छठवें चरण में ही 400 पार भाजपा-योगी

41
छठवें चरण में ही 400 पार भाजपा-योगी
छठवें चरण में ही 400 पार भाजपा-योगी

छठवें चरण में ही 400 पार कर गई भाजपा। मुख्यमंत्री ने अस्सी घाट पर गंगा आरती में शामिल होने के बाद नरेंद्र मोदी के लिए नया रिकॉर्ड बनाने की अपील की। नमो घाट से क्रूज पर सवार होकर अस्सी घाट पहुंचे सीएम। मोदी की ही देन कि दुश्मन के घर में भी भारत विरोधी तत्व सुरक्षित नहीं। सबसे लोकप्रिय राजनेता के रूप में धमक बनाकर काशी को पहचान दिला रहे हैं मोदी। मुख्यमंत्री योगी ने काशी के विकास कार्यों को भी गिनाया। छठवें चरण में ही 400 पार भाजपा-योगी

वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी ने अस्सी घाट वाराणसी पर जनसभा की। सीएम ने मोदी की काशी से अपील की कि फिर एक बार मोदी सरकार के लिए अबकी बार-400 पार में सबसे बड़ा रिकॉर्ड काशी को बनाना है। नमो घाट से क्रूज पर सवार होकर अस्सी घाट पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ मां गंगा की आरती में शामिल हुए। यहां से उन्होंने काशी के नाथ, मां गंगा, मां अन्नपूर्णा व काशी के कोतवाल बाबा भैरव के चरणों में प्रणाम किया। सीएम ने कहा कि मोदी जी रिकॉर्ड वोटों से जीतेंगे, लेकिन काशीवासियों की जिम्मेदारी है कि अब तक सारे रिकॉर्ड तोड़ने हैं। छठवें चरण में ही साबित हो गया कि भाजपा 400 पार जा चुकी है। गुरुवार को प्रदेश की 14 और देश की 58 सीटों पर चुनाव हुए हैं। काशी से गया संदेश रामराज्य की संकल्पना को जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य करेगा।

काशी वाले ताल ठोककर कहें हमने मोदी को संसद पहुंचाया है, उन्होंने सनातन धर्म के गौरव को लौटाया है

काशीवासियों का गौरव है कि वे वर्तमान और भावी पीढ़ी को बोल सकते हैं कि पांच सौ वर्षों का इंतजार जब हुआ, तब हम भी इसके साक्षी थे। काशीवासियों ने संसद में मोदी को पहुंचाया है, इसलिए वे ताल ठोककर कहें कि हमने अयोध्या, भारत और सनातन धर्म के गौरव को लौटाया है। एक तरफ मोदी जी यह गौरव व पुण्य दे रहे हैं तो दूसरे तरफ कांग्रेस के काले कारनामे किसी से छिपे नहीं हैं। यह लोग सनातन और राम मंदिर विरोधी रहे हैं। 1949 में अयोध्या में राममंदिर में रामलला का प्रकटीकरण हुआ था तब प्रदेश व केंद्र की कांग्रेस सरकार ने ताला लटकाने का कार्य किया था। 1986 ने न्यायालय ने ताला खोलने का आदेश दिया था तो इन लोगों ने भगवान राम को टाट में पहुंचाया था। सुप्रीम कोर्ट में इन लोगों ने कहा कि राम-कृष्ण हुए ही नहीं। यह आराध्य देवों और परमपिता के अस्तित्व पर संकट खड़ा करते थे। यह आतंकियों, नक्सलवादियों का समर्थन करते हैं और जब आपदा आती है तो गायब हो जाते हैं। वहीं मोदी मंदिर जाकर नियमों का पालन करते हैं। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के पहले उन्होंने 11 दिन का अनुष्ठान पूरा किया।

2014 के पहले उपेक्षा का दंश सहती थी काशी

2014 के पहले और बाद की काशी को याद कीजिए। काशी की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक गूंज हजारों वर्षों से दुनिया और दिग्दिगंत में रही, लेकिन आजादी के बाद काशी, भारत के सनातन परंपरा से जुड़े हुए श्रद्धालुओं की जो अपेक्षा और आकांक्षा थी, उसके अनुरूप काशी की कायाकल्प की जरूरत देश में शासन करने वाली तत्कालीन राजनीतिक शक्तियों ने कभी नहीं की। 2014 के पहले काशी उपेक्षा का दंश सहन करने को मजबूर होती थी। अराजकता की ओर जबरन ढकेली जा रही थी। आतंकी घटनाओं का गढ़ बनती जा रही था। माफिया और आपराधिक तत्व हावी होकर काशी के सामने पहचान का संकट पैदा कर रहे थे। 2014 में काशी ने अपने जनप्रतिनिधि के रूप में दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता, एक भारत-श्रेष्ठ भारत के शिल्पी नरेंद्र मोदी को चुनकर भेजा तो नए भारत के नए उप्र में भव्य-दिव्य काशी दिख रही है।

अस्सी घाट से फावड़ा लेकर पीएम मोदी ने शुरू किया था स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान प्रारंभ होना था तो पीएम मोदी इसी अस्सी घाट पर फावड़ा लेकर आए थे। स्वच्छता का जो कार्यक्रम उन्होंने प्रारंभ किया था, वह आज आंदोलन बन गया है। काशी के घाट दुनिया के सबसे सुंदरतम आध्यात्मिक व सांस्कृतिक घाट माने जाते हैं। पीएम मोदी ने काशी को पहचान दिलाने के लिए अनेक कार्य प्रारंभ किए। उन्होंने अविरल व निर्मल गंगा की जिस परिकल्पना को साकार किया है, वह सनातन धर्मावलंबियों, उत्तर प्रदेश, भारतवासियों के लिए नया जीवन देने वाला है। काशी में चारों ओर फोरलेन की कनेक्टिविटी है। काशी का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट देश का सबसे व्यस्ततम एयरपोर्ट माना जाता है। देश के सबसे बड़े रोपवे का निर्माण काशी में होता है। काशी के देवालयों का कायाकल्प होता है।

बाबा विश्वनाथ भी परमभक्त मोदी का कर रहे थे इंतजार

बाबा विश्वनाथ भी परमभक्त मोदी का इंतजार कर रहे थे कि जैसे वह आएंगे काशी विश्वनाथ धाम दिव्य-भव्य रूप में दिखेगा। काशी ने मोदी जी के नेतृत्व में रिकॉर्ड तोड़ा है। यहां सर्वाधिक 16 करोड़ श्रद्धालुओं का आगमन प्रमाणित करता है कि सर्वाधिक पर्यटक काशी में आ रहे हैं। काशी में इंफ्रास्ट्रक्चर व रेलवे का बेहतरीन मॉडल है। मीटर गेज पर छुक-छुक की स्पीड से चलने वाली नहीं, बल्कि नए भारत की नमो भारत, वंदे भारत व अमृत भारत ट्रेन काशी से देश के विभिन्न स्थानों तक चल रही है। काशी का एयरपोर्ट से देश-दुनिया को जोड़ रहा है। मोदी जी ने कहा था कि मां गंगा हमारी आस्था की प्रतीक तो है ही, लेकिन इसे वाटर ट्रांसपोर्ट का बेहतरीन मॉडल भी करेंगे। जिससे इसकी अविरलता व निर्मलता को बनाने में मदद मिलेगी। नाविकों-लोगों के व्यापार को बढ़ाने के लिए जल ट्रांसपोर्ट का उपयोग करेंगे। अब यह साकार हुआ है। काशी मल्टीमॉडल टर्मिनल हब के रूप में विकसित हुआ है। गतवर्ष काशी से हल्दिया होते हुए दुनिया के सबसे बड़े क्रूज का संचालन हुआ। कैंट से बाबा विश्वनाथ तक पहुंचने के लिए रोपवे के माध्यम से कुछ ही मिनटों में दूरी पूरी होगी। इस वर्ष के अंत तक यह कार्य पूर्ण होगा।

काशी ने मोदी को चुना तो पूरे भारत का कायाकल्प हुआ

नई काशी नव्य-दिव्य दिखने के साथ नए उत्तर प्रदेश को जन्म देती है। काशी ने मोदी को चुना तो मोदी ने न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत का कायाकल्प किया है। भारत नागरिकों की सुरक्षा का मॉडल बना है। भारत और मोदी की पहचान अब संकटमोचक के रूप में है। कोरोना जैसे महामारी का सामना करते हुए अर्थव्यवस्था को गति देने और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का मॉडल भारत माना जाता है।

दुश्मन के घर में भी भारत विरोधी तत्व सुरक्षित नहीं

योगी ने कहा कि जिस भारत ने 2014 के पहले सुबह घोटाले और शाम को आतंकी घटना के वारदात की खबरें आती थीं। आज उसी भारत में आतंकवाद व नक्सलवाद समाप्त हुआ है। जब मजबूत सरकार होती है तो देश के दुश्मन दबकर सफाई देने को मजबूर होते हैं। काशी में संकट मोचन मंदिर व कचहरी, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद समेत अनेक भागों में विस्फोट होते थे। तब सरकारें लाचार थीं, लेकिन आज सीमापार के आतंकी समाप्त हो गए। अब तो यूके का सबसे प्रतिष्ठित समाचार पत्र भी लिखता है कि तीन वर्ष में पाकिस्तान के अंदर दो दर्जन से अधिक दुर्दांत आतंकी मार दिए गए। उसने आशंका जताई कि इसके पीछे भारत की एजेंसियां हैं यानी दुश्मन के घर में भी भारत विरोधी तत्व सुरक्षित नहीं हैं।

काशी ने विकास व विरासत का मॉडल प्रस्तुत किया है

योगी ने कहा कि काशी ने विकास व विरासत का मॉडल प्रस्तुत किया है। काशी में विश्वनाथ धाम और अयोध्या में श्रीराम का धाम इसका उदाहरण है। इंडी गठबंधन के लोग कहते हैं कि भारत में राम मंदिर का निर्माण नहीं होना चाहिए। समाजवादी पार्टी के नेता कहते हैं कि राम मंदिर बेकार बना है। उनकी बुद्धि बेकार हो गई है। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं। दुनिया भर के सनातन धर्मावलंबी आते हैं, कोई पिलर को चूमता है तो कोई जमीं पर लेटता है। लोगों के आंखों में आंसू होते हैं। अयोध्या में 500 वर्ष का इंतजार समाप्त कर मोदी जी ने हमारे जन्म और जीवन को धन्य कर दिया। मोदी ने काशी के घाटों, काशी के देवालयों का नवनिर्माण करके दिखाया।

कांग्रेस और तृणमूल के काले कारनामों से योगी ने कराया वाकिफ

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस की कर्नाटक सरकार व आंध्र प्रदेश की सरकार ने ओबीसी के आरक्षण ने मुसलमानों को बांट दिया था। कोलकाता हाईकोर्ट ने तृणमूल के 2010 के फैसलों को पलटा है, जिसमें उसने 118 मुस्लिम जातियों को ओबीसी का आरक्षण बांट दिया था। कोर्ट ने इसे अंसैवधानिक करार दिया। जब तक मोदी है, ओबीसी-एससी के आरक्षण पर किसी को डकैती डालने की छूट नहीं मिलेगी। मोदी ने ही बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को सम्मान दिया है। भगवान बुद्ध के सारनाथ का सुंदरीकरण, संत कबीर के लहरतारा, संत रविदास के सीरगोवर्धन भी मोदी के कारण दिव्य-भव्य हो पाया है।

काशी ने जिन्हें चुना, वे भारत का नाम दुनिया में कर रहे हैं

योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश व काशी का गौरव है कि जिसे हमने जनप्रतिनिधि चुना है, वह भारत का नाम दुनिया में कर रहे हैं और सबसे लोकप्रिय राजनेता के रूप में धमक बनाकर काशी को पहचान दिला रहे हैं। अब काशी को लटकते-झटकते तारों के बीच में नहीं घुसना पड़ता। जाम के जंजाल में नहीं फंसना पड़ता है। काशी के अंदर गंदे नाले के बीच में लोगों को रहने को मजबूर नहीं पड़ता है। काशी की सड़कें भी राष्ट्रीय राजधानी की तरह फोरलेन व सिक्सलेन का जाल है। काशी की दिव्यता को देखकर हर कोई मोहित होता है।

यूपी महोत्सव प्रदेश बन गया, यहां माफिया मिट्टी में दफन हो चुके हैं

योगी ने कहा कि सरकार आने पर कांग्रेस पर्सनल लॉ लाएगी और गठबंधन तालिबानी शासन को लाने का प्रयास करेगी। राहुल गांधी कहते हैं कि प्रॉपर्टी का सर्वे कराकर विरासत टैक्स लगाएंगे और आधी प्रॉपर्टी ले लेंगे। उसे पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए घुसपैठियों में बांट देंगे। बाबा विश्वनाथ और मथुरा के भगवान मंदिर औरंगजेब ने तोड़ा था। औरंगजेब का जजिया कर ही विरासत टैक्स है। यह जहां दफन है, वहीं दफन होने देना है। अब भारत आतंकवाद का नहीं, उत्तर प्रदेश माफिया का नहीं, महोत्सव का प्रदेश बन चुका है। कहीं दीपोत्सव, कहीं रंगोत्सव, कहीं देव दीपावली हो रही है और माफिया मिट्टी में दफन हो चुके हैं।जनसभा में प्रदेश सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, विधायक नीलकंठ तिवारी, वाराणसी के लोकसभा प्रभारी सतीश चंद्र द्विवेदी, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, मीना चौबे, विधानसभा संयोजक अभिषेक मिश्र, सतुआ बाबा, यूपी भाजपा के प्रवक्ता अशोक पांडेय आदि मौजूद रहे। स्वागत भाषण विधायक सौरभ श्रीवास्तव व संचालन अमित राय ने किया। छठवें चरण में ही 400 पार भाजपा-योगी