स्कूलों में पढ़ाई जाएगी वीर सावरकर की जीवनी

151
स्कूलों में पढ़ाई जाएगी वीर सावरकर की जीवनी
स्कूलों में पढ़ाई जाएगी वीर सावरकर की जीवनी

मध्यप्रदेश के स्कूलों में पढ़ाई जाएगी वीर सावरकर की जीवनी, कांग्रेस ने किया विरोध, गीता-सार, भगत-सुखदेव-परशुराम का पाठ्यक्रम भी जोड़ा जाएगा।

मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में वीर सावरकर की जीवनी पढ़ाई जाएगी। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इसे स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही है। कांग्रेस ने इस कदम को फ्रीडम फाइटर्स का अपमान बताया है। मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा, वीर सावरकर हमारे उन महान क्रांतिकारियों में से एक हैं जिनको एक जन्म में 2-2 आजीवन कारावास की सजा हुई। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में वे पहले लेखक हुए, जिन्होंने 1857 के आंदोलन को स्वतंत्रता संग्राम कहा। नहीं तो लोग गदम ही कहते थे।

मंत्री ने कहा, भारत की आजादी में उनका अभूतपूर्व योगदान है, इसलिए उनको हर जगह सम्मान मिलना चाहिए। दुर्भाग्य से इस देश में कांग्रेस की सरकारों ने भारत के महान क्रांतिकारियों को इतिहास के पन्नों में जगह नहीं दी। विदेशी आक्रांताओं को महान लिखा और देशभक्तों को महान नहीं बताया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत केंद्रित शिक्षा पर काम कर रही है। देश के लिए काम करने वाले देश के हीरो बनेंगे। हम बच्चों को उनके बारे में पढ़ाने का काम करेंगे। इंदर सिंह परमार ने कहा कि हम सही महापुरुषों की जीवनी को सिलेबस में जोड़ेंगे, इसलिए मुख्यमंत्री ने गीता के संदेश, परशुराम, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु जैसे तमाम क्रांतिकारियों को पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे। 2018 में जब कुछ समय के लिए कांग्रेस की सरकार बनी थी, तब वीर सावरकर की किताब एक स्कूल में बांट दी गई थी। कमलनाथ ने उस स्कूल के प्राचार्य को निलंबित कर दिया था। कांग्रेस के लोग हमारे देश के क्रांतिकारियों को बच्चों तक नहीं पहुंचाना चाहते।

मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षामंत्री इंदर सिंह परमार ने इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा, “नेहरू का विकृत चिंतन था, भारत की संस्कृति और भौगोलिक दृष्टि के बारे में उसके कारण से देश में कांग्रेस भटक गई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देश के महापुरुषों के बारे में पढ़ाने उनके चरित्र और जीवनी को सम्मिलित करने के उद्देश्य से सावरकर का चरित्र पढ़ाया जाएगा।”

मध्यप्रदेश शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा- ‘सावरकर आजादी के आंदोलन के बड़े स्तंभ रहे हैं, अंग्रेज उनसे भयभीत रहते थे। एक जन्म में दो आजीवन कारावास की सजा मिली, किसी कांग्रेसी को ऐसी सजा मिली हो तो बताएं। कांग्रेस ने महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, महान सम्राट विक्रमादित्य सबका अपमान किया है। भाजपा ने आजादी के आंदोलन में शामिल क्रांतिकारियों के सुखदेव, राजगुरु, भगत सिंह, सब के बारे में सही इतिहास बताएंगे।’

सावरकर की जीवनी पढ़ाने के ऐलान पर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया आई है। भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा, ‘बीजेपी के पास कुछ बचा नहीं है।इसलिए यह मुद्दा लेकर आयी है। किसानों और युवाओं के साथ छल किया, लाड़ली बहना योजना फ्लॉप हो गयी है, इसलिए अब सावरकर की बात कर रह हैं। सारी दुनिया जानती है सावरकर ने अंग्रेज़ों से माफी मांगी और वो चिट्ठी भी सोशल मीडिया में वायरल हुई थी तो वह वीर कैसे हुए? बहुत जल्द इनकी सरकार जा रही है और हमारी सरकार आयी तो सावरकर तो बिलकुल नहीं पढ़ाये जाएंगे।’ स्कूलों में पढ़ाई जाएगी वीर सावरकर की जीवनी