राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री का प्रवचन झूठ का पुलिंदा-डॉ0 उमा शंकर पाण्डेय

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राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री का प्रवचन झूठ का पुलिंदा।किसानों को देशद्रोही व दलाल बताना, मुकदमा लिखवाना, किसानों पर जुल्म। कृषि कार्यो से जुड़े प्रत्येक वस्तु के दाम बढ़ाकर सरकार ने बढ़ाई किसानों की दुश्वारियां। भाजपा सरकार पूंजीपतियों के एजेन्ट के रूप में कर रही है काम।

लखनऊ – उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान की तीखी र्भत्सना करते हुए कहा कि उन्होंने लगातार लोकतंत्र व संसदीय मर्यादाओं का अपमान किया है। आज उन्होंने किसान, किसान नेताओं के प्रति जिस तरह का अमर्यादित वक्तव्य दिया है यह उनकी बौखलाहट का नतीजा है। इस भाषाशैली से उन्होंने लगातार मुख्यमंत्री पद की गरिमा गिराई है।

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डाॅ0 उमा शंकर पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों के एजेंट के रूप में कार्य कर रही है, यह अब खुली किताब की तरह स्पष्ट है। भाजपा नेताओं ने लगातार किसानों के साथ छल किया है और आवाज उठाने पर अपमान करने वाली शब्दावलियों से नवाजा है। आंदोलनरत किसानों के लिए ‘दलाल’ जैसे शब्दों का प्रयोग एक मुख्यमंत्री के पद की गरिमा के प्रतिकूल है। ऐसा कहकर भाजपा सरकार अन्नदाताओं की पगड़ी उछालने की धृष्टता कर रही है। यह महापाप है ।

  डॉ0 पांडेय ने कहा किसान आंदोलन से परेशान भाजपा व योगी आदित्यनाथ को अपना पराभव स्पष्ट रूप से दिखायी देने लगा है इसलिये वह लोकतंत्र और संवैधानिक मर्यादा की सीमाएं लांघकर अनर्गल व अशोभनीय खीजभरे बयान देकर किसानों को बदनाम करने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ0 उमा शंकर पांडेय ने कहा कि किसानों का हित पूरा करने का झूठा दावा करने वाली भाजपा सरकार किसानों को डराने के लिए अमरोहा के किसानों को देशद्रोही बता प्रशासन से देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा दर्ज करवा दिया और जुर्माने की नोटिस तक भिजवा दिया।

आलू, प्याज, लहसुन का समर्थन मूल्य घोषित करने के वादे के साथ सत्ता में आयी सरकार आलू उत्पादक किसानों को लागत मूल्य तक नही दिलवा सकी। किसानों से औने-पौने दामों में आलू खरीदी गई और फुटकर में  ऐतिहासिक रिकॉर्ड मूल्य 50 से 65 रुपये तक में बिका।प्रवक्ता ने कहा कि चालू सत्र में धान किसानों को अपनी उपज आठ सौ से लेकर एक हजार रुपये प्रति क्विंटल तक में बंेचनी पड़ी। गन्ना किसानों के लिये चार वर्षों में एक रुपया भी भाव नही बढ़ाया जबकि स्वयं विपक्ष में रहते हुए 425 रुपये प्रति क्विंटल की माँग करते थे।

डा0 पाण्डेय ने कहा कि कृषि से जुड़ी सभी वस्तुओं के दाम अधिकाधिक बढ़ाये जा रहे हैं। सिंचाई हेतु बिजली और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। खाद, बीज, कीटनाशक, कृषि उपकरण आदि सभी रिकॉर्ड स्तर पर महँगे हो गए हैं। ऐसे में किसानों की लागत कई गुना बढ़ गयी है और भाजपा द्वारा किसानों की आय दोगुना करने का दावा एक और जुमला ही साबित हुआ है।