कासगंज मुठभेड़

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शराब माफिया मोती ने दरोगा से लूटी पिस्टल से की थी पुलिस टीम पर फायरिंग।

घटनास्थल पर पड़ी पिस्टल और मोती का शव –

कासगंज जिले के सिढ़पुरा क्षेत्र में रविवार तड़के हुई मुठभेड़ के दौरान शराब माफिया मोती ने दरोगा से छीनी गई पिस्टल से पुलिस टीम पर फायरिंग की। उसके पास से बरामद हुई पिस्टल और कारतूस इसकी गवाही दे रहे थे। एक कारतूस पिस्टल में मिला है, जबकि मौके से पांच खोखे भी बरामद हुए हैं।

नौ फरवरी की रात पुलिसकर्मियों पर हमला करने के दौरान शराब माफिया मोती ने दरोगा से सरकारी पिस्टल भी छीन ली थी। पुलिस सरकारी पिस्टल की तलाश में लगी हुई थी। रविवार तड़के पुलिस टीम और शराब माफिया के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस ने दोहरी सफलता हासिल की। एक तो शराब माफिया को ढेर किया और दूसरा दरोगा से लूटी गई पिस्टल बरामद कर ली।

जांच में पुलिस ने पाया है कि यह पिस्टल दरोगा से लूटने के बाद मोती अपने पास रखता था ताकि बचने में कामयाब हो जाए। दरोगा से लूटी गई सरकारी पिस्टल के पांच खोखे भी मौके से बरामद हुए हैं। माफिया ने इसी पिस्टल से पुलिस पर पांच फायर किए थे।

मुठभेड़ के दौरान पुलिस टीम की ओर से सरकारी पिस्टल से चार राउंड फायर किए गए। इनमें दो गोलियां शराब माफिया को लगीं और दो हवा में फायर हुए। पुलिस ने टीम की ओर से चलाए गए खोखे भी बरामद कर लिए हैं।

गोलियों की तड़तड़ाहट से टूट गया खादर का सन्नाटा –
कालीनदी की खादर में शनिवार रात पुलिस और माफिया की ओर से लगभग दस राउंड फायर हुए। इस दौरान गोलियों की तड़तड़ाहट से खादर का सन्नाटा टूट गया। लगभग 700 मीटर दूर एटा जिले के सीमावर्ती गांव नगला कबीर पहर के लोग गोलियों की आवाज से सहम गए। हालांकि सुबह उन्हें घटनाक्रम की पूरी जानकारी हो गई।एसपी मनोज सोनकर ने बताया कि पुलिस ने सरकारी पिस्टल बरामद कर ली है। मोती ने सरकारी पिस्टल से पांच राउंड फायर किए थे। जवाब में पुलिस ने भी चार राउंड गोलियां चलाईं। अपराधी ने तमंचे से भी फायर किए।