अब अडानी समूह संभालेगा एयरपोर्ट

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लखनऊ, कल से अडानी समूह संभालेगा एयरपोर्ट, अमौसी एयरपोर्ट अडानी ग्रुप के हवाले, 50 सालों के लिए अडानी ग्रुप के हवाले, समूह लेगा प्रबंधन,वित्तीय मामलों के फैसले, 3 साल तक एयरपोर्ट प्रशासन के साथ काम करेगा, 160 से अधिक विमानों का होता है संचालन, साल भर में 55 लाख यात्री करते हैं सफर।

चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अमौसी अब अडानी समूह का हो जाएगा। अगले पचास साल तक इस एयरपोर्ट पर अडानी समूह का नियंत्रण रहेगा। यात्री सुविधाओं से लेकर कमाई में अव्‍वल हवाई अड्डों में शुमार इस एयरपोर्ट पर टर्मिनल थ्री बनाने का प्रस्‍ताव पहले से ही है। अडानी समूह सोमवार से एयरपोर्ट का नियंत्रण संभाल लेगा।

अमौसी एयरपोर्ट के घरेलू और इंटरनेशनल टर्मिनल पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) की जगह यात्रियों को अब अडानी लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (एएलआइएएल) का स्‍टॉफ सेवाएं देगा। हालांकि अगले तीन साल तक एएआई और एएलआईएएल का मिला-जुला प्रबंधन कार्य करेगा, लेकिन तीन साल बाद यह पूरी तरह से अडानी ग्रुप के नियंत्रण में होगा।

अडानी ग्रुप के नियंत्रण में आने के बाद यहां कामर्शियल गतिविधियों के साथ एयरपोर्ट के विकास और यात्री सुविधाओं को बेहतर करने का जिम्मा अडानी ग्रुप का होगा। उधर, एयर ट्रैफिक कंट्रोल पूर्व की तरह एटीसी और सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) पर होगा, लेकिन इनका प्रशासनिक व प्रबंधन नियंत्रण अडानी समूह के पास ही होगा। एएआइ के अधिकारियों का एक दल शनिवार को अमौसी एयरपोर्ट पहुंचा है जो अडानी समूह के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर एयरपोर्ट हस्‍तांतरण की भौतिक कार्रवाई को संपन्‍न कराएगा।

एयरपोर्ट का नियंत्रण अपने हाथों में लेने को तैयार अडानी समूह ने हालांकि संकेत दिए हैं कि वह फिलहाल किसी तरह का यात्री सुविधा शुल्‍क बढ़ाने नहीं जा रहा है। इसके विपरीत दिल्‍ली एयरपोर्ट की तरह यहां भी सुविधाओं का विकास किया जाएगा । इसके तहत नया एसी लाउंज और बेहतर पिक एंड ड्राप सुविधा देने की तैयारी है लेकिन यात्रियों का मानना है कि आने वाले दिनों में एयरपोर्ट पर अलग-अलग मद में शुल्‍क बढ़ जाएगा।