प्रदेश में नामांकन भी नहीं कर पा रहे नवरत्न

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उत्तर प्रदेश के एटा से बड़ी खबर सामने आई है। जहां जिला कलेक्ट्रेट पर एमएलसी का पर्चा दाखिल करने आए सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह से पर्चा छीनकर फाड़ा दिया गया। साथ ही सपा प्रत्याशी के साथ की मारपीट भी की गई। सपा प्रत्याशी को बचाने आई पुलिस के साथ भी हुई धक्का-मुक्की की गई। एमएलसी नामांकन की अंतिम तारीख थी। उदय वीर सिंह सपा प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरने आए थे। सपा प्रत्याशी ने पर्चा छीनने का आरोप लगाया गया प्रशासन ने अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई उदयवीर सिंह ने इससे पूर्व अपना एक पर्चा भर दिया था आरोप है कि एक व्यक्ति ने उनके अधिवक्ता से नामांकन पत्र छीन लिया और भाग गया बाद में सपाइयों ने उसे पकड़ लिया इसे चुराने में खूब मारपीट हुई अब यही पर्सन से हुआ पकड़ा गया व्यक्ति को छुड़ाने के लिए वहां पर काफी दल बल के साथ लोग पहुंचे प्रशासन की नजरें क्या उस दल बल के पास नहीं पहुंची जो उसे छुड़ाने आए थे या वह यह पता करने में असफल है कि वह किस दल का है।

समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से मथुरा एटा मैनपुरी से पार्टी प्रत्याशी उदयवीर सिंह से जबरन नामांकन फॉर्म छीनने व मारपीट की शिकायत चुनाव आयोग से की। पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में अन्य जिलों में भी कार्यकर्ताओं को नामांकन से रोकने जैसी घटनाओं के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी एमएलसी अरविंद कुमार सिंह विधायक रविदास मल्होत्रा रहे शामिल। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुआ हो या अब एमएलसी का चुनाव हो रहा है इसमें विपक्षी दल समाजवादी पार्टी निरंतर चुनाव आयोग से याचना करती ही नजर आ रही है। अब यह पार्टी पार्टी ना रहकर याचना करता के रूप में उभर रही है। जिसे सपा के नवरत्नों ने कहा कि नई सपा है नई हवा है लगातार पांच साल विपक्ष में रहने के बावजूद जिस प्रकार अखिलेश यादव के नवरत्न घरों में बैठकर मठाधीश ही करते रहे उसी का परिणाम आज यह है कि वह अपने क्षेत्रों में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने में सफल नहीं हो पा रहे हैं।

इससे पूर्व यही नवरत्न,इन्हीं नवरत्नों के भरोसे 400 पार का आंकड़ा पार्टी लगातार बता रही थी अब यह नवरत्न अपने नामांकन फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं ना पार्टी 400 पार पहुंची और इस आंकड़े से नामांकन में डरे सहमे प्रत्याशी नामांकन कर रहे हैं। उससे उनकी नैया पार होती भी नजर नहीं आ रही है अर्थात हम कह सकते हैं सत्ता दल उच्च सदन में भी अपना बहुमत हासिल करने जा रहा है। इसी के साथ विधानसभा हो या विधान परिषद सत्ता दल का दोनों सदनों में बहुमत हो जाएगा तब योगी सरकार के रास्ते में किसी प्रकार का रोड़ा नहीं रह जाएगा।जनहित में जो भी काम करना हो या जनहित के लिए जो कार्य करने हो बिना रुके बिना थके बिना रुकावट उसे वह कर सकती है। अब योगी का बुलडोजर चलेगा और उत्तर प्रदेश में भाजपा का डंका बजेगा बजता रहेगा। हम लास्ट में यह भी कह सकते हैं कि जब समाजवादी पार्टी परिवार संगठित होकर कार्य कर रही थी तब यही एमएलसी प्रत्याशी एमएलसी बनकर उच्च सदन की शोभा बढ़ा रहे थे। नवरत्नों ने ऐसी फूट डाली कि अब इन्हें फूट फूट कर रोना पड़ रहा है। टूटने के बाद जिस प्रकार से धागे में गांठ पड़ जाती है ठीक उसी प्रकार से पार्टी का मिलन तो हुआ लेकिन फिर भी मिलन नहीं हो पा रहा है। देखते हैं भविष्य के गर्भ में किस तरह की बातें छुपी है और वह कब उभर कर सामने आएगी या पार्टी जैसे नेता जी का चरखा दांव था उस चरखा दांव की काट कोई नया डबल चरखा दल लाती है या अभिमन्यु की तरह सेना में फंस कर इसी तरह से त्राहि-त्राहि-त्राहि करती नजर आएगी यह हम यह वक्त पर छोड़ दें रहें हैं।