भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा अमृत सरोवर

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया अमृत सरोवर अभियान, तालाबों का होना था निर्माण उठ रहे हैं गंभीर सवाल। अमृत सरोवर पर पूरी तरह लग गया है ग्रहण।

योगेंद्र यादव

अयोध्या। जल संरक्षण के लिए चलाई जा रही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत अमृत सरोवर योजना विभागीय उदासीनता के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।विकासखंड अमानीगंज की 73 ग्राम पंचायतों में से मात्र 7 ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर का लगभग निर्माण कार्य कराया जा चुका है जबकि प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो अमृत सरोवर का निर्माण कार्य कराया जाना था । लक्ष्य के सापेक्ष पूरे ब्लॉक में स्थान चिन्हित किया गया है। ग्राम प्रधान व विभागीय अधिकारियों ने मजदूरों के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए और अब अमृत सरोवर से किनारा कर लिया है बीते वित्तीय वर्ष अप्रैल 2022 में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य शुरू होना था ।

लेकिन बरसात होने के कारण देर में शुरू हुआ है । विकास खंड अमानीगंज में 146 तालाब बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें अभी तक 54 तालाबों को चिन्हित किया गया है।खलिया क्षेत्र में अमृत सरोवर के मानक के आधार पर तालाब ही नहीं है। पूरे विकास खंड में 7 जगहों पर काम कराया गया है।और अन्य ग्राम पंचायतों में बाकी है। जैसे उदाहरण के तौर पर ग्राम पंचायत बरौली,चंदौरा,सरौली,जय राज पुर,कुर्दुखा कला,विनायकपुर ,पूरा सुमेर पुर, इन ग्राम पंचायतों में काम पूर्ण हो चुका है लगभग 22ग्राम पंचायतों पर काम चल रहा है और जिसके चलते अमृत सरोवर को लेकर के सरकार की मंशा पर पूरी तरह ग्रहण लग गया है।

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जिला संवाददाता के अनुसार 22 ग्राम पंचायतों में काम शुरू हो चुका है और शेष बाकी है कुछ ग्राम पंचायतों में एकदम से काम नहीं शुरू हुआ है विकासखंड के कुछ ग्राम प्रधानों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया है कि बिना सुविधा शुल्क के आगे काम नहीं मिल रहा है अमृत सरोवर का। काम कराने का विभागीय अधिकारी व कर्मचारी के नाते जब इस संबंध में खंड विकास अधिकारी चंद्र प्रकाश उपाध्याय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह सारे आरोप निराधार हैं ऐसी कोई बात नहीं है और सात जगह पर काम पूरा हो चुका है और जगह पर भी काम चल रहा है और शेष अमृत सरोवर का काम जल्द पूरा कराया जाएगा।

और जब इस संबंध में डीसी मनरेगा सरिता सिंह अयोध्या से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अमृत सरोवर का जो लक्ष्य है 1 एकड़ जमीन होनी चाहिए 26लाख से लेकर 36लाख है सभी अमृत सरोवर का निर्माण कार्य कराया जाएगा जहां पर पर्याप्त जमीन नहीं है वहां भी निर्माण कराया जाएगा और जो आरोप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया की मात्र प्रधानों की हीला हवाली के चलते काम अधूरा है

जब ग्राम प्रधानों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रशासनिक विभागीय अधिकारियों के चलते अमृत सरोवर का निर्माण कार्य नहीं शुरू हो पर रहा है। ब्लाँक जाने पर बड़ी बड़ी लम्बी कहानी सुनाते है और कहना है कि बरसात के कारण काम की गति धीमी है । कौन गलत है कौन सही है दोनों लोग अपनी-अपनी राग अलाप रहे हैं विभाग का दावा है कि लगातार काम जारी है परंतु हैरान कर देने वाली बात यह है कि जिस अमृत सरोवर को मॉडल बनाया जाना था उस अमृत सरोवर का काम अधूरा है वहां पर अव्यवस्थाओं का अंबार है विभागीय अधिकारी अपने अपने बचाव में बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं जिला पंचायत राज अधिकारी दमनप्रीत अरोड़ा का कहना है कि अमृत सरोवर का निर्माण कार्य प्रगति पर है बरसात के कारण कुछ दिन बाधित रहा है शेष काम जल्द पूरा करा लिया जाएगा और सौन्दर्यी करण में समय लगेगा ।