गुरलीन ने झांसी में उगाई स्ट्रॉबेरी, प्रधानमंत्री ने की तारीफ़

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प्रधानमंत्री जी से मिली सराहना मेरे लिए एक सपना सरीखी : गुरलीन


झांसी की बेटी का जिक्र करने के लिए मुख्यमंत्री ने पीएम का जताया आभार।मुख्यमंत्री के प्रयासों से गुरलीन की मेहनत सबके सामने आई और आज पीएम की सराहना मिली।

लखनऊ – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल में पहली बार अपने मन की बात कार्यक्रम में झांसी के गौरव को देश भर में फिर से चार चाँद लगा दिए। वह भी स्ट्रॉबेरी का जिक्र करके। यह आश्चर्य सरीखी बात है कि शौर्य और संस्कार की तपती धरती झांसी की ख्याति स्ट्रॉबेरी के जरिये प्रधानमंत्री मन की बात से देश और संसार में गूंजी।ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने झांसी में लॉ की छात्रा गुरलीन चावला द्वारा की गई स्ट्रॉबेरी की खेती को सराहा। यही नहीं प्रधानमंत्री ने झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए यूपी सरकार के प्रयासों की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि झांसी का स्ट्रॉबेरी महोत्सव इसकी खेती को प्रोत्साहित करता है। मन की बात कार्यक्रम में झांसी की गुरलीन चावला द्वारा की गई स्ट्रॉबेरी की खेती तथा झांसी में स्ट्रॉबेरी महोत्सव के आयोजन का जिक्र करने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का आभार जताया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मन की बात कार्यक्रम में सराहना पाने वाली गुरलीन चावला की खुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्रीजी से मिली सराहना मेरे लिए एक सपना सरीखी है। झांसी के तपते वातावरण में स्ट्रॉबेरी को उगाकर मुझे खुशी मिली थी, लेकिन आज मेरी मेहनत को नया आयाम मिल गया है। गुरलीन के पिता हरजीत सिंह चावला का भी कुछ यही मत है। वह कहते हैं कि झांसी के जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही उनकी बेटी की मेहनत सबसे पहले सामने आया। हरजीत सिंह चावला के अनुसार 17 जनवरी को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी में एक महीने तक चलने वाले स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का वर्चुअल शुभारंभ कर गुरलीन की मेहनत को सराहा था। इसके बाद आज प्रधानमंत्री ने तो अपने अंदाज में मेरी बेटी की मेहनत को संसार के सामने ला दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेहद ही खूबसूरत अंदाज में स्ट्रॉबेरी की खेती करने को लेकर गुरलीन की सराहना की। उन्होंने कहा कि, मेरे प्यारे देशवासियों, अगर मैं आपसे बुदेलखंड के बारे में बात करूं तो वो कौन सी चीजें हैं, जो आपके मन में आएंगी ! इतिहास में रूचि रखने वाले लोग इस क्षेत्र को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ जोड़ेंगे। वहीं, कुछ लोग सुन्दर और शांत ‘ओरछा’ के बारे में सोचेंगे। कुछ लोगों को इस क्षेत्र में पड़ने वाली अत्यधिक गर्मी की भी याद आ जाएगी, लेकिन, इन दिनों, यहां, कुछ अलग हो रहा है, जो, काफी उत्साहवर्धक है, और जिसके बारे में, हमें, जरुर जानना चाहिए।

पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल शुरु हुआ। हर किसी को आश्चर्य होता है स्ट्रॉबेरी और बुंदेलखंड ! लेकिन यही सच्चाई है। अब बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है और इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है झांसी की एक बेटी गुरलीन चावला ने। लॉ की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झांसी में भी ये हो सकता है। झांसी का ‘स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल स्टे एट होम कांसेप्ट’ पर जोर देता है। इस महोत्सव के माध्यम से किसानों और युवाओं को अपने घर के पीछे खाली जगह पर, या छत पर टेरेस गार्डन में बागवानी करने और स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। नई टेक्नोलॉजी की मदद से ऐसे ही प्रयास देश के अन्य हिस्सों में भी हो रहे हैं, जो स्ट्रॉबेरी, कभी, पहाड़ों की पहचान थी, वो अब, कच्छ की रेतीली जमीन पर भी होने लगी है, किसानों की आय बढ़ रही है।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि साथियों, स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल जैसे प्रयोग इनोवेशन की स्पिरिट को तो प्रदर्शित करते ही हैं साथ ही यह भी दिखाते हैं, कि हमारे देश का कृषि क्षेत्र कैसे नई टेक्नोलॉजी को अपना रहा है। साथियों खेती को आधुनिक बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और अनेक कदम उठा भी रही है। सरकार के प्रयास आगे भी जारी रहेंगे। देश के प्रधानमंत्री ने ऐसी सराहना पाने से गुरलीन चावला आज देशभर में फेमस हो गई हैं। सोशल मीडिया पर हर कोई उनके प्रयास की तारीफ़ कर रहा है। झांसी के जिलाधिकारी आंद्रा वामसी भी खासे खुश हैं और अब वह झांसी के हर गांव एक किसान को स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करेंगे। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहते हैं कि स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का शुभारंभ करके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा देने की जो शुरुआत की थी अब उसमें और तेजी आएगी। बुंदेलखंड के कई जिलों में अब लोग स्ट्रॉबेरी की खेती करने में उत्साह दिखाएंगे।

जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेतीको बढ़ावा दे रही कु0 गुरलीन चावला ने भेंट की, इस प्रकार की अभिनव पहल से अधिक से अधिक किसानों और युवाओं को जोड़े जाने पर बल दिया।कु0 गुरलीन चावला ने अपने संकल्प और परिश्रमसे झांसी की धरती को स्ट्रॉबेरी की खेती के अनुकूल बनाया,जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है।कृषि उत्पाद को ऑर्गेनिक प्रमाणित करने केलिए मण्डल स्तर पर प्रयोगशाला की आवश्यकता पर बल।


बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती जहां एक ओर किसानों की आमदनी बढ़ाने में सहायक होगी, वहीं दूसरी ओर स्ट्रॉबेरी महोत्सव जैसे आयोजनों से बाजार की जरूरतों को भी पूरा करने में मदद मिलेगी।प्रदेश के कई जनपदों में किसानों ने अपने परिश्रम से ऐसी फसलें उगाईं,जिनके बारे में यह धारणा थी कि वे स्थानीय जलवायु और भूमि के अनुकूल नहीं हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा दे रही कुमारी गुरलीन चावला ने भेंट की। योगी ने कु0 गुरलीन चावला के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपने संकल्प और परिश्रम से झांसी की धरती को स्ट्रॉबेरी की खेती के अनुकूल बनाया है। इस प्रकार की अभिनव पहल से अधिक से अधिक किसानों और युवाओं को जोड़े जाने पर बल दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कु0 गुरलीन चावला से यह अपेक्षा की कि वे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को कृषि विविधीकरण के इस प्रयास में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है। कृषि उत्पाद को ऑर्गेनिक प्रमाणित करने के लिए मण्डल स्तर पर प्रयोगशाला की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।

बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती जहां एक ओर किसानों की आमदनी बढ़ाने में सहायक होगी, वहीं दूसरी ओर ‘स्ट्रॉबेरी महोत्सव’ जैसे आयोजनों से बाजार की जरूरतों को भी पूरा करने में मदद मिलेगी। जनपद सुल्तानपुर में ड्रैगन फ्रूट की खेती तथा जनपद झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती किए जाने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई जनपदों में किसानों ने अपने परिश्रम से ऐसी फसलें उगाईं, जिनके बारे में यह धारणा थी कि वे स्थानीय जलवायु और भूमि के अनुकूल नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस प्रकार के प्रगतिशील प्रयासों का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक से अधिक किसानों को इनसे जोड़ें। इन उत्पादों की मार्केटिंग और प्रोसेसिंग की व्यापक व्यवस्था किए जाने के निर्देश भी दिए।  

कु0 गुरलीन चावला ने जनपद झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग किया। विगत 17 जनवरी, 2021 को मुख्यमंत्री ने झांसी में आयोजित ‘स्ट्रॉबेरी महोत्सव’ का वर्चुअल माध्यम से शुभारम्भ करते हुए कहा था कि बुन्देलखण्ड की धरती पर स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन देश व प्रदेश के लिए नया सन्देश है। इससे बुन्देलखण्ड क्षेत्र की नई पहचान बनेगी। रविवार 31 जनवरी, 2021 को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्ट्रॉबेरी की सफलतापूर्वक खेती के लिए कु0 गुरलीन चावला के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा था कि स्ट्रॉबेरी महोत्सव जैसे आयोजन यह दर्शाते हैं कि हमारा देश कृषि क्षेत्र में किस प्रकार नवीनतम तकनीकी को अपना रहा है।