प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा मुख्य सचिव ने की

99

सैम्पलिंग, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस एवं उपचार की व्यवस्था को और बेहतर बनाने की कार्ययोजना तैयार की जाये। मरीजों के इलाज, भोजन, साफ-सफाई आदि सेवाओं की जांच समय-समय पर थर्ड पार्टी द्वारा कोविड हाॅस्पिटलों में स्थापित सीसीटीवी फुटेज से करायी जाये।

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण में निरन्तर कमी आने के बावजूद प्रत्येक स्तर पर सतर्कता और सावधानी बरती जाये। संक्रमण के पुनः प्रसार की आशंका के दृष्टिगत कोविड-19 के प्रभावी रोकथाम हेतु कोविड-19 प्रोटोकाॅल, मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग, सोशल डिस्टेसिंग का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि सैम्पलिंग, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस एवं उपचार की व्यवस्था को और बेहतर बनाने की कार्ययोजना तैयार की जाये।


कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोविड एल-1, एल-2 एवं एल-3 हाॅस्पिटल में कार्यरत सभी चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ कोविड वार्ड में जाते समय अपने नाम एवं पदनाम की पट्टिका अवश्य लगायें तथा निर्धारित सभी प्रोटोकाॅल्स का पालन करें। कोविड हाॅस्पिटलों में मरीजों के इलाज, भोजन, साफ-सफाई आदि सेवाओं की जांच समय-समय पर थर्ड पार्टी द्वारा हाॅस्पिटल में स्थापित सीसीटीवी फुटेज से करायी जाये।

जनपदों में नामित नोडल आफिसर भी समय-समय पर मरीजों से फोन पर बात कर उनका फीडबैक प्राप्त करें।बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित सम्बन्धित विभागों अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।