रुदौली रेलवे ओवरब्रिज के काम में आई तेजी

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अब्दुल जब्बार एडवोकेट

अयोध्या/भेलसर – बहुप्रतीक्षित रुदौली रेलवे क्रासिंग संख्या 143 बी-पर क्रेनों द्वारा गार्डर रखना शुरु हो गया है।बताते हैं कि एक सप्ताह के अन्दर सभी गार्डर रख दिए जाएंगे।गार्डर रखने के लिए दो हैवी क्रेन,दो हाइड्रा क्रेन व जेसीवी मशीन आ गई हैं।अब मार्च तक काम पूरा होने की उम्मीद बढ़ गई है।

रुदौली रेलवे क्रासिंग के ओवरब्रिज का शिलान्यास 14 अक्टूबर 2017 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था।जिसे 2019 के पहले पूरा कराने का लक्ष्य था।लेकिन निर्माण कार्य पूरा न होने पर दो बार अवधि बढ़ाई गई और जून 2020 में कार्य पूरा करना था।लाकडाउन के चलते गत 23 मार्च को कार्य रोकना पड़ा।अब इसकी अवधि बढ़ाकर मार्च 2021 कर दी गई है।आए हुए हैवी दो क्रेनों की सहायता से लगभग 36 मीटर लंबाई के 26-26 टन वजनी 5 गार्डर रखे जाने की तैयारी जोरों से चल रही है।

गौरतलब है कि इस ओवरब्रिज को शुरुआती दौर में रेलवे क्रासिंग पर बनने वाले ओवर ब्रिज की लागत 23 करोड़ रुपये थी जो धीरे-धीरे बढ़कर लगभग 35 करोड़ रुपए तक पहुंच गई।इस ओवरब्रिज का निर्माण राज्यसेतु निगम व रेलवे विभाग मिलकर बना रहे हैं।रुदौली क्षेत्र की जनता वैकल्पिक मार्ग दुरुस्त न होने व सर्विस का निर्माण न होने से तीन सालों से मुसीबतों सामना करते आ रहे हैं।

ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर मुख्य मार्ग तीन सालों से अवरुद्ध है जिससे रुदौली का व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। राज्यसेतु निगम को अभी ब्रिज के दोनों ओर सर्विस मार्ग का पक्का निर्माण करना है।जल निकासी के लिए दो पुलिया का निर्माण,क्रास बैरियर,ओवरब्रिज के ऊपर डामरीकरण,लाइट पोल,स्वागत द्वार आदि का निर्माण कार्य कराया जाना है।कछुए की गति से नाली का निर्माण शुरु कराया गया है।शायद अब जल्द ही जनता की मुसीबतों के दौर का अंत हो जाए।

तीन जिले की सीमाओं को जोड़ता है मार्ग :- इस ओवरब्रिज के बनने से सुल्तानपुर,अमेठी व रायबरेली जाने वाले वाहन चालकों की दूरी कम हो जाती है।ऐसे में इस मार्ग पर वाहनों का दबाव बना रहता है।वहीं रेल क्रासिंग के दौरान फाटक काफी देर तक बंद रहता था।इस परेशानी को दूर करने के लिए रेलवे ओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था।करोड़ों रुपये के ओवर ब्रिज के रुप में रुदौली क्षेत्र के लोगों को सरकार ने बड़ी सौगात दी।