अब ग्रामीण अंचल में पीआईसीयू बनाने की तैयारी

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अयोध्याकोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए जिले में तैयारियां तेज हो गई हैं। जिला स्तरीय अस्पतालों में पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) बनाने के साथ-साथ अब ग्रामीणांचल के अस्पतालों को भी हाईटेक किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से जिले की तीन सीएचसी व कुमारगंज में बने 100 बेड के अस्पताल में 10-10 बेड के पीआईसीयू बनाने की तैयारी की जा रही है।

इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। दूसरी लहर के बाद अब कोरोना की तीसरी लहर भी आने की संभावना जताई जा रही है। जिस पर बच्चों पर खासा असर पड़ने की उम्मीद है। इसे लेकर सरकार अभी से स्वास्थ्य सुविधाओं का ढांचा मजबूत करने की दिशा में प्रयासरत है। इसके लिए जनपद स्तरीय अस्पतालों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों को भी हाईटेक किया जा रहा है।

मेडिकल कॉलेज दर्शननगर, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल में पीआईसीयू बनाने का इंतजाम करने के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र के चार और अस्पतालों को भी इन्हीं सुविधाओं से लैस करने की तैयारी है। जिसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूराबाजार, मसौधा, बीकापुर और कुमारगंज में बने 100 बेड के अस्पताल को चयनित किया गया है।

शासन से प्राप्त हुए आदेशानुसार इन अस्पतालों में 10-10 बेड का पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) बनाई जाएगी। इन बेडों पर निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन व ऑक्सीजन प्लांट भी स्थापित किया जा रहा है। पीआईसीयू के निर्माण में लगने वाले संसाधन व मैन पावर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरू करने का दावा किया जा रहा है।

शासन से प्राप्त हुए नवीन आदेशों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के इलाज से संबंधित सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। इसके लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता वाले तीन सीएचसी व कुमारगंज के अस्पताल में 10-10 बेड का पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) बनाने का निर्णय लिया गया है। शासन को प्रस्ताव भी भेज दिया गया है, स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरू किया जाएगा।-डॉ. घनश्याम सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी, अयोध्या