UP:-छह वर्ष में स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े

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UP:छह वर्ष में स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े
UP:छह वर्ष में स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े
राजू यादव
राजू यादव

छह वर्ष में बेसिक स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े हैं। विगत विगत 6 वर्षों में 55 से 60 लाख अतिरिक्त बच्चे बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में आए हैं। UP:छह वर्ष में स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े

विगत विगत 6 वर्षों में 55 से 60 लाख अतिरिक्त बच्चे बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में आए हैं। आज बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 करोड़ 91 लाख को पार कर चुकी है। जब इस संख्या को देखता हूं तो सोचता हूं कि कई देशों की आबादी इतनी नहीं है। विगत 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश में समग्र विकास की भावना को साकार करते हुए क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का प्रयास किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2017 के पहले की स्थिति क्या थीसबको जानकारी है। शिक्षकों की भारी कमी थी। मुझे आश्चर्य होता है कि कुछ लोग इस बात की चर्चा करते हैं कि 5 वर्ष से शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई। पिछले 6 वर्ष में एक लाख 64 हजार शिक्षकों की भर्ती बेसिक और माध्यमिक शिक्षा परिषद में हुई है। जो लोग रिटायर हो रहे हैं। जहां अतिरिक्त शिक्षकों की आवश्यकता होती है, वहां पर निरंतर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी के लिए प्रदेश के अंदर एक शिक्षा आयोग बनाने की प्रक्रिया वर्तमान में प्रचलित हो रही है और बहुत जल्द हम इसका गठन करने जा रहे हैं। इसके साथ ही समय-समय पर शिक्षकों के रिफ्रेशर कोर्स चलाने चाहिए। शिक्षक यदि अपडेट होगा तो वो पूरी पीढ़ी को अपडेट कर देगा। हमारा प्रयास होना चाहिए कि डायट खाली न हो, योग्य शिक्षक जाएं। उन्हें अतिरिक्त सुविधाएं दीजिए। शिक्षकों को और पारंगत करने के लिए वहां जो भी गैप है उसे पूरा करना होगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य प्रदेश में दिख रहा है। बेसिक शिक्षा में 1.91 करोड़ बच्चों को यूनिफॉर्म, बैग, शूज, स्वेटर, बैग, बुक्स उपलब्ध कराने के साथ छह वर्ष के अंदर लगभग 60 लाख विद्यार्थी बेसिक शिक्षा के स्कूलों में बढ़े हैं। ऑपरेशन कायाकल्प, स्मार्ट क्लास, पायलट व पेयजल की शुद्ध उपलब्धता के कार्यक्रम युद्ध स्तर पर बढ़ रहे हैं। श्रमिकों के बच्चों के लिए इसी सत्र से अटल आवास विद्यालय शुरू होने जा रहे हैं। श्रमिक का बेटा भी अत्याधुनिक शिक्षा उपलब्ध करेगा। 18 अटल आवासीय विद्यालय, पंजीकृत श्रमिक व कोविड कालखंड में जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खोया है, मुख्यमंत्री बालसेवा योजना से जुड़े बच्चों को इससे जोड़ने जा रहे हैं। माध्यमिक, उच्च, तकनीकी हो या व्यावसायिक शिक्षा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने नई संभावनाओं को जन्म दिया है। यह अवसर है जब भारत दुनिया में फिर से एजूकेशन हब के रूप में खुद को स्थापित कर सकता है। UP:छह वर्ष में स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े