आशा हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन का जागरण अभियान ने जोर पकड़ा

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लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से संबद्ध आशा हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन ने 24 दिसंबर के विधानसभा पर धरना प्रदर्शन को लेकर पूरी ताकत झोंक दिया है। एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती कुसुम लता यादव लगातार आशाओं को जागरूक कर रही है। आज उन्होंने जनपद जौनपुर के महराजगंज में बदलापुर ,महाराजगंज एवं मुफ्ती गंज की आशाओं के साथ बैठक कर उनको जागरूक किया।


आशाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने हमारी आशा बहनों के लिए न्यूनतम ₹15000 मानदेय देने की मांग किया है। इसके अलावा आशाओं का सामूहिक बीमा कराए जाने, दुर्घटना बीमा , उनको मिलने वाली प्रोत्साहन राशि एकमुश्त मानदेय के रूप में उनके बैंक खाते में भुगतान किए जाने, आयुष्मान कार्ड बनाया जाने ,भ्रमण के लिए स्कूटी भत्ता दिए जाने, केंद्रों पर आशा बहनों के विश्राम के लिए कक्ष की व्यवस्था किए जाने, योग्यता धारी आशाओं को प्रशिक्षण देकर ए एन एम के पद पर पदोन्नति की मांगों को लेकर प्रदेश में कार्यरत 220000 आशा बहुएं आर पार के संघर्ष के मूड में उतर गई है।


उन्होंने आशाओं से पूरे मनोयोग के साथ 24 दिसंबर के धरना प्रदर्शन को ऐतिहासिक बनाने की अपील करते हुए कहा है कि अब सरकार के पास 20_ 25 दिन का ही मौका है इसके बाद आचार संहिता लागू हो जाएगी उसके पहले आशाओं को पूरी शक्ति लगाकर अपने मान सम्मान एवं मानदेय की लड़ाई लड़नी होगी। इसके पहले हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष कुसुम लता यादव ने सुल्तानपुर के धनपतगंज ब्लॉक, अर्बन ब्लॉक, महिला चिकित्सालय में बैठक करके आशाओं को जागरूक कर चुकी है। 20 दिसंबर को उनका कार्यक्रम अमेठी की आशाओं के साथ जन जागरण का है।


राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, आशा हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन के सदस्यों के संघर्ष में उनके साथ है ।संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने आशाओं को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों के पूरा होने तक संयुक्त परिषद का संघर्ष जारी रहेगा। जे एन तिवारी ने आशाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों के महत्व को देखते हुए मुख्यमंत्री जी से उनकी पीड़ा को अनुभव करने तथा उसका मानदेय बढ़ाने एवं उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र कराए जाने की अपील किया है।