मीडिया कैंम्प में गैर पत्रकारों को लगाया जा रहा है टीका ? इधर-उधर भटक रहा है पत्रकार

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दिलीप सिन्हा

श्री नवनीत सहगल जी

आज भी टाइम्स आफ इण्डिया और दैनिक जागरण के लिए बुकिंग है और उनके लिए सारे स्लाट बुक हैं। आज (17 may 2021) और किसी पत्रकार को नहीं लगेगा टीका।यह कहना है सूचना विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर आर के सक्सेना का। ज्वाइंट डायरेक्टर सक्सेना और डिप्टी डायरेक्टर ओपी राय पत्रकारों को टीका लगवाने में सहयोग ना करके उनको घर वापस भेज रहे हैं और कल आने को कहकर टरका रहें हैं। सूचना विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गैर पत्रकारों को टीका लगवाने में ज्यादा रूचि दिखा रहे है। गैर पत्रकारों को टीका लगाने की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।


टाइम्स आफ इण्डिया की भूतपूर्व पत्रकार और वर्तमान में राज्य मुख्यालय पर मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार सुश्री कुलसुम तलहा बताती है कि आज जब वह टीका लगवाने पहुंचीं तो ज्वाइंट डायरेक्टर आर के सक्सेना ने कोई सहयोग नहीं किया और सभी स्लाट बुक होने का बहाना बनाकर उनको घंटो इधर से उधर दौड़ाते रहे और अन्त में कल आने की सलाह‌ दे डाली।


वैक्सीन लगवाने के लिए सूचना निदेशालय में वरिष्ठ, वृद्ध और विभिन्न अखबारों के पत्रकार मारे-मारे घूम रहे हैं। पत्रकार सुबह दस बजे से लाइन में लगते हैं लेकिन उनका नंबर नहीं आता है। ऊपर के आदेश की आड़ में कैंप में टाइम्स आफ इण्डिया, अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिंदुस्तान अख़बारों के लिए स्लाट बुक करके गैर पत्रकारों को टीका लगाया जा रहा हैं। वे सारे के सारे स्लॉट बुक करावा लेते है। हैरत की बात है कि टाइम्स आफ इण्डिया में 4, नवभारत टाइम्स 3, अमर उजाला में 10, दैनिक जागरण में 7 और हिंदुस्तान में 7 राज्य मुख्यालय पर मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं यानि कुल 32 मान्यता प्राप्त पत्रकार है लेकिन उनकेे लिए रोज ही सभी स्लाट रिजर्व कर दिया जाता है ?


डिप्टी डायरेक्टर ओ पी राय रोज ही रटा-रटाया एक ही जवाब देते हैं कि ऊपर का आदेश है और आप लोग कल आइए। यही जवाब टीकाकरण की देखरेख में लगे सूचना विभाग के अन्य कर्मचारियों का भी है कि ऊपर का आदेश है।जरा सोचिए इस कोरोना काल में पत्रकार क्या करें। ऊपर के आदेश का क्या मतलब क्या है जबकि ‌श्री नवनीत सहगल जी का स्पष्ट आदेश है कि “पत्रकारों को प्रथम आगत प्रथम पावत के आधार पर पंजीकरण करके टीका लगाया जाएगा।सूचना के आला अफसरों से अनुरोध है कि कम से कम टीकाकरण में भेदभाव न करें। सभी पत्रकारों को एक नजर से देखें और गैर पत्रकारों क़ो टीका लगाने पर रोक लगाए।