जिला कारागार परिसर में सर्प

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जिला कारागार परिसर में बने आवास में घुसा घोड़ा पछाड़ सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू,घोड़ा पछाड़ विषहीन सर्प है कृपया उसे बेवजह न मारें – डॉ आशीष

इटावा। जिला कारागार इटावा परिसर में ड्रीम लैंड रोड स्टेशन बजरिया के पास बने जिला जेल परिसर के एक सरकारी आवास में एक 4 फीट लम्बा घोड़ा पछाड़ सर्प अचानक से घर के दरवाजे को किनारे बने सुराख में घुस गया घर में रह रहे सुधीर पाण्डेय सहायक लेखाकार कृषि विभाग इटावा ने उसे देर शाम घुसते हुए देख लिया। संभवतः वह अपने भोजन के लिए किसी चूहे या मेंढक की तलाश में ही वहां आया था। जो बाद में बेडरूम में प्रवेश कर गया उस सर्प को देखकर पति पत्नी बेहद ही घबरा गए तभी सुधीर पाण्डेय ने वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को फोन पर सर्प के दिखाई देने की सूचना दी । सूचना मिलते ही डॉ आशीष मौके पर पहुंचे और 10 मिनट में ही उस घोड़ा पछाड़ सर्प को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर उसके प्राकृतवास में ले जाकर छोड़ दिया।

सर्पदंश से बचाव प्रति जनपद के लोगों को लगातार जागरूक कर रहे -डॉ.आशीष

रेस्क्यू के मौके पर डॉ आशीष द्वारा जहरीले सर्पों के सर्प दंश के बाद के त्वरित इलाज के बारे में विस्तार से बता कर उन्हे जागरूक भी किया गया।

घोड़ा पछाड़ एक बेहतरीन पर्यावरण एवम किसान मित्र सर्प भी होता है।

संस्था ओशन के महासचिव, मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर डॉ आशीष त्रिपाठी ने जानकारी देते हुये बताया कि, यह सर्प विषहीन घोड़ा पछाड़ (चूहा साँप) होता है जिसे जन्तु वैज्ञानिक भाषा मे प्टयास म्यूकोसा भी कहते है, इस विषहीन सर्प से किसी को भी कोई नुकसान भी नही होता है और विशेष बात यह है कि,यह एक पर्यावरण एवम किसान मित्र सर्प है जो आपके घरों के चूहों को समाप्त करने में आपकी मदद करता है,अभी इस समय गर्मी ये सभी सर्प सुपर एक्टिव हो चुके है व जीवित रहने के लिये कोई सुरक्षित जगह भी तलाश रहे है। कभी कभी पानी बरसने पर भी घर में घुस आते है क्यों की खेतों में बने इनके बिलों में पानी प्रवेश कर जाता है और तब ये किसी ऊंचे स्थान पर ही बैठना पसंद करते है और घरों की ओर चले आते है

कभी किसी को सर्पदंश हो जाए तो क्या करें

यदि कभी किसी को कोई जहरीला सर्प काट ले तो कृपया तत्काल ही बिना समय गंवाये ही मरीज के हाथ पैर पर हल्के से दो बन्ध लगाकर मरीज को सीधे जिला अस्पताल इटावा के इमरजेंसी वार्ड के कमरा नंबर तीन में एडमिट करायें और चिकित्सक की सलाह पर एंटीवेनम अवश्य लगवाएं क्यों कि जहरीले सर्प (कोबरा करैत) के काटने के बाद झाड़ फूंक कराना हमेशा ही जानलेवा साबित होता है जिससे कई लोग पूर्व में मर भी चुके है।

सर्पदंश जागरूकता कार्यक्रम से समाज में आ रहा है बढ़ा बदलाव

जनपद इटावा में डॉ आशीष द्वारा चलाये जा रहे विशेष सर्पदंश जागरूकता अभियान का एक अब एक बहुत बड़ा असर हो चुका है कि, लोग सर्प दंश के बाद इलाज के लिए अस्पताल आने लगे है और लोगों ने सर्पों या अन्य वन्यजीवो को मारना ही छोड़ दिया है और सीधे ही डॉ आशीष को रेस्क्यू करने की सूचना देने लगे है। विदित हो कि डॉ आशीष जनपद इटावा में डायल 112 पुलिस सेवा व वन विभाग के सहयोग से सर्प रेस्क्यू कर लोगों की और वन्यजीवों की सहायता कर उनकी अमूल्य जान लगातार बचाते चले आ रहे है।