युवाओं,छात्रों एवं बेरोजगारों के देशव्यापी बेरोजगार दिवस को कांग्रेस पार्टी का समर्थन: अजय कुमार लल्लू

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  • डा0 उमा शंकर पाण्डेय

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर बेरोजगारों की आवाज को बुलन्द करते हुए प्रदेश के दर्जनों जनपदों में सैंकड़ों छात्रों-नौजवानों सहित कांग्रेस कार्यकर्ता हुए गिरफ्तार। बढ़ती बेरोजगारी के असन्तोष से सड़कें हुईं गरम, छात्रों, नौजवानों ने चाय, पकौड़ा बनाकर व भीख मांगकर केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार का किया विरोध। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष पूर्वी जोन अखिलेश यादव व मध्य जोन के अध्यक्ष अनस रहमान जोरदार प्रदर्शन के दौरान किये गये गिरफ्तार।

लखनऊ, उ0प्र0 कांग्रेस का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर आक्रोश स्वरूप छात्रों, नौजवानों का स्वतः स्फूर्त ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ मनाने के तहत प्रदेश में एनएसयूआई एवं युवा कांग्रेस के हजारों हजार कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर बढ़ती बेरोजगारी और नौकरी व रोजगार के खात्मे के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित प्रधानमंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए आवाज बुलन्द की, गिरफ्तारी दी और इस देशव्यापी बेरोजगार दिवस का पुरजोर समर्थन किया। सरकार के खिलाफ आज का युवाओं, छात्रों, बेरोजगारों का यह आन्दोलन पूरी तरह सफल रहा।

उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने छात्रों और युवाओं को छला है। रोजगार के नाम पर उनके साथ भद्दा मजाक किया है। जहां आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबी सरकार ने अगले दो वर्षों तक किसी भी तरह की सरकारी भर्तियों पर एडवायजरी जारी की है वहीं युवा और छात्र विरोधी भाजपा सरकार ने पांच वर्ष तक नई भर्तियों को स्थायी न किये जाने, 50 साल में सेवानिवृत्त किये जाने जैसी तुगलकी नीतियों ने युवाओं के भविष्य पर ग्रहण लगाने का काम किया है। उन्होने कहा कि युवा अब सब समझ चुका है और वह सड़कों पर उतर चुका है। युवा अब भाजपा की इस तुगलकी सरकार को बदलने तक सड़कों पर संघर्ष करने का मन बना चुका है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी ने आज राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस पर युवाओं से वर्चुअल संवाद स्थापित किया और उनकी बात सुनी।  संविदा नीति के खिलाफ कांग्रेस प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी और इस काले कानून को लागू नहीं होने देगी। भाजपा की युवाओं को बंधुआ मजदूर बनाने की यह नीति प्रधानमंत्री मोदी व उनके गुजरात माडल की देन है। युवाओं, छात्रों, बेरोजगारों द्वारा रोजगार मांगने पर योगी और मोदी की सरकार उनको रोजगार देने के नाम पर उन पर लाठियां बरसा रही है और फर्जी मुकदमें दर्ज कराकर जेल भेज रही है। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह युवाओं, छात्रों के साथ खड़ी है और सरकार के इस असंवैधानिक कृत्य और काले कानून का जमकर विरोध करेगी।

राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस पर राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई पूर्वी जोन के अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव व प्रदेश कांग्रेस के महासचिव श्री विवेकानन्द पाठक के नेतृत्व मंे प्रयागराज में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन कर छात्रों, नौजवानों के इस स्वतः स्फूर्त ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ को अपना समर्थन दिया और पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये। जिसमें जिलाध्यक्ष बालकिशुन पटेल, संजय तिवारी, सुरेश यादव समेत कई नेता गिरफ्तार किये गये। इसी क्रम में लखनऊ में एनएसयूआई के मध्य जोन के अध्यक्ष अनस रहमान के नेतृत्व में भारी संख्या में छात्रों पकौड़े बेचे, जूता पालिश कर विरोध किया। अनस रहमान ने लखनऊ विश्वविद्यालय के सामने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को अपने खून से पत्र लिखकर मांग की कि युवाओं को रोजगार दो और संविदा भर्ती कानून वापस लो। उनके साथ मो0 तारिक, विशाल वर्मा, सद्दाम हुसैन, सचिन शंखवार, तुषार मिश्रा, कार्तिकेय शुक्ला, लवप्रीत सिंह, ठाकुर जीत सिंह, सुरभ सिंह आदि तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।

पुलिस इन्हें गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गयी जहां से देर सायं रिहा किया। इसी क्रम में लखनऊ वि0वि0 के छात्र नेता और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आर्यन मिश्रा ने विश्वविद्यालय के गेट के सामने प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के पदाधिकारी श्री आदित्य चैधरी ने अपने साथियों सहित आसियाना में विरोध प्रदर्शन किया। जीपीओ पार्क स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर युवा कांग्रेस के श्री ज्ञानेश शुक्ला, शिवम त्रिपाठी, युवा नेता सुधांशु बाजपेयी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद इन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हरदोई में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अमलेन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर आक्रोशित युवाओं के साथ भिक्षाटन कर पिछले साठ साल में सबसे ज्यादा बरोजगारी दर पर विरोध दर्ज कराया। गोरखपुर में राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस पर सेवायोजन कार्यालय पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने ताला जड़ा। 

अलीगढ़ में विरोध प्रदर्शन के दौरान 18 एनएसयूआई एवं युवा कांग्रेसजनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मुरादाबाद में कलेक्ट्रेट पर भीख मांगकर विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन को बेरोजगार दिवस के रूप में मनाया। इसके अलावा सहारनपुर, वाराणसी, अमेठी, सुलतानपुर, रायबरेली, मेरठ, चन्दौली, मिर्जापुर, वाराणसी, सीतापुर, झांसी, जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट, गाजीपुर, आलमगढ़, बलिया, गोण्डा, फैजाबाद, बहराइच, बलरामपुर सहित प्रदेश के सभी जनपदों में एनएसयूआई, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं व कांग्रेसजनों द्वारा राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस का समर्थन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया व गिरफ्तारियां दी गयीं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर राज्य कर्मचारियों की भर्ती पर पांच साल तक संविदा में रखे जाने के काले कानून को तत्काल रद्द किया जायेगा। रोजगार सृजन के नये अवसरों को राज्य सरकार पैदा करेगी ताकि छात्रों, युवाओं में बरोजगारी से बढ़ते आक्रोश को कम कर विकास की मुख्य धारा में लाया जा सके।

आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का 70वाँ जन्मदिन है। आज का दिन देश के नौजवानों ने राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाते हुए यह सन्देश दिया है कि कितने भी जुमले हों, कितने भी झूठ हों कितना भी हमें क्यों न भटकाया जाए, आज हमारी जरूरत सिर्फ और सिर्फ रोजगार पाने की है। हमें रोजगार की आवश्यकता है। अन्यथा अब हमारे घर में रोटी की समस्या खड़ी हो जाएगी।

उत्तर प्रदेश काँग्रेस कमेटी के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि बेरोजगारी इस देश में आज की सबसे बड़ी समस्या है। खाने की पूर्ति यदि कोई बात कर सकती है तो वह है रोजगार की बात, कुछ और नहीं। उन्होंने बताया की लखनऊ के बख्शी का तालाब के पास उनके साथियों द्वारा स्थानीय बेरोजगारों से मिलकर पकोड़े तलकर राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस मनाया। उन्होंने पकोड़े तलकर यह बात समझाने की कोशिश की है कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए पकोड़े तलने के विचार से हम डिग्रीधारी बेरोजगार रोटी नहीं कमा पाएंगे।

युवा अपने रोजगार को लेकर इतने आक्रोशित हैं तो महिलाएँ भी पीछे कैसे रहतीं। ललन कुमार ने आगे बताया कि बख्शी का तालाब विधानसभा की इटौंजा क्षेत्र की जो महिलाएँ एवं पुरुष मनरेगा के तहत कार्य कर रहे थे उन्हें अब निकाल दिया गया है। इसके अलावा किये हुए काम का मेहनताना अभी तक नहीं मिला है। इस बात का विरोध प्रकट करते हुए इटौंजा की महिलाओं एवं पुरुषों ने लगभग 1.5-2 किलोमीटर का पैदल मार्च निकाला जिसमें 400-500 लोग शामिल हुए।