दिव्यांग बच्चों को शिक्षित कर समाज का भावी नागरिक बनाये-मुख्य विकास अधिकारी

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दिव्यांग बच्चों को शिक्षित कर समाज का भावी नागरिक बनाये।जनपद स्तरीय निपुण भारत कार्यशाला किया गया आयोजन।

प्रतापगढ़। दिव्यांग बच्चांं की समावेशी शिक्षा के क्रियान्वयन हेतु जनपद स्तरीय निपुण भारत कार्यशाला का आयोजन क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान अफीम कोठी के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने अभिभावकों को प्रेरित करते हुये कहा कि आप अपने बच्चों के अन्दर की कमियों को नजर अंदाज कर खूबियों की गिनती करिये, इनके अन्दर छुपी प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास करें, आप अकेले नही है कि आपका बच्चा दिव्यांग है बहुत से अभिभावकों के बच्चे दिव्यांग है। समेकित शिक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत इनको शिक्षित कर समाज का भावी नागरिक बनाये।

डायट प्राचार्य ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के अन्दर प्रतिभा की कमी नहीं है, मेरे साथ पढ़ने वाले छात्रों की राइटिंग बहुत अच्छी थी जबकि वह दिव्यांग है। सभी बच्चे प्रयास करना जारी रखे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि निपुण भारत मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत दिये जा रहे शैक्षिक सपोर्ट का लाभ प्रत्येक विशेष बच्चे को मिले इसके लिये विशेष शिक्षक कार्य करें। जनपद स्तर पर विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की विभिन्न गतिविधियों के क्रियान्वयन, अनुश्रवण हेतु समर्थ मोबाइल ऐप एप्लीकेशन एवं वेबपोर्टल का उपयोग क्यों और कैसे किया जा रहा है इस बिन्दु पर जिला समन्वयक समेकित शिक्षा ने प्रकाश डाला।


इस अवसर पर डायट प्राचार्य हृदय राम आजाद, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी सच्चिदानन्द तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी रविशंकर द्विवेदी, जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन यादव सहित जिला समन्वयक समेकित शिक्षा, समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी, समस्त एआरजी, समस्त एआरपी, समस्त विशेष शिक्षक नोडल टीचर्स, प्रमुख शिक्षाविद, दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान 95 बच्चों को पुरस्कार वितरित किया गया जिसमें राइटिंग पैड, राइटिंग किट, स्केच कलर, जेमेट्री बॉक्स, टिफिन, पेंसिल बॉक्स आदि सम्मिलित थे। दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों ने कार्यक्रम पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा समेकित शिक्षा के द्वारा समर्थ ऐप के माध्यम से बच्चों को मिल रही सुविधाओं की सराहना की।