जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली जरूरी,अनुच्छेद 370 पर समझौता नहीं

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जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली जरूरी। लेकिन अनुच्छेद 370 पर कोई समझौता नहीं।

एस0 पी0 मित्तल

जम्मू कश्मीर। देश भर में मीडिया के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखने वाले राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव अपने गृह नगर अजमेर के दो दिवसीय प्रवास पर हैं। इस प्रवास के दौरान ही यादव 24 जून को सुबह मेरे पुष्कर रोड स्थित निवास पर चाय पीने के लिए आए। यादव दिल्ली में बैठक कर देश की राजनीति में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन 24 जून को मेरे परिवार के सदस्यों से आत्मीयता के साथ मुलाकात की। राजस्थान हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले मेरे पुत्र हर्षित मित्तल के हाल चाल जाने तो चार्टेड अकाउंटेंट पुत्रवधू सलोनी को आशीर्वाद दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं जम्मू कश्मीर के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा मजबूत लोकतंत्र में भरोसा रखती है, इसलिए पहले जम्मू कश्मीर में स्थानीय निकाय और पंचायतों के चुनाव करवाए गए और अब विधानसभा के चुनाव करवाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

भाजपा चाहती है कि जम्मू कश्मीर के लोग ही अपने प्रदेश पर शासन करें। यादव ने दो टूक शब्दों में कहा कि अब अनुच्छेद 370 को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जम्मू कश्मीर के लोग भी मानते हैं कि अनुच्छेद 370 के हटने से उन्हें अनेक लाभ मिले हैं।

अनुच्छेद 35ए तो कश्मीर की महिलाओं में भी भेदभाव करता था। चूंकि अब 370 निष्प्रभावी हो गया है, इसलिए 35ए का वजूद भी समाप्त हो गया है। जम्मू कश्मीर की महिलाओं को भी अब समान रूप से अधिकार मिल रहे हैं। यादव ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद केन्द्रीय योजनाओं का लाभ आम कश्मीरियों को मिलने लगा है। जो नेता अभी भी 370 के पक्ष में बयान दे रहे हैं उनका कश्मीर में कोई वजूद नहीं है।

भूपेन्द्र यादव गुजरात के प्रभारी महासचिव हैं। गुजरात में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। गुजरात के चुनाव के संदर्भ में यादव ने कहा कि भाजपा छठी बार सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि पहले नरेन्द्र मोदी और फिर विजय रूपाणी की सरकारों ने जो विकास कार्य किए हैं, उन्हें गुजरात की जनता ने पसंद किया है। भाजपा अपने विकास कार्यों को आगे रखकर चुनाव लड़ेगी।