स्वर कोकिला के निधन से एक युग का अंत-विराज

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स्वर कोकिला लता जी की मधुर आवाज़ आज मौन होने पर स्तब्ध हूँ।एक युग का अंत हो गया,लेकिन स्वर सदियों तक गूंजते रहेंगे।

अशोक सिंह

लखनऊ। ह्रदय को छू लेने वाली रचनाओं को श्रंगार व अलंकार से भर देनी वाली आवाज अवश्य शांत हुई है लेकिन युगों युगों तक स्वर कोकिला अमर रहेंगी।बीबीडी ग्रुप के चेयरमैन प्रमुख समाजसेवी श्री विराज सागर दास ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा दैवीय वरदान प्राप्त स्वर कोकिला लता दी का जाना दुःखद है, राष्ट्र प्रेम से परिपूर्ण रचनाओं को उनके दिए स्वर देशभक्ति की ऊर्जा का अकूत भंडार बन जाता था उनके गीत और लता दीदी का संघर्षमय जीवन सदा पीढ़ियों के लिए प्रेरणा देता देता रहेगा।उंन्होने कहा कि लता दी का जीवन संघर्ष मय था,लेकिन उनकी सादगी,विनम्रता के साथ उनका जीवन समाज को सदैव प्रेरणा देता रहेगा।