नफरत की ताकतों के ताबूत पर आखिरी कील ठोंकेगा सिद्धार्थनगर-अविनाश पांडेय

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नफरत की ताकतों के ताबूत पर आखिरी कील ठोंकेगा सिद्धार्थनगर-अविनाश पांडेय
नफरत की ताकतों के ताबूत पर आखिरी कील ठोंकेगा सिद्धार्थनगर-अविनाश पांडेय

डॉ0 सी0पी0 राय

लखनऊ। आज कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने बुद्ध की नगरी-सिद्धार्थ नगर में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी भीष्म शंकर/कुशल तिवारी के पक्ष में समन्वय बैठक को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सिद्धार्थ की बाल लीलाओं एवं तरुण काल की क्रीड़ाओं  की साक्षी  यह धरती उन्हें सर्वाधिक प्रिय थी। इस नगर के हमारे पुरखों ने धार्मिक आडंबर एवं दलितों, पिछड़ों के जीवन पर निषेध, नियंत्रण, तिरस्कार अपमान को संस्थागत रूप देने वाली परंपराओं को खारिज किया। उसकी जगह बुद्ध की सामाजिक बराबरी, अहिंसा और करुणा के संदेश को अपनाया था। तथागत भारत की भूमि पर पैदा हुए एक विश्व पुरुष है, जिनका परचम आज भी सिंहल से साइबेरिया तक अर्थात श्रीलंका, बर्मा, वियतनाम, थाईलैंड, कंबोडिया, मंगोलिया, तिब्बत, चीन, जापान तक फहरा रहा है। लेकिन उनकी विरासत का दाखिल खारिज अगर किसी हिस्से के नाम दर्ज है तो वह सिद्धार्थनगर है।इस पवित्र भूमि से खड़ा होकर मैं यहां की विरासत के बूते पर कह सकता हूं कि भाजपा द्वारा प्रायोजित नफरत की संस्कृति के खिलाफ जंग में हम निर्णायक जीत हासिल करेंगे। तथागत की यह नगरी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को फतह दिलाकर नफरत की ताकतों के ताबूत पर आखिरी कील ठोकने का काम करेगी। नफरत की ताकतों के ताबूत पर आखिरी कील ठोंकेगा सिद्धार्थनगर -अविनाश पांडेय

प्रदेश और देश में महात्मा बुद्ध के प्रेम, करुणा और मोहब्बत का संदेश फिर से स्थापित होगा।उन्होंने कहा कि 2024 की चुनावी संघर्ष वैचारिक स्तर पर नफरत की संस्कृति के खिलाफ तथागत,कबीर, नानक, गांधी, बाबा साहब के अमन-चौन के पैगाम के बीच की जंग है। जिसमें हम तथागत के रास्ते पर चलकर ही सफल होंगे।उन्होंने अपने विस्तृत संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार अभिव्यक्ति की आजादी पर ताला लगाकर, संवैधानिक संस्थाओं को जंजीरों में जकड़ कर, प्रतिपक्ष के नेताओं को कारागार में डालकर अगर यह सोचती है कि भारत का संविधान खत्म कर देगी तो वह गलतफहमी में है। भारत का संविधान इस देश की जनता के दिलों में मौजूद है, उनके सपनों में है। बाबा साहब की विरासत कोई  कागज़ का दस्तावेज नहीं है,वह दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, आधी आबादी  का एक स्वप्न है जो गैर बराबरी, गुलामी और किसी भी तरह के भेदभाव से मुक्ति भरोसा पैदा करती है। उस  स्वप्न को राहुल गांधी के रहते मिटाना असंभव है।

      कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि आज संविधान खतरे में है, आरक्षण खतरे में है, हमारे देश के संसाधनों पर भी खतरा है। मोदी के 21 पूंजीपति मित्रों के पास देश के 50ः आबादी की संपत्ति के बराबर की दौलत इकट्ठी है। 80 करोड़ लोग 5 किलो राशन की लाइन में लगे हुए हैं। देश का अन्नदाता बेहाल है।2022तक  किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा एक जुमला सिद्ध हुआ है। 27 रुपए दैनिक आमदनी पर गुजारा करने वाले भारत के किसानों के ऊपर 16,80,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। संकटग्रस्त अन्नदाता की कर्ज माफी के बजाय मोदी सरकार अपने कॉर्पाेरेट मित्रों के लोन माफ कर रही है। नौजवान बेरोजगारी से परेशान है।  रिक्त पड़े 30 लाख सरकारी पदों की भर्ती के बजाय आउटसोर्सिंग और संविदा संस्कृति का झुनझुना पकड़ा रही है। दो करोड़ रोजगार देने का जुमला अब प्रधानमंत्री के कंठ से गलती से भी नहीं निकलता। अग्नि वीर जैसी योजनाओं से देश की प्रतिरक्षा के सम्मुख भी खतरा पैदा हो गया है‌। हमारी बहनों और माताओं की अस्मिता को खतरा है क्योंकि प्रज्जवल रेवन्ना, बृजभूषण शरण सिंह, चिन्मयानंद, कुलदीप सेंगर जैसे तमाम नेताओं को भाजपा राजनीतिक संरक्षण देती रही है। यह सरकार असहमति की आवाज को सदन से सड़क तक खामोश कर रही है।जनता को सरकारी तंत्र से डरा दिया गया है‌। ऐसे वातावरण में राहुल गांधी देश के सम्मुख आशा की किरण के रूप में प्रकट हुए।

उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के द्वारा देश के सभी अंचलों में हाशिए के समाज के बीच में जाकर उनके अंदर भरोसा पैदा किया और मोदी सरकार से आंखों में आंखें डालकर सवाल किया। कांग्रेस प्रभारी ने अपने निजी अनुभव के आधार पर यह कहा कि 77 लोकसभा सीटों पर समन्वय बैठकों का क्रम पूरा करने के बाद मैं यह विश्वास से कह सकता हूं कि पूरे देश की तरह उत्तर प्रदेश में भी बदलाव की लहर है।  4 जून को जब परिणाम आएगा तो उत्तर प्रदेश में भाजपा को सबसे बुरी हार का मुंह देखना पड़ेगा। समन्वय बैठक कांग्रेस प्रभारी के राजनीतिक अनुभव एवं संगठन कौशल की देन है, जिनके सहारे उन्होंने कांग्रेस के खोए हुए सामाजिक आधार को फिर से कांग्रेस के साथ जोड़ने में तारीखी सफलता हासिल की है। यहां उन्होंने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार कुशल तिवारी को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। मंच पर मौजूद कांग्रेस, समाजवादी पार्टी प्रदेश स्तरीय एवं जिला स्तर के पदाधिकारी को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आप भाजपा के खिलाफ पड़ने वाले 63ः मतों की रहनुमाई कर रहे हैं। हमें यह समन्वय बूथ स्तर पर भी स्थापित करने होगा जाहिर है कांग्रेस प्रभारी ने बूथ विजय संकल्प अपनी बैठकों का केंद्रीय वस्तु बना लिया है। उन्होंने यहां भी कहा कि याद रखिए जो बूथ जीतेगा, वही देश जीतेगा।मंच पर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल, डुमरियागंज सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार कुशल तिवारी के मुख्य चुनाव प्रबंधक गणेश पांडेय, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की जिला इकाई  के सभी पदाधिकारी एवं पूर्व विधायक मौजूद थे। नफरत की ताकतों के ताबूत पर आखिरी कील ठोंकेगा सिद्धार्थनगर -अविनाश पांडेय