बनने चले थे शिवपाल बन गए शिशुपाल

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ई साहब सेकेंड लीडर है.मतलब जो नेता जी मुलायम सिंह यादव के समय शिवपाल यादव की जगह थी आज अखिलेश यादव के समय मे उदयवीर सिंह सम्हाल रहे हैं.जिनका खुद का जमीन पर कुछ नही है वे अखिलेश यादव के सलाहकार हैं.इनके जैसे 9 रत्नों ने मिलकर शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव को एक नही होने दिया.आरोप इन पर जो लगे हैं वो जगज़ाहिर हैं जो सपा के स्थापना काल से लेकर 2017 तक कभी नही लगे थे.उदयवीर सिंह की ताकत का अंदाज़ा लगा सकते हैं कि कल पर्चा छीना गया और आज पीट दिया गया और इनके साथ 100 लोग भी सामने नही आये.
ध्यान रहे शिवपाल सिंह यादव को किनारे करने का और ऐसे बिना जनाधार वाले नेता को सिर पर बिठाने का परिणाम ये है कि पिटाई उदयवीर की हुई बदनाम सपा हो रही है. आज के लोकतंत्र को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है की मुलायम सिंह यादव ने किस तरह संघर्ष कर अपने आपको उत्तर प्रदेश में स्थापित किया हुआ होगा. किसी पर आरोप लगाना बहुत आसान होता है और किसी को समझना उतना ही मुश्किल होता है. आज शिशुपाल जैसे लोग श्री को समझाने का अत्यंत प्रयास कर रहे हैं उनकी जमीन अर्थात उनका जमीर ही उन्हें पीछे धकेलता नजर आ रहा है. किसी के नाम के आगे पीछे भी लगा देने से वह भी नहीं हो जाता है वीरता को सिद्ध करना पड़ता है.

………..सांसद आज़मगढ़ अखिलेश यादव ने सदस्य लोकसभा पद से दिया इस्तीफा अखिलेश यादव लोकसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपते हुए. एक तरफ आजमगढ़ की जनता ने विधानसभा सभी सीटों पर समाजवादी पार्टी को जीत दिलाई. उसी के दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने वहां से सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है. लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के सभी प्रत्याशी विजय को हासिल कर पाए थे. उसी में अखिलेश यादव आजमगढ़ से विजय हुए थे. विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ की जनता ने समाजवादी पार्टी के समस्त 10 विधायकों को जीत दिलाई, उसी के विपरीत अखिलेश यादव ने वहां की जनता का अपमान करते हुए आज लोकसभा पद से इस्तीफा दे दिया है. अब आजमगढ़ के जनता को निर्णय लेना है उपचुनाव होता है या आगामी चुनाव में आजमगढ़ की जनता किसे अपना सांसद चुनती है. लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देना अखिलेश यादव का यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में जो हवा चली थी कि चाचा शिवपाल नेता प्रतिपक्ष बनेंगे वह ठंडे बस्ते में जाता नजर आ रहा है. अखिलेश यादव के साथ आजम खान ने भी लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है इसी के साथ समाजवादी पार्टी की अब लोकसभा में मात्र 3 सदस्य रह जाते हैं….