रायबरेली व सुल्तापुर जेल को मिलेगी अमेठी जेल बनने से राहत

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रायबरेली व सुल्तापुर जेल को मिलेगी अमेठी जेल बनने से राहत। ओवरक्राउडिंग की समस्या से निजात दिलाने की सार्थक पहल।

कुमार राकेश

लखनऊ। अमेठी जनपद में नई जेल का निर्माण होने से रायबरेली जेल में ओवरक्राउडिंग की समस्या से जेल अफसरों को जल्द ही निजात मिलेगी। अमेठी में नई जेल के निर्माण को कैबिनेट सेे मंजूरी मिल गई है। अभी तक अमेठी को बंदियो को रायबरेली व सुल्तापुर जेल में भेजा जाता है। एक हजार बंदियों की क्षमता वाली अमेटी जेल निर्मित होने के बाद अमेठी के बंदियों को इन जेलों में भेजना पड़ेगा। इससे जेलों को ओवरक्राडडिंग की समस्या से भी राहत मिलेगी।


सोमवार को कैबिनेट बैठक में अमेठी में नई जेल के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी गई। इस नई जेल का निर्माण हो जाने से रायबरेली जेल में ओवरक्राउडिंग की समस्या दूर हो जाएगी। सूत्रों का कहना है कि रायबरेली जेल करीब साढ़े छह सौ बंदियों की क्षमता है। वर्तमान समय में इस जेल में करीब दो गुना बंदी निरूद्ध है। अमेठी जिले के बंदियों को रायबरेली जेल के अलावा सुल्तानपुर में रखा जाता है। बताया गया है कि सुल्तापुर जेल में क्षमता से दो गुना बंदी है। अमेठी जेल का निर्माण हो जाने के बाद रायबरेली क साथ सुल्तापुर जेल का ओवरक्राउडिंग की समस्या से राहत मिलेगी।


इससे पूर्व गाजियाबाद में ओवरक्राउडिंग की समस्या को दूर करने के लिए गौतमबुद्धनगर (नोएडा)और मेरठ जेल में क्षमता से अधिक बंदी होने की समस्या के निराकरण के लिए बागपत जेल का निर्माण कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की दर्जनों की जेलों में ओवरक्राउंडिंग की समस्या है। इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार की यह सार्थक पहल है। वर्तमान समय में प्रदेश की करीब दो दर्जन से अधिक जेलों में क्षमता से दो से तीन गुना अधिक बंदी निरूद्ध है।