कानून हाथ में लेने का हक किसी को नहीं-फरंगी महली

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उदयपुर की वहशियाना वारदात की मुस्लिम संगठनों ने कड़ी निंदा की. किसी भी बात का एतराज करना कानून मुताबिक होना चाहिये, कानून हाथ में लेने का हक किसी को नहीं.

अजय सिंह

लखनऊ। राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना को लेकर मुस्लिम संगठनों ने विरोध दर्ज किया है. इस घटना को निंदनीय करार देते हुए सभी संगठनों ने आरोपियों को सख्त सजा देने की बात कही है. इनमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, देवबंदी उलेमा और दारुल उलूम फरंगी महली शामिल हैं. दारुल उलूम फरंगी महली ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर में जिस वहशियाना वारदात को अंजाम दिया गया है, उसकी वह कड़ी निंदा करते हैं.

उन्होंने कहा कि हमारे देश का एक संविधान है, कई कानून हैं. अगर किसी बात पर व्यक्ति को ऐतराज दर्ज करना है, तो कानून के तहत उसे अधिकार मिले हुए हैं और अपनी बात ऊपर तक पहुंचाने के रास्ते भी बनाए गए हैं. इसलिए कानून को अपने हाथ में लेने का हक किसी को नहीं है.

उन्होंने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले ताकि आने वाले समय में किसी के अंदर ऐसी अमानवीय हरकत करने का हौसला न बने. उन्होंने कहा कि इस्लाम में जुल्म ज्यादती की कोई जगह नहीं है. पैगम्बर-ए-इस्लाम ने हमेशा हमें मिलकर रहने का पैगाम दिया है. पैगम्बर ने अपने बड़े से बड़े दुश्मनों को भी माफ किया था. साथ ही मौलाना ने अपील की है कि आपसी भाईचारा और सौहार्द बनाए रखें.