मोदी के करीबी अरविंद शर्मा ने लिया VRS-

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दिल्ली- गुजरात कैडर के आईएएस अरविंद कुमार शर्मा का रिटायरमेंट होने में दो साल बाकी थे, उससे पहले ही उन्होंने वीआरएस लिया है। पीएम के बहुत ही खास और पसंदीदा अफसरों में शामिल अरविंद कुमार शर्मा का बीजेपी जॉइन करके यूपी की पॉलिटिक्स में आना लगभग तय माना जा रहा है।PM मोदी के करीबी माने जाने वाले IAS (1988 बैच) के आईएएस अरविंद शर्मा ने लिया VRS .दिल्ली से लेकर सम्पूर्ण हिंदी बेल्ट में अफ़वाहों का बाजार गर्म,शर्मा जी को ब्राह्मण राजनीति से जोड़कर देखने से पहले यह जानना जरूरी है कि शर्मा जी “राय” हैं.मध्यप्रदेश, पुडुचेरी के राज्यपाल पद पर शर्मा जी का जाना अतिश्योक्ति अलंकार का उदाहरण भर लग रहा है,शर्मा जी का कद काफी भारीभरकम है।

उत्तरप्रदेश के DCM पद के लिए भी भारी चर्चा है, चुनाव से एक साल पहले भाजपा आलाकमान यह एडवेंचर करना नहीं चाहेगा ,अगर यह होता है तो यह चुनावी वर्ष काफी दिलचस्प हो जायेगा.शर्मा जी के केंद्रीय कैबिनेट में पद पाने की भी चर्चा है,कैबिनेट विस्तार ड्यू है, PM मोदी अधिकारियों पर भरोसा करते हैं,पहले से कई पूर्व अधिकारी मंत्री हैं,शर्मा जी को कोई बड़ा मंत्रालय दिया जा सकता है!!

अरविंद 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस हैं। उन्होंने 2001 से लेकर 2013 तक नरेंद्र मोदी के साथ काम किया। जब मोदी सीएम रहे तो वह उनके साथ सीएमओ में रहे। नरेंद्र मोदी पीएम बने तो अपने साथ अरविंद कुमार शर्मा को पीएमओ लेकर आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे। उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बने।

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी पैठ जमाने में लगी है। यूपी में बीजेपी की योगी सरकार को हटाने के लिए विपक्षी दलों ने गठबंधन शुरू कर दी है। बीजेपी भी तैयारियों में लग गई है। मंगलवार को अचानक यूपी की राजनीति में शर्माजी की चर्चा होने लगी। शर्माजी के बीजेपी में शामिल होने और योगी सरकार में अहम जिम्मेदारी को लेकर बातें हो रही हैं। सियासत में एंट्री की उड़ती खबरों के बीच शर्माजी का अब तक का सफर क्या रहा है, आइए जानते हैं।