भाजपा का सपना मिट्टी में मिला देंगे किसान

164

भाजपा का अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के अहंकार को किसान मिट्टी में मिला देंगे. खिरिया बाग में नौ महीने से किसान धरने पर बैठे हैं, प्रशासन ने परियोजना स्थगित करने की बात कही, किसान परियोजना रद्द करने का लिखित शासनादेश मांग रहे और भाजपा नेता बोल रहे कि सरकार अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माण के लिए तेजी से काम कर रही. भाजपा का सपना मिट्टी में मिला देंगे किसान

आजमगढ़/लखनऊ – किसान नेता राजीव यादव ने भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य अखिलेश मिश्र गुड्डू के बयान कि मंदुरी से जल्द उड़ान के लिए सरकार अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माण के लिए तेजी से काम कर रही है को झूठ का पुलिंदा करार दिया. किसानों के आशियाने तोड़कर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने का ख्वाब भाजपा छोड़ दे नहीं तो किसान 2024 में उसके अहंकार को मिट्टी में मिला देंगे. आजमगढ़ आए समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव से भी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के नाम पर उजाड़े जा रहे गावों के किसानों ने मुलाकात की. खिरिया बाग में चल रहे धरने की कमान महिलाओं ने संभाली.

जन आंदोलन के राष्ट्रीय समन्वय (NAPM) के राष्ट्रीय समन्वयक राजीव यादव ने कहा कि भाजपा झूठी पार्टी है इसको कोई देखना चाहता है तो आजमगढ़ के खिरिया बाग आए जहां 9 महीने से किसान अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए जमीन मकान नहीं देंगे के संकल्प के साथ धरने पर बैठे हैं और भाजपा के नेता झूठ बोल रहे कि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का काम तेजी से चल रहा. जिलाधिकारी आजमगढ़ 24 जनवरी 2023 को खिरिया बाग धरने पर आकर किसानों मजदूरों को यह आश्वाशन देकर गए हैं कि परियोजना स्थगित की जाती है, किसानों की जमीन मकान नहीं ली जाएगी. किसानों को सरकार की नियत पर भरोसा नहीं है इसीलिए ग्रामीणों ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की परियोजना रद्द करने का लिखित शासनादेश दिया जाए तभी धरने से उठेंगे.

किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि पिछले कई सालों से भाजपा के नेता एयरपोर्ट का ढिंढोरा पीट रहे हैं और अब भाजपा सांसद निरहुआ कह रहे हैं कि एयरपोर्ट इतना छोटा है कि उड़ान हो ही नहीं सकती इसलिए अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनेगा. भाजपा को जानना चाहिए कि किसान अनाज बेचकर अपने बेटों को पढ़ा लिखाकर इस लायक बना चुका है कि वो कानून और संविधान को जाने. एयरपोर्ट बनाकर घरेलू उड़ान न संचालित कर दिल्ली, बॉम्बे जैसे महानगरों को जाने वाले आजमगढ़ के लोगों को जो सपना दिखाया गया उसे न सिर्फ तोड़ा गया बल्कि जनता का लाखों करोड़ रुपया बर्बाद किया गया. अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बन जाने के बाद अगर एयरलाइन कंपनियों ने कह दिया कि उड़ान नहीं होगी तब क्या होगा. जो सरकार घरेलू उड़ान नहीं कर सकती अंतर्राष्ट्रीय उड़ान क्या करेगी. आजमगढ़ एयरपोर्ट में जो लाखों करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं उसकी रिकवरी उन शासन, प्रशासन, सरकार में बैठे लोगों से की जाए. क्योंकि बिना मूल्यांकन के कि घरेलू उड़ान हो सकती है की नहीं उन्होंने लाखो करोड़ रुपए खर्च कर दिए. भाजपा का सपना मिट्टी में मिला देंगे किसान