आजमगढ़ – देश में आज भी दलित समाज को नीची नजरों से देखा जाता है. ज्यादातर तथाकथित सवर्णों द्वारा उनकी हर हरकत को हिमाकत समझा जाता है और इसका खामियाजा इन्हें अत्याचार के रूप में चुकाना पड़ता है. एक ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में सामने आया है, जहां दलित समाज के एक युवक द्वारा सड़क पर साइड मांगने के लिए महज हॉर्न बजा देने से कुछ सवर्ण इतने आहत हो गए कि उन्होंने दलित की पिटाई कर दी.
देश में दलितों को थोड़ी-थोड़ी बात के लिए प्रताड़ित करने का इतिहास पुराना है. 21वीं सदीं में भी जाति के नाम पर होने वाला अत्याचार और अमानवीयता रुकी नहीं है. आज भी देश में दलितों को तथाकथित सवर्ण जातियों से प्रताड़ित होना पड़ता है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में सामाने आया है. वहां सड़क पर साइड मांगने के लिए हार्न बजाने पर हुए विवाद में कुछ सवर्ण लोगों ने एक दलित की पिटाई कर दी. पुलिस ने इस मामले में एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. पीड़ित दलित के मुताबिक पुलिस ने अभी तक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है. इस वजह से आरोपी अभी भी उसे धमकी दे रहे हैं और उस पर दबाव बना रहे हैं.
यह मामला आज़मगढ़ के सगड़ी तहसील का है. वहां की जीयनपुर कोतवाली के बालापुर गांव में 31 दिसंबर को साइड के लिए गाड़ी का हॉर्न बजाने पर कुछ सर्वणों ने एक ने दलित युवक की पिटाई कर दी.
आजमगढ़ जिले के जीयनपुर पुलिस थाने का है. पुलिस ने इस मामले एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला तो दर्ज किया है लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है. इससे आरोपियों के हौंसले बुलंद हैं.
बालापुर निवासी राम प्रवेश के हवाले से बताया गया है कि 31 दिसंबर की सुबह करी 10 बजे खेत की सिंचाई के लिए डीजल लेने बाजार जा रहे थे. रास्ते में जगन्नाथ मिश्र का लड़का विशाल मिश्र कई लोगों के साथ खड़ा था. साइड मांगने के लिए रामप्रवेश ने जब हॉर्न बजाया, तो विशाल मिश्र इससे बेहद नाराज हो गया और रामप्रवेश को जातिसूचक गालियां देने लगा. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो वह मारपीट पर उतारू हो गया. इसके बाद रामप्रवेश और विशाल के बीच मारपीट हो गई और विशाल वहां से भाग गया.
उसी दिन रामप्रवेश और बृजेश कुमार कुछ अन्य लोगों के साथ अपने खेत की सिंचाई कर रहे थे. इस दौरान विशाल मिश्र अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा. करीब 25 लोगों का यह झुंड हॉकी, डंडा, चाकू आदि से लैश था. इन लोगों ने बृजेश कुमार और रामप्रवेश की पिटाई शुरू कर दी. इन लोगों ने दोनों दलितों को बुरी तरह से मारा-पीटा. इसमें बृजेश और रामप्रवेश बुरी तरह से घायल हो गया. दोनों और एक अन्य युवक को पीटने के बाद विशाल मिश्र और उसके साथी वहां से फरार हो गए.
इसके बाद रामप्रवेश और बृजेश के परिजन उन्हें लेकर जीयनपुर कोतवाली पहुंचे. वहां से पुलिस ने दोनों को अस्पताल ले जाकर मेडिकल करवाया. इनकी शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. इसमें अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण कानून की धाराएं भी लगाई गई हैं.
राम प्रवेश ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर लिया है. लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है. उन्होंने बताया कि विशाल मिश्र अब उनको धमकी दे रहा है. वह रोज अपना साथियों के साथ आता है और दबाव बनाने की कोशिश करता है.
इस मामले में ‘एशियाविल हिंदी’ ने जीयनपुर कोतवाली के थानाध्यक्ष के मोबाइल नंबर xxxxx402911 पर संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. वहीं सगड़ी के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) अजय कुमार यादव ने बताया कि अभी वो हाई कोर्ट में हैं और दो दिन बाद सगड़ी पहुंचेंगे. उसके बाद अगर आप किसी को उनके पास भेजते हैं तो वो इस मामले में पुलिस की कार्रवाई में हुई प्रगति के बारे में बता पाएंगे.
राम प्रवेश ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर लिया है. लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है. उन्होंने बताया कि विशाल मिश्र अब उनको धमकी दे रहा है. वह रोज अपना साथियों के साथ आता है और दबाव बनाने की कोशिश करता है.