आज भी न्याय के लिए भटक रही महिलायें-प्रियका गुप्ता

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका गुप्ता ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि लगातार योगी सरकार दावे कर रही है, लेकिन जिस तरह से प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार और अपराध बढ़ रहे है योगी सरकार को शर्म आनी चाहिए। उन्होंनें कहा कि कल जिस तरीके से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद में इंसाफ न मिलने से परेशान होकर पीड़ता ने पुलिस के सामने जहर खाकर जान दे दी, पीड़िता ने पुलिस थाने में आत्महत्या कर ली, पीड़िता दुष्कर्म के आरोपियों पर कार्रवाई न होने से काफी सदमे में थी, इसलिए उसने थाने पहुंचकर यह खौफनाक कदम उठा लिया, उसने थाना परिसर में ही जहर खाकर जान दे दी, पीड़िता पिछले 1 हफ्ते से थाने और सीओ ऑफिस के चक्कर लगा रही थी, लेकिन जब उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसने खुदकुशी करने का फैसला कर लिया। ऐसी घटनाएं निश्चित तौर पर विचलित आम जनमानस को विचलित करती है।

सुबह घर से काम पर निकलने वाली स्त्रियाँ शाम को सुरक्षित घर कैसे लौटें, सबको ये डर सताता रहता है| क्या कानून, पुलिस और हमारा समाज अपनी जिम्मेदारी निभा पाया? क्या ऐसे समाज को हम अच्छा कहेंगे जहाँ स्त्री को अपनी इज्जत की भीख मंगनी पड़े? क्या रिश्तेदारों का साथ होना सुरक्षा की गारंटी दे सकता है? क्या पुरुष पश्चमी सभ्यता नहीं अपनाते? क्या आजादी सिर्फ पुरुषों को मिली है? क्या स्वतन्त्र भारत में भी स्त्रियाँ परतंत्र बनी रहें? सच तो ये है कि वर्तमान समय में स्त्रियों के आत्मविश्वास और आत्मबल को हमारे समाज ने तोडा है, हमारा शिक्षित समाज आज भी स्त्रियों को सम्मान देने के सम्बन्ध में अशिक्षित ही रह गया है| ये कहते हुए और भी दुःख होता है कि स्त्री स्वयं भी इस स्तिथि के लिए दोषी हैं? 

आजाद लोकतंत्र भारत में आज भी महिलाओं को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा हैं प्रियका गुप्ता ने आगे कहा कि  हाथरस की बेटी का मामला हो या शाहजहांपुर की घटना हो या उन्नाव की बेटी का मामला हो, अगर राज्य सरकार और उत्तर प्रदेश की पुलिस समय पर कानूनी कार्यवाही करती तो उन बेटियों को समय से न्याय मिल जाता।आज आजमगढ़ की घटना ने हम सबको झकझोर दिया है। श्रीमती गुप्ता ने राज्य सरकार से मामले की जॉच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ राज्य सरकार को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।