16 दिसम्बर 1971 पूरी दुनिया में हमारे गौरव और मान का दिन बना- प्रमोद तिवारी

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विजय दिवस 16 दिसम्बर 1971 के महान सेनानियों का कांग्रेस ने किया सम्मान, पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी जी के साहसिक निर्णय की स्मृति को किया गया नमन

विजय दिवस 16 दिसम्बर 1971 भारतीय सेना के गौरवमयी अदम्य साहस, पराक्रम और राजनैतिक इच्छाशक्ति भारत के लिए प्रेरणादायी – अजय कुमार लल्लू

15 अगस्त 1947 में जहां हमारे देश का मान बढ़ा था वहीं 16 दिसम्बर 1971 पूरी दुनिया में हमारे गौरव और मान का दिन बना- प्रमोद तिवारी

श्रीमती इन्दिरा गांधी के कुशल राजनीतिक नेतृत्व में पूरी दुनिया में भारतीय ताकत का लोहा मनवाया – आराधना मिश्रा‘मोना’

हमें अपने शानदार और गौरवपूर्ण नेतृत्व तथा महान सेना पर हमेशा रहेगा गर्व- एयरमार्शल(रि0) अशोक गोयल

पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी जी की दृढ़ इच्छाशक्ति के बदौलत ही हमने हासिल की थी निर्णायक विजय और हुए थे पाक के दो टुकड़े- जुबेर खान


बृजेन्द्र कुमार सिंह

लखनऊ, अ0भा0 कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं प्रभारी उ0प्र0 श्रीमती प्रियंका गांधी जी के निर्देशानुसार आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटियों द्वारा विजय दिवस(16 दिसम्बर 1971 की स्मृति में) मनाया गया। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा 1971 के युद्ध में जांबाजी से भाग ले चुके वीर सैनिकों का सम्मान किया गया तथा जनपद के अन्य पूर्व सैनिकों का गरिमामयी और आदरपूर्वक सम्मान समारोह आयोजित कर उन्हें अंगवस्त्र और पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया गया और भारत की गौरवगाथा बढ़ाने के लिए वीर सैनिकों को नमन करते हुए कृतज्ञता व्यक्त की गयी।

विजय दिवस(1971) के अवसर पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शामिल रहे वीर सैनिकों का अंगवस्त्र एवं फूल-मालाओं से सम्मान किया गया।

महान सेनानियों का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने कहा कि आज भारतवासियों के लिए, कांग्रेस के लिए और स्वयं मेरे लिए यह गौरव का क्षण है जब हम उन महान सैनिकों का सम्मान कर रहे है जिनके अदम्य साहस, पराक्रम से हमें पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने और उसको विभाजित करके एक नये देश (बंगलादेश) के निर्माण का गौरव प्राप्त हुआ। ऐसा हमारी महान नेत्री पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी जी के कुशल नेतृत्व, कूटनीतिक दक्षता और वैचारिक दृढ़ता के चलते संभव हो सका।

जब उन्होने सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के सातवें बेड़े की परवाह न करते हुए तथा चीन की कलुषित धमकी को धता बताते हुए अपने साहसिक निर्णय से सेना का मनोबल बढ़ाया और हमारे देश को यह गौरवशाली क्षण मिला जिसमें पाकिस्तान के 93हजार सैनिकों को भारतीय सेना के सम्मुख आत्मसमर्पण करना पड़ा। यह भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए अनोखी घटना है और सबसे गौरवपूर्ण घटना है। हम अपनी महान नेता और वीर सैनिकों को शत-शत नमन और वंदन करते हैं तथा कांग्रेस कार्यालय के इस प्रांगण में आप जैसे महान सैनिकों का सम्मान करते हुए खुद को धन्य मानता हूं।

विजय दिवस के इस मौके पर वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद तथा पूर्व सैनिक विभाग के संरक्षक प्रमोद तिवारी ने वीर सैनिकों का सम्मान करते हुए कहा कि हमारे लिए गौरव का क्षण है कि हम आप जैसे महान सेनानियों का स्वागत करने का अवसर पा रहे हैं। क्योंकि 15 अगस्त 1947 हमारे देशवासियों के लिए गौरव और सम्मान का दिन था लेकिन आपके अदम्य साहस और पराक्रम के चलते 16 दिसम्बर 1971 का दिन पूरी दुनिया में हमारे लिए गौरव और सम्मान का दिन बन गया।

कार्यक्रम समिति की अध्यक्ष एवं कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा‘मोना’ ने सर्वप्रथम एक-एक सैनिकों का कांग्रेसजनों से परिचय कराया और कहा कि कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी की इच्छा एवं कांग्रेस की विनती पर आप लोग विजय दिवस के मौके पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अपनी गरिमामय उपस्थिति प्रदान कर हम कांग्रेसजनों को स्वागत करने का अवसर प्रदान कर कृतार्थ किया है। हमें अपने गौरवमयी परम्परा और गौरवमयी नेतृत्व, आप सैनिकों के अदम्य साहस और पराक्रम पर गर्व है।

उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के पूर्व सैनिक विभाग के चेयरमैन एयरमार्शल (रि0) श्री अशोक गोयल ने विस्तार से 1971 के भारत-पाक युद्ध का वर्णन करते हुए हमारे देश की प्रधानमंत्री रहीं श्रद्धेय श्रीमती इन्दिरा गांधी जी और सेना के बीच समन्वय की सराहना करते हुए कहा कि इतने कम समय में इतनी बड़ी लड़ाई और विजय केवल इन्दिरा जी की दृढ़ इच्छाशक्ति और भारतीय सेना के जवानों के अदम्य साहस का ही परिणाम रहा है।

कै0 आर0वाई0एस0 चैहान पूर्व चेयरमैन उ0प्र0 कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग ने विजय दिवस पर अपने लड़ाई के दौरान संस्मरण सुनाते हुए कहा कि बहुत चुनौतीपूर्ण और विषम परिस्थितियों में इतने कम समय में इतनी बड़ी विजय जिसमें पूरी दुनिया में भारत का डंका बज गया ऐसा केवल श्रीमती इन्दिरा गांधी जी की दृढ़ इच्छाशक्ति और सेना के साथ बेहतर समन्वय के चलते ही संभव हुआ। उन्होने कहा कि देश की सेना अपने पराक्रम और बलिदान से हमेशा भारतमाता को इसी प्रकार का गौरव प्रदान करती रहेगी।  

पूर्व सैनिक जी0एस0 खनका ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे इस बात का दुःख है कि कांग्रेस के शासनकाल में 16 दिसम्बर 1971 (विजय दिवस) पर सैनिकों को सरकार द्वारा सम्मानित किए जाने की परम्परा रही है लेकिन वर्तमान सरकार ने उस परम्परा को समाप्त कर दिया।

पूर्व सैनिक लालाराम शुक्ला ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हम आभारी हैं कांग्रेस पार्टी की उस महान परम्परा के, जिन्होने हमेशा 16 दिसम्बर 1971 विजय दिवस को न केवल याद रखा बल्कि आदर और श्रद्धा के साथ हम सैनिकों का सम्मान करते हैं। आज भी उसी परम्परा के तहत हम लोगों को सम्मानित किया गया। उन्होने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से आग्रह किया कि भारत का सैनिक हमेशा सच्चे मन से देश की सेवा करता है आज हम सभी पूर्व सैनिकों को कांग्रेस की मुख्य धारा में शामिल करके तथा पदाधिकारी बनाकर कांग्रेस के माध्यम से देश की सेवा करने का अवसर प्रदान किया जाए।

विजय दिवस के मौके पर आयोजित सम्मान समारोह का समापन करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रभारी उ0प्र0 श्री जुबेर खान ने आये हुए सभी वीर सैनिकों की गरिमामयी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया तथा कहा कि 1971 की इतनी बड़ी विजय जहां आपके पराक्रम और अदम्य साहस का प्रतीक है वहीं हमारे देश की प्रधानमंत्री रहीं हमारे श्रद्धेय नेता श्रीमती इन्दिरा गांधी जी की दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम रहा है।।

कार्यक्रम का संचालन राजीव गांधी स्टडी सर्किल के प्रदेश समन्वयक डा0 विनोद चन्द्रा एवं प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से दिनेश सिंह, श्री सम्पूर्णानन्द मिश्र, अनिल यादव, संजीव शर्मा, डा0 उमाशंकर पाण्डेय, शिव पाण्डेय, रमेश मिश्रा, संजय शर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह , अनीस अंसारी, तनुज पुनिया, श्रीमती रफत फातिमा, जावेद अहमद, अभिषेक बाजपेयी, बृजेश कुमार सिंह, छोटेलाल चैरसिया, विजय बहादुर, जयकरन वर्मा, आचार्य मनोज कुमार पाण्डेय, श्री सुधांशु बाजपेयी, विकास श्रीवास्तव, सोमेश सिंह चैहान, स्वतंत्र शुक्ला, राजू सैनी, श्री राजेन्द्र पाण्डेय, सुशीला शर्मा, श्रीमती माया चैबे, वंदना सिंह, राधा पाण्डेय, वीशम सिंह, गोविन्द सिंह, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।