बिहार में किसकी सरकार नीतीश या तेजस्वी….?

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बिहार, बिहार विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती कल सुबह आठ बजे जब शुरू होगी तब सिर्फ नेताओं की ही नहीं बल्कि जनता की भी धड़कनें तेज होंगी । 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए तीन चरणों में हुए चुनाव के बाद नीतीश कुमार या तेजस्वी प्रसाद यादव में से किसकी सरकार बनेगी, इसका इंतजार सिर्फ नेता ही नहीं बल्कि राज्य की जनता भी बेसब्री से कर रही है। विधानसभा के साथ ही वाल्मीकिनगर संसदीय उप चुनाव के मतों की गिनती भी कल ही होगी।

 मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच. आर. श्रीनिवास ने सोमवार को यहां बताया कि मतगणना के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राज्य के सभी 38 जिलों में बनाए गए 55 मतगणना केंद्रों पर कल सुबह आठ बजे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी। सबसे पहले बैलेट पेपर से डाले गए मतपत्रों की गिनती की जाएगी। उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के मतों की गणना की शुरुआत होगी।  मतगणना कार्य से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, ईवीएम से एक राउंड की गणना करने में 15 से 20 मिनट समय लगेगा इसीलिए पहला रुझान सुबह करीब साढ़े आठ बजे तक आने की संभावना है।

वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण एहतियात के तौर पर अधिकतम एक हजार मतदाता के लिए एक मतदान केंद्र बनाए गए थे। इस तरह मतदान केंद्र बढ़ने से ईवीएम की संख्या में भी वृद्धि हुई है।  इसके साथ ही कोरोना को देखते हुए मतों की गिनती के काम में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, एक हॉल में सात टेबुल पर ही मतगणना की जाएगी। साथ ही, दूसरे समीप के हॉल में सात अन्य टेबुल पर मतगणना की प्रक्रिया होगी। पहले एक हॉल में ही 14 टेबुल लगते थे लेकिन कोरोना के कारण दो हॉल में सात-सात टेबुल रखे जाएंगे। मुख्य हॉल में निर्वाची पदाधिकारी और दूसरे हॉल में सहायक निर्वाची पदाधिकारी तैनात रहेंगे। इनके अतिरिक्त प्रत्येक केंद्र पर माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात रहेंगे।

सूत्रों के अनुसार, इस बार ईवीएम की संख्या में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण चुनाव परिणाम आने में पहले की अपेक्षा थोड़ी देर होगी। पहले अपराह्न तक पहला चुनाव परिणाम आ जाता था लेकिन इस बार रात तक आने की संभावना है।  इस बार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सबसे बड़े घटक एवं मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सबसे अधिक 144 सीटों पर चुनाव लड़ा है। वहीं उसकी सहयोगी कांग्रेस ने 70, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) ने 19, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने छह और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने चार उम्मीदवार उतारे हैं ।

इसी तरह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के खाते में 122 सीटें गई और उसने अपने कोटे से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को सात सीटें दी। इस तरह जदयू ने 115 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे।  इसी तरह राजग के घटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी 121 सीटें मिलीं और उसने अपने कोटे से 11 सीट अन्य घटक विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को दी है। इस तरह भाजपा के 110 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा है। इनके अलावा राजग से अलग लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने 135, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने 99, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 81, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 78 सीट पर प्रत्याशी खड़े किए।

इस बार 1301 निर्दलीय उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई है। इस तरह वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में तीन चरण में 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को हुए मतदान में कुल 3733 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है और जनता ने क्या फैसला किया है उसका पता कल चल जाएगा।  पिछले विधानसभा चुनाव (वर्ष 2015) में राजनीतिक समीकरण अलग रहा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू ने राजग से नाता तोड़ राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में जदयू ने 101 सीट पर चुनाव लड़ और 71 पर जीत दर्ज की। इसी तरह राजद ने 101 उम्मीदवार खड़े किए, जिनमें से 80 विजयी हुए तथा कांग्रेस ने 41 सीट पर चुनाव लड़कर 27 सीटें अपने नाम की थी।

वहीं, भाजपा ने 157 विधानसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवार उतारे और इनमें से 53 को ही जीत मिल पाई तथा लोजपा 42 सीट पर चुनाव लड़कर महज दो सीट ही बचा पाई।मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना मंगलवार 10 नवंबर को की जाएगी। नतीजों को लेकर प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं। मतगणना सुबह आठ बजे से 19 जिला मुख्यालयों पर होगी। सुरक्षा के लिए ग्वालियर-भिंड और मुरैना में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। जानकारों के अनुसार उपचुनाव के नतीजे दोपहर बाद आने की संभावना है। हरियाणा के बराैदा में भी कल मतगणना होगी।