भाजपा सरकार में बंद विकास कार्य-अखिलेश यादव

102

राजेन्द्र चौधरी

महान दल कार्यकर्ता सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यूपी की खुशहाली और तरक्की के लिए जो विकास कार्य हुए थे उन्हें भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने किया। महान दल के वरिष्ठ नेताओं द्वारा अखिलेश यादव को साइकिल प्रतीक चिह्न एवं गौतम बुद्ध की प्रतिमा प्रदान कर आभार प्रकट किया गया। प्रदेश कार्यालय के लोहिया सभागार ‘‘महान दल ने ठाना है, समाजवादी पार्टी की सरकार बनाना है‘‘ के गगनभेदी नारों से लगातार गूंजता रहा। सम्मेलन में महान दल की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती सुमन शाक्य ने अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल की विकास योजनाओं को गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया।


सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महान दल के अध्यक्ष सहित सभी कार्यकर्ताओं, सहयोगियों एवं समर्थकों को सफल आयोजन के लिए बधाई दिया। श्री यादव ने कहा कि किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी और महान दल की कासगंज में ऐतिहासिक रैली हुई थी। किसानों के सवाल पर चार साल से सत्ता में काबिज भाजपा इस प्रकार की एक भी कार्यक्रम नहीं कर सकी।

अखिलेश यादव ने कहा कि गौतम बुद्ध ने मानवता का जो रास्ता दिखाया था, बाबा साहब ने संविधान के माध्यम से जिसे आगे बढ़ाया वही रास्ता समाजवादी पार्टी का है। भाजपा इसमें दीवार खड़ी कर अवरोध पैदा कर रही है। भाजपा सरकार में कुछ नकली लोग पद पर बैठे हैं। वे गड्डे नहीं भर पा रहे है। ऐसे में हमारा सम्मान कहां कर पाएंगे? समाजवादी पार्टी और महान दल के कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करें तो 400 सीट का लक्ष्य पाया जा सकता है। दिल्ली और लखनऊ की भाजपा सरकार पिछड़ों के साथ धोखा कर रही है। पिछड़े-दलित समाज के साथ हो रहे अन्याय और अपमान की जिम्मेदार भाजपा सरकार ही है।

पूरे उत्तर प्रदेश में कोई गांव ऐसा नहीं है जहां लैपटाॅप नहीं बंटा है। समाजवादी सरकार में यूपी की खुशहाली और तरक्की के लिए जो विकास कार्य हुए थे उन्हें भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। यह विज्ञापन वाली सरकार है जिसका विकास से कोई सम्बंध नहीं है। मुख्यमंत्री जी की भाषा असंसदीय और गैरजिम्मेदार है। उन्होंने संकल्प-पत्र का पहला पन्ना नहीं पढ़ा है। भाजपा सरकार की कुनीतियों से अन्नदाता त्रस्त है। काले कृषि कानूनों से किसानों की जमीन छीनने का षड्यंत्र हो रहा है। भाजपा यह जमीन उद्योगपतियों को देना चाहती है। इसीलिए भाजपा सरकार सत्ता के बलबूते बाजार पर कब्जा करना चाहती है। मौजूदा यूपी सरकार जनता के दुःखों के प्रति संवेदनहीनता का व्यवहार कर रही है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर किसानों, मजदूरों, गरीबों के साथ कोरोना संकटकाल में मृतकों के परिजनों की माननीय न्यायालय के आदेशानुसार मदद की जाएगी। वैश्विक महामारी में जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में रेमडेसिवीर इंजेक्शन और आक्सीजन की कालाबाजारी हुई यह सरकार के लिए शर्मनाक है।


शमशान और कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ी। गंगा किनारे तैरती लाशों ने सरकार के दावों की पोल खोल दिया है। कोरोना काल में ध्वस्त स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पूरी तरह भाजपा सरकार जवाबदेह है। पंचायत चुनावों में शासन-प्रशासन ने खुलेआम लोकतंत्र की धज्जियां उड़ायी। महिलाओं और बहनों का भी सम्मान सुरक्षित नहीं रहा। केन्द्र की सरकारें जातीय जनगणना नहीं करना चाहती है। समाजवादी पार्टी की मांग है कि सभी जातियों की जनगणना हो। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर सबसे पहले जातीय जनगणना की जाएगी। 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले का विरोध करने पर नौजवान लाठी खा रहे हैं। उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। ठोंको नीति चलाने वालों की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है। दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। बदलाव समाजवादी पार्टी से ही होगा।


सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान खत्म करना चाहती है। कोरोना के नाम पर भाजपा ने लोकतंत्र को कमजोर किया है। महान दल के कार्यकर्ताओं का एक ही संकल्प है। 2022 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। केशव देव मौर्य ने कहा कि अखिलेेश यादव हम लोगों के नेता थे, है और हमेशा रहेंगे। समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राजपाल कश्यप एम.एल.सी. ने भी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सर्वश्री रामकिशोर बिन्द पूर्व मंत्री, उदयवीर सिंह, अरविन्द कुमार सिंह, डाॅ0 असीम यादव, रामवृक्ष यादव, जे.पी. मौर्या, मदन सैनी, शिव कुमार यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।