राष्ट्रीय एकीकरण के शिल्पकार थे सरदार वल्लभ भाई पटेल-अनुज कुमार झा

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राष्ट्रीय एकीकरण के शिल्पकार सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती ” राष्ट्रीय एकता दिवस” के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल के छाया चित्र पर किया माल्यार्पण तथा उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। गुजरात के नाडियाड में 31 अक्टूबर साल 1875 को जन्मे सरदार वल्लभभाई पटेल को नए भारत का शिल्पकार कहा जाता है। आजादी के बाद टुकड़ों में बंटी 565 रियासतों का विलय करके सरदार पटेल ने अखंड भारत का निर्माण किया था।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने स्वतंत्रता के पश्चात् भारत की एकजुटता के लिए पुरजोर तरीके से पूरी मज़बूती के साथ काम किया। जिससे एक नए राष्ट्र का उदय हुआ। देश की एकता की रूप में पहचान हासिल की। ऐसे में 31 अक्टूबर के दिन उनकी बहुमूल्य विरासत का जश्न मनाने के लिए देश उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाता है। 

” मैं सत्य निष्ठा से शपथ लेता हूं कि राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं जिसे सरदार वल्लभभाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूँ।

रक्षा करने के समक्ष कई चुनौतियां स्पष्ट रूप से विद्यमान थीं। सरदार पटेल ने लाजवाब कौशल के साथ इन चुनौतियों का सामना करते हुए देश को एकता के सूत्र में बांधने के कार्य को पूरा किया और एकीकृत भारत के शिल्पकार केरूप में पहचान हासिल की। ऐसे में 31 अक्टूबर के दिन उनकी बहुमूल्य विरासत का जश्न मनाने के लिए देश उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाता है। 

सरदार भारत के राजनीतिक एकीकरण के पिता रूपी नायक का नाम था। उन्होंने भारतीय संघ में कई छोटे राज्यों के विलय की व्यवस्था की। उनके मार्गदर्शन और सशक्त निश्चय के अंतर्गत कई राज्य संयुक्त रूप से बड़ी संस्थाओं में तब्दील होने के बाद भारतीय संघ में शामिल हुए। क्षेत्रवाद ने राष्ट्रवाद का मार्ग प्रशस्त किया, क्योंकि उन्होंने लोगों से बड़ा सोचने और मज़बूत बनने का आह्वान किया। आज भारत का प्रत्येक हिस्सा आज़ादी के बाद के शुरुआती दिनों में सरदार पटेल द्वारा किए गए कार्य का महोत्सव मनाता है।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी पीडी गुप्ता, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गोरेलाल शुक्ला, अपर जिलाधिकारी नगर डॉ0 वैभव शर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन संतोष कुमार सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडे, सहायक अभिलेख अधिकारी भान सिंह, डी0सी0 मनरेगा नागेंद्र मोहन राम त्रिपाठी,सूचनाधिकारी मुरलीधर सिंह, विशेष कार्याधिकारी राम अचल सहित कलेक्ट्रेट के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के छाया चित्र पर माल्यार्पण किया तथा राष्ट्रीय एकता की शपथ ग्रहण की।