01 जून से 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का होगा टीकाकरण : मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर के बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में मण्डलीय समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को सम्बोधित किया।प्रधानमंत्री ने कोरोना की फस्र्ट वेव में ‘ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट’ का जो मंत्र दिया,उस पर निरंतर चलते हुए हमने सेकेंड वेव को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया।कोरोना की सम्भावित थर्ड वेव से निपटने के लिए प्रदेश में युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे।थर्ड वेव को थामने के लिए हमारा इंसेफेलाइटिसनियंत्रण का सफल मॉडल बहुत काम आएगा।


उ0प्र0 में कोविड पॉजिटिविटी निरंतर कम हो रही, रिकवरी रेट में लगातार वृद्धि हो रही थर्ड वेव की आशंका के मद्देनजर हमारी तैयारियांअर्ली एण्ड एग्रेसिव अभियान के तहत चल रही हैं।सभी मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड के पीकू बनाए जा रहे कोविड से बचाव में टीकाकरण बेहद अहम।प्रदेश सरकार आगामी 01 जून से सभी जिलों में18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को टीकाकरण की सुविधा देने जा रही।


हर जिले में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों केअभिभावकों के लिए ‘अभिभावक स्पेशल’ बूथ बनेंगे सेकेंड वेव में कई अन्य चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा,हम सफलता के साथ इन चुनौतियों को भी दूर कर रहे हैं।पोस्ट कोविड वाॅर्ड तेजी से क्रियाशील किए जा रहे, कईजिलों में पोस्ट कोविड मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज शुरू आॅक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए गोरखपुर मण्डलमें 25 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की कार्यवाही चल रही है।


लखनऊ- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की सम्भावित थर्ड वेव से निपटने के लिए प्रदेश में युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। सेकेंड वेव को सफलतापूर्वक समाप्त करने के साथ ही संभावित थर्ड वेव को भी परास्त करेंगे। थर्ड वेव को थामने के लिए हमारा इंसेफेलाइटिस नियंत्रण का सफल मॉडल बहुत काम आएगा।


जनपद गोरखपुर के बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में मण्डलीय समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना की फस्र्ट वेव में ‘ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट’ का जो मंत्र दिया था, उस पर निरंतर चलते हुए हमने सेकेंड वेव को भी सफकतापूर्वक नियंत्रित किया है।उत्तर प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी निरंतर कम हो रही है और रिकवरी रेट में लगातार वृद्धि हो रही है। आज प्रदेश में रिकवरी रेट 94 प्रतिशत से अधिक है। टेस्ट के मामले में भी हम काफी आगे हैं। प्रतिदिन तीन लाख से सवा तीन लाख टेस्ट किए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक करीब पौने पांच करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं। गोरखपुर मण्डल में 93 प्रतिशत रिकवरी रेट काफी अच्छा है और पाजिटिविटी काफी कम हुई है।


योगी ने कहा कि थर्ड वेव की आशंका के मद्देनजर हमारी तैयारियां अर्ली एण्ड एग्रेसिव अभियान के तहत चल रही हैं। सभी मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड के पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) बनाए जा रहे हैं। साथ ही, सभी जिला अस्पतालों में 25 से 30 बेड के पीकू क्रियाशील किए जा रहे हैं। इंसेफेलाइटिस नियंत्रण में हमारे समन्वित परिणाम को सभी ने देखा है। इंसेफेलाइटिस नियंत्रण मॉडल को कोरोना की सम्भावित थर्ड वेव को काबू में करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए मानव संसाधन की भर्ती और प्रशिक्षण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाज की व्यवस्था के साथ ही स्वच्छता, फॉगिंग, सैनिटाइजेशन, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ भारत मिशन से खुले में शौच से मुक्ति के अभियान से इंसेफेलाइटिस में मृत्य दर न्यूनतम करने में मदद मिली है। इसे इंसेफेलाइटिस नियंत्रण के साथ-साथ कोविड नियंत्रण के लिए भी जारी रखा जाएगा। सभी के जीवन को बचाने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।


योगी ने कहा कि कोविड से बचाव में टीकाकरण बेहद अहम है। प्रदेश सरकार आगामी 01 जून से सभी जिलों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को टीकाकरण की सुविधा देने जा रही है। साथ ही, हर जिले में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों के लिए ‘अभिभावक स्पेशल’ बूथ बनेंगे। प्रदेश सरकार उन बस्तियों को चिन्हित करा रही है, जहां कोविड की थर्ड वेव के संक्रमण की अधिक आशंका है। इन बस्तियों में समय से पहले सुरक्षा कवच (वैक्सिनेशन) उपलब्ध कराया जाएगा। इंसेफेलाइटिस के संबंध में टीकाकरण का अभियान सफल रहा है। 92 प्रतिशत से अधिक बच्चों को इंसेफेलाइटिस रोधी टीका लगाया जा चुका है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना में सेकेंड वेव में कई अन्य चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा है। हम सफलता के साथ इन चुनौतियों को भी दूर कर रहे हैं। संक्रमण से उबरने के बाद भी कुछ लोगों को अन्य दिक्कतें आ रही हैं। इसे देखते हुए पोस्ट कोविड वाॅर्ड तेजी से क्रियाशील किए जा रहे हैं । कई जिलों में पोस्ट कोविड मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज शुरू हो गया है। अन्य जिलों में भी इस दिशा में तेजी से कार्यवाही जारी है। उन्होंने बताया कि सेकेंड वेव में ऑक्सीजन की अचानक बढ़ी मांग को देखते हुए वायुसेना के विमानों की मदद ली गयी। साथ ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें भी चलाई गईं। उन्होंने कहा कि आॅक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए गोरखपुर मण्डल में 25 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की कार्यवाही चल रही है। सभी प्लाण्ट समय सीमा के भीतर शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।