चर्चा में बागेश्वर धाम सरकार

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सनातन धर्म गर्दन काटने की अनुमति नहीं देता
सनातन धर्म गर्दन काटने की अनुमति नहीं देता

चर्चा में बागेश्वर धाम सरकार

देशभर में बागेश्वर धाम सरकार के नाम की खूब चर्चा हो रही है.इन चर्चाओं के बीच अब कुछ आलोचक भी सामने आए हैं जो बाबा धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार करने के दावे पर सवाल उठा रहे हैं. कुछ लोगों ने जहां बाबा को चुनौती दे दी तो कुछ लोगों ने इसे पाखंड बताया. लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह रही कि धीरेंद्र शास्त्री का दरबार को लेकर अब सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है. कई नेताओं ने जहां तारीफ की तो कइयों ने ढोंग और झूठा करार दिया. इसके अलावा कई धर्मगुरुओं ने भी सवाल उठाए हैं.

शक्तियों को अपनी मुट्ठी में रखने का दावा करने वाले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ढोंग करार दिया है.उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के दावे पर सवाल उठाए हैं. यही नहीं माघ मेले में आए कई संतों ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को सनातन संस्कृति के विरुद्ध बताया. उनका कहना है कि सनातन धर्म कभी पाखंड और अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता. उन्होंने कहा कि हम उनके लिए फूल बिछाएंगे, अगर वह कि आओ, हमारे मकानों, मठों में आई दरारों को भर दें.

पंडित धीरेंद्र कृष्‍ण शास्‍त्री बागेश्‍वर धाम के पीठाधीश्‍वर दिव्‍य दरबार और कथित चमत्‍कारों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. उन्‍हें तारीफ के साथ ही आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ रहा है.सनातन के ऊपर आरोप लगाना बहुत सहज हो गया है, क्योंकि हम वसुधैव कुटुंबकम का अनुसरण करते हैं. धीरेंद्र शास्त्री के पहले भी बागेश्वर धाम अपनी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध रहे हैं. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है जो आजकल सोशल मीडिया पर गलत तरीके से परोसा जा रहा है. धीरेंद्र शास्त्री महाराज बेहद निश्चल व्यक्ति हैं. उनके ऊपर बालाजी सरकार की कृपा है. उनके जीवन का मकसद केवल सनातन धर्म की रक्षा करना और इसे प्रगति पर ले जाना है. कुछ लोग रंजिशन उन्हें बदनाम कर रहे हैं, जो कतई सनातन के लिए उचित नहीं है. यह कहना है माघ मेले में आए 21 वर्षीय युवा संत कृष्ण दास त्यागी जी का.

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संत महाराज माघ मेले में घूम घूम कर लोगों को धीरेंद्र शास्त्री के प्रति श्रद्धा सद्भाव रखने की बातें बता रहे हैं. खास बात यह है कि उनके तथ्यों और उनके आकर्षण स्वरूप लोगों को तेजी से प्रभावित कर रहा है. मूलतः मिर्जापुर के रहने वाले कृष्ण दास त्यागी 11 साल से धर्म के क्षेत्र में साधना कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 99 फीसद संत समाज धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज के साथ खड़े हैं. उनको बदनाम करने के लिए केवल यह षड्यंत्र रचा जा रहा है. इसके लिए मैं माघ मेले में घूम घूम कर लोगों को जागरूक कर रहा हूं. उन्हें सही तथ्यों से अवगत करा रहा हूं.

हिन्दू राष्ट्र की मुहिम को बढ़ाएंगे आगे बागेश्वर बाबा हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की अपनी मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए माघ मेले में आएंगे. उनकी इस मांग को विश्व हिंदू परिषद से समर्थन मिला है, जिसके बाद वो काफी उत्साहित हैं. 25 जनवरी को हुए संत सम्मेलन में संतो ने एक स्वर में बागेश्वर बाबा का समर्थन किया था. ज्यादातर संतो ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किये जाने की उनकी बातों का समर्थन किया था.धीरेंद्र शास्त्री को 2 फरवरी को प्रयागराज के मेजा इलाके में शीतला महोत्सव में भी शामिल होना है. ये कार्यक्रम प्रयागराज के मेजा इलाके में होगा. बागेश्वर बाबा इस कार्यक्रम में करीब 3 से 4 घंटे तक रहेंगे.

हिन्दू राष्ट्र का मुद्दा उठाने के बाद बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री जल्द ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे. धीरेंद्र शास्त्री लखनऊ आकर सीएम योगी से मुलाकात करेंगे. अगले 2-3 तीन दिनों के बीच दोनों की मुलाकात हो सकती है. धीरेंद्र शास्त्री ने सीएम योगी से मुलाकात के लिए समय भी मांगा है. माना जा रहा है कि शनिवार या रविवार को सीएम योगी से मुलाकात का समय मिल सकता है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री जब सीएम योगी से मिलने जाएंगे तो उनके साथ निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर महंत संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा भी रहेंगे. धीरेंद्र शास्त्री अनौपचारिक तौर पर सीएम योगी से मिलना चाहते हैं.

12वीं तक संत कृष्ण दास ने की पढ़ाई- संत कृष्ण दास ने 12हवीं तक की पढ़ाई भी की है. खास बात यह भी है कि उन्होंने कुछ महीने तक प्राइवेट नौकरी भी किया. लेकिन उनका मन बाल्यकाल से ही अध्यात्म की ओर अग्रसर रहता था. 12वीं के बाद उन्होंने पूर्ण रूप से धर्म क्षेत्र में जाने का फैसला ले लिया. अब उन्हें घर परिवार का मोह माया नहीं बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र के प्रति प्रेम भाव है.

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