कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालयों खोलने की अनुमति-रंजन कुमार

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लखनऊ, मण्डलायुक्त रंजन कुमार ने आज अपने कार्यालय से वीडियों कान्फ्रेसिंग के द्वारा कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में मण्डल के जनपदों में संचालित समस्त शिक्षा बोर्डों के कक्षा-9 से 12 के विद्यालयों में भौतिक रूप से पठन-पाठन पुनः प्रारम्भ किये जाने के सम्बन्ध एक बैठक की, जिसमें संयुक्त शिक्षा निदेशक सुरेन्द्र कुमार तिवारी उपस्थित थे तथा जनपद लखनऊ के 1100 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व मण्डल के सभी जनपदों के जिला विद्यालय निरीक्षकों ने आनलाइन जुड़कर बैठक में प्रतिभाग किया।

कोविड-19 के पश्चात छात्रहित में शासन द्वारा कन्टेटमेन्ट जोन के बाहर समस्त शिक्षा बोर्डो के विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक के 19 अक्टूबर से पठन-पाठन भौतिक रूप से पुनः प्रारम्भ किये जाने की अनुमति प्रदान की है। लेकिन शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिये विद्यालय खोले जाने के सम्बन्ध में जारी शासनादेश का अध्ययन कर उसका अनुपालन कराते हुए निम्न व्यवस्थाओं सुनिश्चित करायी जानी है।

– विद्यालय खोंले जाने से पूर्व उन्हें पूरी तरह से सैनेटाइज किया जाये तथा यह प्रक्रिया प्रतिदिन प्रत्येक पाली के उपरान्त नियमित रूप से सुनिश्चित करायी जायें।
– विद्यालयों में सैनेटाईजर, हैण्डवाश थर्मल स्कैनिंग एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जायें तथा प्रत्येक विद्यालय में जिला प्रशासन के इन्ट्रीग्रेटेड कन्ट्रोल रूम का नम्बर डिस्प्ले किया जायें तथा यदि किसी विद्यार्थी, शिक्षक व अन्य कार्मिक को खासी, जुखाम या बुखार के लक्षण मिलते है तो शीघ्र कन्ट्रोल रूम को सूचना दी जायें।
– विद्यालय में बिना अभिभावकों की अनुमति विद्यार्थियों को न बुलाया जाये तथा कोविड-19 के प्रोटोकाल का अनुपालन कराने हेतु प्रत्येक विद्यालय में एक कमेटी गठित की जाये जहां पर आवश्यकता हो वहां एक से अधिक कमेटी गठित की जायें।
– आनलाइन पठन-पाठन की व्यावस्था यथावत जारी रखी जाये तथा इसे प्रोत्साहित किया जायें।
– विद्यालय में सभी शिक्षकांे, विद्यार्थियों तथा अन्य कर्मचारियों का सम्पूर्ण समय मास्क पहनना अनिवार्य होगा, विद्यार्थियों को 06 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जायेगी।
– विद्यालय में लंच के समय व अन्य किसी कारण से विद्यार्थी मास्क उतारते है तो उस समय 06 फीट की दूरी का अनुपालन प्राथमिकता से कराया जाना है तथा अपने खाने-पीने की सामग्री एक दूसरे से शेयर नहीं करेगे इसके लिये जागरूकता लानी है।
– विद्यालय 02 पालियों में संचालित किये जाने प्रथम पाली में कक्षा 9 व 10 तथा द्वितीय पाली में कक्षा-11 व 12 के विद्यार्थियों को पठन-पाठन हेतु बुलाया जायें एक दिवस में प्रत्येक कक्षा के अधिकतम 50 प्रतिशत तक विद्यार्थियों को ही बुलाया जाये अवशेष 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को अगले दिन बुलाया जायें।
  उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा अब लोगों में काफी जागरूकता भी आ गयी है तथा सरकारी तंत्र भी काफी मजबूत हो गया है अब हम हर तरह की चुनौती का सामना करते हुए आगे बढ़ने को तैयार है। हमें संक्रमण से खुद भी बचना है तथा लोगों को भी बचना है। विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाव हेतु जागरूक करना है कि हाथ सैनेटाइज करे, फेश मास्क लगाकर रखें तथा 6 फिट की दूरी बनाकर रखे।

आज से शक्ति मिशन का शुभारम्भ हो गया है जिसमें विद्यालयों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है विद्यालयों में महिला कल्याण की योजनाओं से लोगों को जोड़ना है उनकी जानकारी देनी है तथा बालको को महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा के प्रति जागरूक कर उनको शपथ दिलानी है।उन्होंने कहा कि जनपदों में यदि कोई विद्यालय स्कूल खोले जाने के सम्बन्ध में जारी शासनादेश के अनुरूप व्यवस्थाये सुनिश्चित नही कराता है या शासन/प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन नही करता है तो उसके विरूद्ध विधिक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जायेगी उसका अनुपालन अधिकारी निरीक्षण कर सुनिश्चित करायेगें।इसके पश्चात मण्डलायुक्त ने उच्च शिक्षा के सम्बन्ध में वीडियों कान्फ्रेसिंग की जिसमें शिक्षा निदेशक अमित भारद्वाज, क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी अलोक श्रीवास्तव  सहित मण्डल के 150 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने आनलाइन जुड़कर प्रतिभाग किया।