सचिन पायलट ने अपने और समर्थकों सम्मान का गांधी परिवार पर छोड़ा

81

सचिन पायलट ने अपने और समर्थकों के सम्मान का मामला गांधी परिवार पर छोड़ा।07 सितम्बर को जन्म दिन पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार पौधे लगाए जाएंगे। प्रदेशभर में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य।

एस0 पी0 मित्तल

राजस्थान। 21 अगस्त को राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली पहुंच गए हैं। पायलट पिछले पांच दिनों से लगातार जयपुर में ही थे। जयपुर के सरकारी आवास पर लोगों से मिलने का सिलसिला जारी रहा, लेकिन इस बार पायलट ने मीडिया के समक्ष कांग्रेस संगठन और सरकार को लेकर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की। पायलट की बदली हुई रणनीति से प्रतीत होता है कि अब स्वयं और समर्थकों को सम्मान देने का मामला पायलट ने गांधी परिवार पर छोड़ दिया है। इसके लिए कोई समय सीमा भी निर्धारित नहीं की है और न ही कोई बयानबाजी कर पायलट की ओर से दबाव बनाया जाएगा। पायलट अब इस बात से आश्वस्त है कि गांधी परिवार की सहानुभूति और समर्थन उनके साथ है। पायलट और उनके समर्थकों की ओर से अब ऐसा कोई बयान नहीं दिया जाएगा, जिसमें कोई असंतोष झलकता हो। पायलट की पैरवी अब गांधी परिवार ही कर रहा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी गांधी परिवार ही संवाद कर रहा है। पायलट को भी अहसास है कि गहलोत इतनी आसानी से मानने वाले नहीं है। पायलट और उनके समर्थकों को समायोजित करने को लेकर अब तक जो भी खबरें मीडिया में आईं, वे सब गलत साबित हुई हैं। यही वजह है कि पायलट के समर्थक अब 7 सितम्बर को जन्मदिन मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री और पायलट समर्थक विधायक राकेश पारीक ने बताया कि पायलट के जन्मदिन पर 7 सितम्बर को प्रत्येक विधानसभा में पांच हजार पौधे लगाए जाएंगे। प्रदेश में 200 विधानसभा क्षेत्र हैं, इसलिए एक दिन में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। आम लोग को पौधे कांग्रेस के कार्यकर्ता ही उपलब्ध करवाएंगे। पौधारोपण को लेकर एक विस्तृत योजना बनाई जा रही है। पारीक ने बताया कि 7 सितम्बर को सचिन पायलट अपने जयपुर स्थित सरकारी आवास पर ही रहेंगे। सचिन के जन्मदिन पर सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्य होते रहें हैं। पूर्व में रक्तदान के शिविर भी प्रदेशभर में लगाए गए। पारीक ने कहा कि कोरोना की भीषण स्थिति को देखते हुए अब पेड़ लगाना जरूरी होगा और हरियाली होगी तो कोरोना जैसे वायरस से भी लड़ा जा सकेगा। पारीक ने कहा कि पायलट के जन्मदिन को लेकर प्रदेशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह है।

21 अगस्त को राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली पहुंच गए हैं। पायलट पिछले पांच दिनों से लगातार जयपुर में ही थे। जयपुर के सरकारी आवास पर लोगों से मिलने का सिलसिला जारी रहा, लेकिन इस बार पायलट ने मीडिया के समक्ष कांग्रेस संगठन और सरकार को लेकर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की। पायलट की बदली हुई रणनीति से प्रतीत होता है कि अब स्वयं और समर्थकों को सम्मान देने का मामला पायलट ने गांधी परिवार पर छोड़ दिया है। इसके लिए कोई समय सीमा भी निर्धारित नहीं की है और न ही कोई बयानबाजी कर पायलट की ओर से दबाव बनाया जाएगा। पायलट अब इस बात से आश्वस्त है कि गांधी परिवार की सहानुभूति और समर्थन उनके साथ है। पायलट और उनके समर्थकों की ओर से अब ऐसा कोई बयान नहीं दिया जाएगा, जिसमें कोई असंतोष झलकता हो। पायलट की पैरवी अब गांधी परिवार ही कर रहा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी गांधी परिवार ही संवाद कर रहा है। पायलट को भी अहसास है कि गहलोत इतनी आसानी से मानने वाले नहीं है। पायलट और उनके समर्थकों को समायोजित करने को लेकर अब तक जो भी खबरें मीडिया में आईं, वे सब गलत साबित हुई हैं। यही वजह है कि पायलट के समर्थक अब 7 सितम्बर को जन्मदिन मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री और पायलट समर्थक विधायक राकेश पारीक ने बताया कि पायलट के जन्मदिन पर 7 सितम्बर को प्रत्येक विधानसभा में पांच हजार पौधे लगाए जाएंगे। प्रदेश में 200 विधानसभा क्षेत्र हैं, इसलिए एक दिन में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। आम लोग को पौधे कांग्रेस के कार्यकर्ता ही उपलब्ध करवाएंगे। पौधारोपण को लेकर एक विस्तृत योजना बनाई जा रही है। पारीक ने बताया कि 7 सितम्बर को सचिन पायलट अपने जयपुर स्थित सरकारी आवास पर ही रहेंगे। सचिन के जन्मदिन पर सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्य होते रहें हैं। पूर्व में रक्तदान के शिविर भी प्रदेशभर में लगाए गए। पारीक ने कहा कि कोरोना की भीषण स्थिति को देखते हुए अब पेड़ लगाना जरूरी होगा और हरियाली होगी तो कोरोना जैसे वायरस से भी लड़ा जा सकेगा। पारीक ने कहा कि पायलट के जन्मदिन को लेकर प्रदेशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह है।