गंगा-यमुना की सफाई के नाम पर पूंजीपतियों की तिजोरी भर रही योगी सरकार।भाजपा गंगा-यमुना के नाम पर राजनीति करती है, सफाई से उसे कोई सरोकार नहीं है।आप प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने एक हजार करोड़ खर्च होने के बाद भी तस्वीर नहीं बदलनेे पर उठाए सवाल।
महेंद्र सिंह
लखनऊ : आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंंह ने गंगा-यमुना में गिर रहे दर्जनों नालों को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में सरकार के द्वारा गंगा-यमुना की सफाई के नाम पर पूंजीपतियों की तिजोरी भरने का काम हो रहा है। सरकार की नीयत साफ नहीं है, इसलिए मां गंगा और यमुना साफ नहीं हो पा रही हैं।
सभाजीत सिंंह ने कहा कि हाई कोर्ट भी हजारों करोड़ खर्च होने के बाद भी गंगा और यमुना की दुर्दशा पर सरकार को फटकार चुका है। यह सामने आया है कि अब भी 100 एमएलडी सीवेज सीधे दोनों नदियों में गिर रहा है। गौरतलब है कि अब इसे रोकने के लिए एसटीपी संचालन का जिम्मा अडाणी समूह को दिया जा चुका है। प्रयागराज में करीब तीस नालों से गंदा पानी सीधे दोनों नदियों में गिर रहा है।
सभाजीत सिंंह ने सरकार की लापरवाही बयां करते हुए कहा कि तीन बार स्क्रीमर मशीन से गंगा की सफाई कराने के लिए टेंडर हुआ, लेकिन यह एक बार भी फाइनल नहीं हो सका। इस कारण पूरे वर्ष गंगा से कूड़ा साफ कराने का काम नहीं हो सका। सभाजीत सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा गंगा-यमुना के नाम पर बस राजनीति करती है, इनकी सफाई से उसे कोई सरोकार नहीं है। आम आदमी पार्टी की सरकार आई तो इन दोनों ही नहीं, बल्कि प्रदेश की सभी नदियों के संरक्षण के लिए उनकी अविरलता लौटाने का काम होगा। साथ ही इस सरकार में गंगा-यमुना की सफाई के नाम पर खर्च हुए अरबों रुपये की जांच भी कराई जाएगी।