा से नीचे आ चुका है और गरीबों के सामने दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल है। सब्जी से लेकर खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं। महंगाई पर रोक लगाने में सरकार पूरी तरह से विफल है। इस महंगाई का सबसे ज्यादा असर हम महिलाओं पर ज्यादा पड़ता है क्योंकि रसोई का प्रबंधन हम महिलाओं के हाथ में होता है।

सरकार बार-बार भ्रष्टाचार समाप्त होने की बात कहती है लेकिन हाल यह है कि बगैर रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है। छुट्टा पशु लोगों की जान ले रहे हैं। किसानों की फसलों को चर कर बर्बाद कर दे रहे हैं। अगर किसी स्वतंत्र इकाई से जांच करा ली जाए तो सरकार के सारे दावों की पोल खुल जाएगी। सरकार सांड़ों के हमले में मरने वालों व किसानों की पशुओं की ओर से बर्बाद की जा रही फसलों का मुआवजा नहीं दे रही है। सरकार हर मोर्चे पर विफल है। उसका सबका साथ सबका विकास का दावा झूठा है।

इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन व संचालन समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष रजनीश यादव ने किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सच्चिदानंद यादव ने किया। प्रमुख रुप से जनाब जफर अमीन डक्कू साहब, बृजेश गौतम जी (जिला अध्यक्ष-समाजवादी पार्टी गोरखपुर), प्रहलाद यादव (पूर्व जिला अध्यक्ष-समाजवादी पार्टी गोरखपुर), रजनीश यादव जी(पूर्व जिला अध्यक्ष-समाजवादी पार्टी गोरखपुर), शब्बीर कुरैशी जी(महानगर अध्यक्ष-समाजवादी पार्टी गोरखपुर), राजीव पांडेय जी(छात्र नेता-गोरखपुर विश्वविद्यालय), हीरा यादव (पूर्व पार्षद), बृजनाथ मौर्य (पूर्व पार्षद), इम्तियाज़ अहमद (मीडिया प्रभारी- महानगर समाजवादी पार्टी) आदि ने संबोधित किया। चेतना और समान की अनुभूति से जन्मी एकता का नाम है PDA-काज़ल निषाद