UP बेरोजगारी से त्रस्त बढ़ रही सुसाइड की घटनायें

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UP बेरोजगारी से त्रस्त बढ़ रही सुसाइड की घटनायें
UP बेरोजगारी से त्रस्त बढ़ रही सुसाइड की घटनायें

यूपी में बेरोजगारी से त्रस्त होकर बढ़ रही सुसाइड की घटनाओं के मामले में मानवाधिकार आयोग ने केस पंजीकृत कर लिया संज्ञान। युवा मंच की ओर से 21 अक्टूबर को ईमेल से मानवाधिकार आयोग को भेजा गया था पत्र। UP बेरोजगारी से त्रस्त बढ़ रही सुसाइड की घटनायें

अजय सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी से त्रस्त होकर बढ़ रही सुसाइड की घटनाओं के मामले में युवा मंच संयोजक राजेश सचान द्वारा 21 अक्टूबर 2023 को मानवाधिकार आयोग को प्रेषित पत्र को पंजीकृत किया गया है। 27 अक्टूबर को पंजीकृत किए गए उक्त मामले में केस नंबर 27567/24/0/2023 और डायरी नंबर 147166/सीआर/2023 दर्ज किया गया है।
युवा मंच ने उम्मीद जताई है कि इस बेहद महत्वपूर्ण मामले में जल्द ही मानवाधिकार आयोग द्वारा बेरोजगारी से त्रस्त होकर प्रदेश में बढ़ती सुसाइड के मामलों को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को ठोस कदम उठाने के लिए निर्देशित किया जाएगा ।

21 अक्टूबर को प्रेषित पत्र में जिक्र किया गया है कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है। प्रदेश में 6 लाख रिक्त पदों को भरने के चुनावीं वायदे को पूरा करने को लेकर सरकार कतई गंभीर नहीं है और केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार ने रोजगार सुनिश्चित करने की संवैधानिक दायित्व से पल्ला झाड़ लिया है। उत्तर प्रदेश में अमूमन चयन प्रक्रिया ठप है, ऐसे हालात में युवाओं में युवाओं में हताशा व्याप्त है जोकि सुसाइड की बढ़ती प्रवृत्ति की मुख्य वजह है। प्रयागराज शहर जोकि प्रतियोगी छात्रों का प्रमुख केंद्र है में हाल में 6 महीने की समयावधि में 16 प्रतियोगी छात्रों द्वारा बेरोजगारी से त्रस्त होकर सुसाइड करने के बेहद दुखद मामले को भी आयोग के संज्ञान में लाया गया है। UP बेरोजगारी से त्रस्त बढ़ रही सुसाइड की घटनायें