मृतकों के घर कुर्की नोटिस

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मृतकों के घर कुर्की नोटिस
मृतकों के घर कुर्की नोटिस

मृतकों के घर कुर्की नोटिस

मृतकों के परिजनों को लाखों के गृह कर बकाया की कुर्की नोटिस। पीड़ित परिजन जनप्रतिनिधियों से मिलकर राहत दिलाये जाने की कर रहे फरियाद।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार एक तरफ जहां मजदूरी करके जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए कई तरीके की योजनाएं लाकर अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को भी मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास कर रही है तो वही लखनऊ नगर निगम ऐसे लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या बन गया है आलम क्या है कि रोजमर्रा की जिंदगी में मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करने वाले इन लोगों के लिए करो या मरो जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।

नगर निगम गृह कर के वसूली अभियान में नगर निगम के कुछ लापरवाह अधिकारी राजस्व बढ़ाने के लिए उच्च अधिकारियों की फटकार के बाद मृतक और उनके परिजनों के द्वारा लिखे जा रहे भवन संख्या को नजरअंदाज कर सालों के बाद एक गहरी नींद से जागे और गृह कर वसूली के नाम पर मृतकों के नाम उनके परिजनों को गृह कर वसूली नोटिस के बाद कुर्की नोटिस जारी कर गृह कर राजस्व वसूली के सारे नियम ताक पर रख दिए हैं।

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लखनऊ नगर निगम जोन 7 के इस्माइलगंज की मलिन बस्ती में दर्जनभर मृतकों के नाम उनके परिजनों को लाखों का भवनकर बकाया होने की कुर्की नोटिस जारी कर दिया है मृतक हीरालाल, हंस लाल, जगदीश, रेवती राम, बचऊ के परिजन बकाया कुर्की नोटिस लेकर नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं यह तो सिर्फ बानगी भर है वहीं दूसरी तरफ नाम किसी का पता किसी का लिखकर नगर निगम सैकड़ों नोटिस जारी कर चुका है एक मकान संख्या दो से तीन लोगों के निवास के दस्तावेजों पर सालों से की पते की जगह दर्ज है पीड़ित परिजन नेताओं , जनप्रतिनिधियों से मिलकर राहत के लिये फरियाद कर रहे हैं।

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