अब पराली और गोबर बनेगा किसानों की आय का स्रोत

67
अब पराली और गोबर बनेगा किसानों की आय का स्रोत
अब पराली और गोबर बनेगा किसानों की आय का स्रोत

अब पराली और गोबर बनेगा किसानों की अतिरिक्त आय का जरिया। योगी ने बदायूं में किया कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट का उद्घाटन। प्रदेश के आठ जिलों में हुआ सीबीजी प्लांट का शिलान्यास। बदायूं में 50 एकड़ के क्षेत्र में फैला है 133 करोड़ रुपए की लागत से बना सीबीजी प्लांट। 100 मीट्रिक टन धान की पराली से बनेगा 14.25 मीट्रिक टन बायोगैस। प्रतिदिन होगा 65 मीट्रिक टन ठोस जैविक खाद का उत्पादन। अब पराली और गोबर बनेगा किसानों की आय का स्रोत

बदायूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट से ना केवल पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी, बल्कि किसानों की आय भी बढ़ेगी। इससे किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने की बहुत बड़ी समस्या का समाधान होगा। जिस पराली को पहले जला दिया जाता था अब ये हमारे किसानों की अतिरिक्त आमदनी का माध्यम बनेगा। इसके साथ ही गोबर से भी किसानों को अतिरिक्त आय होगी। सीबीजी प्लांट ना केवल किसान और पशुपालकों के लिए, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे। सीएम योगी शनिवार को दातागंज विधानसभा के सैंजनी गांव में सीबीजी प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व आवासन एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी बतौर सम्मानित अतिथि उपस्थित रहे।

आठ जिलों में कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट

मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से विपन्न क्षेत्र में सीबीजी प्लांट पर्यावरण की रक्षा, अन्नदाता किसानों की आमदनी, युवाओं को रोजगार और नये उद्यम स्थापित करने का नया माध्यम बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने प्लांट की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी का हृदय से आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के आठ जिलों जौनपुर, अमेठी, सीतापुर, फतेहपुर, बहराइच, बरेली, कन्नौज और बदायूं में सीबीजी प्लांट लगाया जा रहा है।

प्रतिदिन 65 मीट्रिक टन ठोस जैविक खाद का होगा उत्पादन

उन्होंने बताया कि बदायूं में 133 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सीबीजी प्लांट 50 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन धान की पराली का उपयोग करते हुए 14.25 मीट्रिक टन बायोगैस का उत्पादन हो सकेगा। साथ ही 65 मीट्रिक टन ठोस जैविक खाद का प्रतिदिन उत्पादन भी होगा। इससे प्राकृतिक और कच्चे तेल के आयात में कमी आएगी, साथ ही साथ प्रदूषण में भी कमी आएगी। जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में ये संयंत्र सहायक होगा और तो और जैव उर्वरक के प्रयोग से मिट्टी में कार्बन तत्व की वृद्धि होगी।

अब पराली और गोबर बनेगा किसानों की आय का स्रोत

एक प्लांट से 147 हजार एकड़ भूमि खेती को शुद्ध किया जा सकेगा

मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में आने वाले दिनों में 100 सीबीजी प्लांट लगाए जाएंगे। प्रत्येक प्लांट से सीधे सीधे 100 से अधिक लोगों को नौकरियां मिलेंगी। साथ ही साथ इससे जुड़े सहायक उद्यमों में भी बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन होगा। उन्होंने कहा कि एक प्लांट से 147 हजार एकड़ भूमि खेती को शुद्ध किया जा सकेगा। फर्टीलाइजर के अत्यधिक उपयोग से हमारे खेत जहरीले हो चुके हैं, जिनसे किडनी, लिवर फेल्योर होने के साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारियां बढ़ रही हैं। इसका बस एक ही इलाज है, प्राकृतिक और जैविक खेती। सीबीजी प्लांट प्राकृतिक जैविक खेती को बढ़ावा देने वाला होगा। साथ ही ये वेस्ट से वेल्थ का निर्माण करेगा।

समृद्धि, सुरक्षा, सुशासन और सुव्यवस्था के नये मानक गढ़ रहा यूपी

मुख्यमंत्री ने हाल में हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रभु का भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सच्चे अर्थों में भारत के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम था। ये जन विश्वास के प्राण प्रतिष्ठा का कार्य था। उन्होंने कहा कि आज का नया उत्तर प्रदेश समृद्धि, सुरक्षा, सुशासन और सुव्यवस्था के नये मानक गढ़ रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने की यूपी में हुए विकास कार्यों की सराहना

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व आवासन एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने संबोधन में यूपी में बीते 7 साल में हुए विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आने वाले दिनों में 100 से अधिक सीबीजी प्लांट लगने वाले हैं। केंद्रीय मंत्री ने पेट्रोलियम के क्षेत्र में डबल इंजन सरकार के दौरान हुए महत्वपूर्ण परिवर्तन की चर्चा करते हुए कहा कि 2014 में प्रदेश में कुल 5506 पेट्रोल पंप थे, जोकि आज 11,124 हो चुके हैं। इसमें 102 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसी प्रकार एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर 2014 में 1,944 थे, जिसमें 113 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और आज इनकी संख्या 4142 है। ऐसे ही 2014 में 11,650 पीएनजी कनेक्शन थे जोकि आज 14 लाख 90 हजार से अधिक हो चुके हैं। सीएनजी स्टेशन 870 हो चुके हैं। एविएशन फ्यूल स्टेशन 7 से बढ़कर 11 हो चुके हैं। एलपीजी गैस कनेक्शन भी 1 करोड़ 80 लाख से बढ़कर 4 करोड़ 80 लाख हो चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने यूपी में स्मार्ट सिटी और अमृत योजना के तहत हो रहे कार्यों के लिए सीएम योगी को बधाई दी और कहा कि केंद्रीय मंत्रालय की ओर से प्रदेश सरकार की हर जरूरत को पूरा किया जाएगा।

पहले दंगा प्रदेश होता था, आज उत्सव प्रदेश बन चुका है

सीबीजी प्लांट के अतिरिक्त बदायूं की अलग-अलग विधानसभाओं के लिए 424 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन का कार्य भी हो रहा है, जो आने वाले समय में यहां के समाज और लोगों के जीवन में परिवर्तन का कारण बनेगा। उन्होंने कहा कि जो प्रदेश पहले दंगा प्रदेश हुआ करता था वह आज उत्सव प्रदेश हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा इस साल के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएगा, जिसका बड़ा हिस्सा बदायूं से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद लखनऊ तक की दूरी 3 घंटे में, प्रयागराज 4 घंटे और दिल्ली 3 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट निर्माण करने वाली कंपनियों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने युवाओं को लैपटॉप और उन्नत किसानों को ट्रैक्टर की चाबी भी सौंपी।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, प्रदेश सरकार में मंत्री गुलाब देवी,आंवला से सांसद धर्मेन्द्र कश्यप, सांसद संघमित्रा मौर्य, दातागंज विधायक राजीव कुमार सिंह, बदायूं सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, हरीश शाक्य, वागीश पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष वर्षा यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।

यूपी में जल्द स्थापित होंगे 100 बायो गैस प्लांट। बायो फ्यूल सेक्टर में यूपी सरकार से मिल रहा बड़ा सहयोग।सात साल में उत्तर प्रदेश ने बीमारू स्टेट की श्रेणी से आगे बढ़कर हर सेक्टर में शानदार काम किया- हरदीप सिंह पुरी

केंद्रीय पेट्रोलियम सचिव ने यूपी की बायो फ्यूल पॉलिसी को बताया शानदार। प्रधानमंत्री के ‘वेस्ट टू वेल्थ की परिकल्पना के अनुसार बायो गैस बेहतरीन विकल्प- मुख्यमंत्री

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने घोषणा की है कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही 100 नए बायोगैस प्लांट स्थापित होंगे। उन्होंने कहा है “आज जनपद बदायूं में कम्प्रेस्ड बायो गैस के नए प्लांट का उद्घाटन होने जा रहा है और राज्य के 8 अन्य जनपदों में कम्प्रेस्ड बायो गैस के नए संयंत्र का शिलान्यास भी किया जाएगा। अब तक 37 प्लांट की स्थापना के लिए भूमि चयन आदि की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बड़ा सहयोग मिल रहा है। बदायूं में कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट के लोकार्पण समारोह से पूर्व लखनऊ में पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले सात साल में मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने बीमारू स्टेट की श्रेणी से आगे बढ़कर हर सेक्टर में शानदार काम किया है। बदायूं में लोकार्पित होने जा रहे प्लांट की विशेषताओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि करीब 135 करोड़ रुपयों के निवेश से 50 एकड़ में विकसित इस प्लांट में हर दिन लगभग 14 टन कम्प्रेस्ड बायो गैस का उत्पादन होगा। यह बायो गैस पराली के निदान के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वेस्ट टू वेल्थ की परिकल्पना के अनुसार बायो गैस बेहतरीन विकल्प है। यह एनसीआर में स्मॉग की समस्या का समाधान तो है ही किसानों की आमदनी बढ़ाने का माध्यम भी है। पत्रकार वार्ता में भारत सरकार के पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट की स्थापना के लिए भारत सरकार द्वारा दिये जा रहे प्रोत्साहन की जानकारी दी। यूपी सरकार की बायो फ्यूल पॉलिसी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यूपी की जैव ईंधन नीति के तहत बायो एनर्जी प्लांट की स्थापना के लिए 20 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिए जाने की व्यवस्था है। यूपी में इस सेक्टर में बेहतर करने के लिए अनुकूल अवसर है। यहां पराली भी है, सरकार की प्रतिबद्धता भी है और पोटेंशियल भी है। इससे युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर भी सृजित होंगे। अब पराली और गोबर बनेगा किसानों की आय का स्रोत